सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि चीन में कोरोना वायरस से बचने के लिए 20 लाख लोगों ने इस्लाम धर्म अपना अपना लिया है. फ़ेसबूक यूज़र इम्तियाज़ ख़ान ने ये वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है, “चीन में (20) लाख से ज़्यादा लोग इस्लाम कुबूल किया ये देख कर के. कोरोना वायरस एक भी मुसलमान को इफैक्ट नहीं किया है ये समझने के बाद वहां के लोगों में इबरथ हासिल हुआ=अल्लाहु अकबर”
असली मेसेज: “China Me ( 20 ) Lakh Se Zyada Log Islam Qubool Kiya Yeh Dekh Kar Ke > Corona Virus Ek Bhi Musalman Ko Effect Nahi Kiya Yeh Samajhne Ke Baad Wahan Logon Me ibrath Haasil Huwa = ALLAHU AKBAR”
China Me ( 20 ) Lakh Se Zyada
Log Islam Qubool Kiya Yeh Dekh Kar Ke > Corona Virus Ek Bhi Musalman Ko Effect Nahi Kiya Yeh Samajhne Ke Baad Wahan Logon Me ibrath Haasil Huwa = ALLAHU AKBARPosted by Imtiyaz Khan on Monday, 9 March 2020
कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने फ़ेसबूक और ट्विटर पर ये वीडियो शेयर करते हुए यही दावा किया है.
इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए कई लोगों ने हमारे ऑफिशियल एप पर रिक्वेस्ट भेजे हैं.
फ़ैक्ट-चेक
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये वीडियो कम-से-कम साल भर पहले का है. एक फ़ेसबुक पेज ने इस वीडियो को 3 जून, 2019 को अपलोड किया था. वीडियो को पोस्ट करते हुए मेसेज में लिखा है, “भाइयों, विश्वास में आपका स्वागत है.” वीडियो में 5 सेकंड पर लोगों को ये कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं गवाह हूं कि कोई भगवान नहीं है लेकिन भगवान और मोहम्मद उनके दूत हैं.” ये लोग अरबी भाषा में एक साथ ये कह रहे थे.
हालांकि, AFP को 11 जून, 2019 का एक फ़ेसबूक पोस्ट मिला, जिसमें अहमद इराडीनो नाम के यूज़र ने इसी कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें अपलोड की थी.
तस्वीरों में जो बैनर दिख रहा है, उसमें अरबी भाषा में लिखा हुआ है – “औद्योगिक शहर जेद्दा (KSA) में इफ्तार कार्यक्रम.” जेद्दा सऊदी अरब का एक शहर है. KSA का मतलब किंगडम ऑफ सऊदी अरब है. इफ़्तार सूर्यास्त के बाद का वो भोजन है जिसमें मुसलमान रमजान का रोज़ा तोड़ते हैं. हमें जेद्दा और इफ़्तार कीवर्ड से सर्च करने पर जून, 2019 के कई ट्वीट्स मिले. इससे इस बात की पुष्टि हो जाती है कि जेद्दा KSA में इफ़्तार 3 जून, 2019 को मनाया गया था.
इस तरह 2019 का एक वीडियो जो सऊदी अरब में इफ़्तार के समय का है. उसे इस झूठे दावे से शेयर किया गया कि चीन में जब पता चला कि एक भी मुसलमान को कोरोना वायरस नहीं हुआ है तो 20 लाख लोगों ने इस्लाम अपना लिया. हमें ऐसी कोई भी मीडिया रिपोर्ट्स नहीं मिले, जिसमें इतनी बड़ी संख्या में इस्लाम धर्म अपनाने की ख़बर छपी हो.
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