सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी ज़्यादा शेयर किया जा रहा है. इसमें कुछ लोग पुलिस की वर्दी पहने लोगों को डंडों से पीटते दिख रहे हैं. वीडियो को इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ये घटना राजस्थान में हुई और इस हमले के पीछे मुस्लिम समुदाय के लोग हैं.

X यूज़र @gajendr1807085 ने 6 नवंबर को ये वीडियो कन्नड़ में एक कैप्शन के साथ शेयर किया. कैप्शन का हिंदी अनुवाद है: “ये राजस्थान के कोटा ज़िले के एक गांव में जिहादियों द्वारा की गई घटना है. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. देखो पुलिस जिहादियों से अपनी जान की भीख मांग रही है. तो आम हिंदुओं की क्या स्थिति होगी? आने वाले दिनों में ये दृश्य कर्नाटक में भी देखने को मिलें तो कोई आश्चर्य नहीं होगा.” (आर्काइव)

इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (7600011160) पर कई रिक्वेस्ट मिलीं.

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फ़ैक्ट-चेक

हमने वीडियो से कई की-फ़्रेम्स लिए और उनका रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें घटना के बारे में बांग्ला में कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं. हमें सनबाद प्रतिदिन की एक रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट मौजूद था. रिपोर्ट अप्रैल 2023 की है.

रिपोर्ट के टाइटल का अनुवाद है: “कालियागंज: कालियागंज में तख्त के नीचे छुपी पुलिस, उग्र भीड़ ने खींचकर पीटा, वीडियो वायरल.”

इसे ध्यान में रखते हुए हमने एक की-वर्डस सर्च किया. हमें इस मामले पर और भी न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं, जो अप्रैल 2023 की थीं. इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिसकर्मियों द्वारा एक नाबालिग आदिवासी लड़की के शव को सड़क पर घसीटने का एक वीडियो सामने आने के बाद भीड़ ने एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी और पुलिसकर्मियों पर हमला किया. लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. कुछ दिनों बाद, रायगंज PD एसपी सना अख्तर ने लड़की के शव को सड़क पर घसीटने के आरोप में चार सहायक उप निरीक्षकों (ASI) को सस्पेंड कर दिया.

शुरूआती रिपोर्ट्स में ज़िक्र किया गया था कि पीड़िता जावेद अख्तर नाम के आरोपी को जानती थी. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने एक SIT के गठन का निर्देश दिया, साथ ही जरूरी समझे जाने पर दूसरी ऑटोप्सी करने को भी कहा गया. नाबालिग से कथित बलात्कार और हत्या के मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. आगजनी करने के आरोप में 33 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है.

तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष ने 26 अप्रैल, 2023 को यही वीडियो ट्वीट किया था.

कुल मिलाकर, ये दावा ग़लत है कि घटना राजस्थान की है या इसमें कोई सांप्रदायिक ऐंगल है. वीडियो पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर ज़िले के कालियागंज का है और ये घटना अप्रैल 2023 में हुई थी. कथित बलात्कार-हत्या के मामले से निपटने को लेकर स्थानीय लोगों ने एक पुलिस स्टेशन में हंगामा किया और पुलिस पर हमला किया था.

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