सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने एक नाबालिग लड़की की फोटो शेयर की और दावा किया कि इस लड़की के जले हुए कपड़े आम आदमी पार्टी के काउंसिलर ताहिर हुसैन के घर से बरामद हुए. इस दावे में ये भी कहा गया कि लड़की के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था. उसकी लाश पास के एक नाले में मिली थी. दावे के अनुसार, “उस लड़की की पहचान हो चुकी है.”
नाबालिग की पहचान छिपाने के लिए, ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल हो रहे पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट्स नहीं लगाए हैं.
कई दक्षिणपंथी मीडिया वेबसाइट्स, जैसे कि ‘हिंदू पोस्ट’ (आर्काइव लिंक), ‘सिर्फ़ न्यूज़’ (आर्काइव लिंक), ‘बेस्ट हिंदी न्यूज़’ (आर्काइव लिंक) और ‘नेशनल दुनिया’ (रिपोर्ट डिलीट हो चुकी है) ने भी वायरल तस्वीर को साझा करते हुए ये दावा किया कि लड़की की लाश ताहिर हुसैन के घर के पास एक नाले से बरामद हुई.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने सटीक कीवर्ड्स के साथ गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च के जरिए लड़की की फोटो की तलाश की, तो 21 फ़रवरी को छपी ‘दैनिक भास्कर’ की रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट के अनुसार, बारहवीं में पढ़ने वाली एक छात्रा की आग में जलकर मौत हो गई. उस वक़्त वो अपने घर में अकेली थी. पुलिस ने पहली बार में आत्महत्या का अनुमान लगाया क्योंकि उसके कमरे से कथित तौर पर माचिस की तीलियां बरामद हुई थीं. हालांकि लड़की के परिवारवालों ने सुसाइड की बात को सिरे से नकार दिया. ये घटना मध्यप्रदेश के सुसनेर तहसील के परसुलिया कलां गांव में हुई थी.
न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक, घर जलने की घटना 20 फ़रवरी को हुई थी. हालांकि सुसनेर के एसएचओ विवेक कनोडी ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि घटना 19 फ़रवरी की है.
ऑल्ट न्यूज़ ने कीवर्ड के ज़रिए यूट्यूब पर सर्च किया तो 25 फ़रवरी को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला. इसे नितेश शर्मा ने पोस्ट किया था. इस वीडियो में 1:19 पर, सुसनेर के एसडीएम मनीष जैन का बयान है. इसमें वो कहते हैं कि लड़की के पिता ने जिनपर शक़ जताया था, उनसे पूछताछ की जा रही है. फ़ोरेंसिक टीम ‘लड़की से रेप’ की संभावना की भी पड़ताल कर रही है.
ऑल्ट न्यूज़ ने एसडीपीओ जेपी रावत से फोन पर बात की. वो स्पेशल इन्वेस्टिगेशनंस टीम का हिस्सा है. उन्होंने कहा, “हमारी अब तक की छानबीन के अनुसार, दरवाज़ा अंदर से बंद था. इस वजह से हम आत्महत्या की संभावना जता रहे हैं. हालांकि, लड़की के माता-पिता ने पड़ोस के एक लड़के पर शक़ जताया है. हमने उसे गिरफ़्तार कर लिया है और उसपर इंडियन पीनल कोड की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज़ कर किया है. जांच आगे बढ़ाने के लिए हम फ़ोरेंसिक रिपोर्ट्स का इंतज़ार कर रहे हैं.”
जब हमने इस मामले से ताहिर हुसैन के जुड़े होने का सवाल किया, तब ऑफ़िसर ने कहा, “इस घटना का दिल्ली में हुए दंगों से किसी भी तरह का कोई संबंध नहीं है. इस केस में हिंदू-मुस्लिम का कोई एंगल है ही नहीं.”
इसलिए, कई सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा मध्य प्रदेश की घटना को दिल्ली के दंगों से जुड़े होने का दावा फ़र्ज़ी और भ्रामक है.
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