फर्जी समाचार वेबसाइट बीबीसी न्यूज़ हब (BBCNewsHub.com) ने फिर से अन्य कई लोगों के साथ टी.वी. मोहनदास पाई और बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को अपना नया शिकार बनाया है। टी.वी. मोहनदास पाई इनफ़ोसिस के पूर्व निदेशक हैं। “चौंकाने वाली सूची, एक भारतीय राजनीतिक दल शामिल” (अनुवाद) मोहनदास पाई ने 2018 में दुनिया के दस सबसे भ्रष्ट राजनीतिक दलों की सूची वाले एक लेख को शेयर करते हुए ट्वीट किया। यह सूची जुलाई 2018 में प्रकाशित हुई थी जिसमें दुनियाभर की अन्य पार्टियों के बीच भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को दिखाया गया। इस सूची के मुताबिक, कांग्रेस (INC) दुनिया की सबसे भ्रष्ट राजनीतिक दलों में दूसरे स्थान पर है। पाई ने अब अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है।
फर्जी समाचार वेबसाइट
बीबीसी न्यूज़ हब एक संदिग्ध वेबसाइट है जो ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (बीबीसी) से किसी भी तरह संबंधित नहीं है। इस वेबसाइट का ‘हमारे बारे में‘ अनुभाग हास्यप्रद है। यह कहता है, “बीबीसी न्यूज़ हब डॉट कॉम दुनिया भर से संबंधित सम्मानित परिदर्शकों के लिए पूर्ण, संक्षिप्त, सही, स्वस्थ और मजबूत सामग्री प्रदान करने के लिए सबसे अच्छी जगह है। यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वर्तमान और सभी प्रकार की जानकारी प्रदान करता है।” (अनुवाद)
यह लेख व्याकरण संबंधी गलतियों से भरा है। यह लेख राजनीतिक दलों के हास्यास्पद वर्णन से शुरू होता है। इसमें कहा गया है कि “एक राजनीतिक दल उन लोगों का एक संघ है जो एक साथ कार्य करते हैं और राजनीतिक शक्ति जीतने के लिए एक दूसरे के खिलाफ संघर्ष करते हैं; राजनीतिक दल सदस्य या दावेदारों को किराए पर लाते हैं, ये पार्टियां दुनिया के किसी भी देश की सरकार का फैसला करने के लिए चुनाव कराने और व्यवस्थित करने के लिए भी हैं।”(अनुवाद) यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को “भारत की शक्तिशाली सत्ता पार्टी” के रूप में वर्णित करता है और फिर घोषणा करता है कि “आम चुनावों में अधिकांश क्षेत्रों में इसके बहुमत के कारण भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का नेतृत्व होता है।” (अनुवाद)
यह कल्पना करना मुश्किल है कि शुरुआती कुछ वाक्यों को पढ़ने के बाद कोई भी कैसे इस वेबसाइट को संदेह के रूप में नहीं देखेगा। इसका शीर्षक है, Top 10 list of most corrupt political “party” in the world। फिर भी टी.वी. मोहनदास पाई ऐसे कई लोगों में से एक थे, जो स्पष्ट रूप से नकली वेबसाइट के ऊपरी दिखावे में आए और उसकी सूची शेयर कर दी। फर्जी समाचार वेबसाइट पोस्टकार्ड न्यूज़ के लेखक से लेकर विवेक अग्निहोत्री और सुब्रमण्यम स्वामी तक, इस लेख को शेयर करने वालों की यह सूची लंबी है।
पाई द्वारा ट्वीट का बचाव
सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने जब मोहनदास पाई के ध्यान में लाया कि उन्होंने नकली समाचार वेबसाइट के लिंक को ट्वीट किया है, इसके बाद भी उन्होंने गलती मानने की बजाय अपने बचाव में ट्वीट किया।
Fake site or not, most of the political parties there are over 50 years, their history is known, their corruption is also known https://t.co/uyTxPx8AV9
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) September 17, 2018
बीबीसी के डिजिटल लॉन्च एडिटर त्रुशार बारोट ने भी मोहनदास पाई को ट्वीट कर उनसे अपने ट्वीट को हटाने का अनुरोध किया, क्योंकि इससे यह गलत सूचना फ़ैल सकती है, जिस पर पाई ने यह जवाब दिया,
Why don’t you officially deny this and say that you have nothing to do with the address? It is your responsibility to look after your brand! Even you publish wrong news and people protest you just do not care too. https://t.co/mXmzJecOWj
— Mohandas Pai (@TVMohandasPai) September 17, 2018
इस ट्वीट के बाद मोहनदास पाई ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
बीबीसी न्यूज़ हब: नकली समाचारों का भंडार
पिछले साल नवंबर में, इसी वेबसाइट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “दुनिया के दस सबसे भ्रष्ट प्रधानमंत्रियों” में सूचीबद्ध किया था।
एक अन्य ‘सूची’ में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का परिवार 2018 में दुनिया के ‘शीर्ष 10 सबसे भ्रष्ट परिवारों‘ में दूसरे स्थान पर दिखाया गया है।
मोहनदास पाई को अक्सर नकली ख़बरों के झांसे में आते हुए देखा गया है हैं। इससे पहले, इंफोसिस के इन पूर्व निदेशक ने टाइम्स नाऊ के पैरोडी अकाउंट टाइम्स हाऊ के एक ट्वीट को रीट्वीट किया था।
ऑल्ट न्यूज़ समेत कई मीडिया संगठनों ने पहले भी इस नकली समाचार वेबसाइट के दावों की पोल खोली थी, फिर भी सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इसके झांसे में आ जाते हैं। ज्यादातर मामलों में जब लोग ऐसी ख़बरों से रूबरू होते हैं जो उनके विश्वासों और पूर्वाग्रहों को मजबूत करता है, तो वे जरूरी मूल्यांकन किए बिना इसे शेयर कर देते हैं।
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