“मेरे और नन के बीच जो हुआ, वह बलात्कार नहीं है। यह, कृत्य के अंत में, पवित्र जीसस के जादुई अस्तित्व को महसूस करने के लिए, ज्ञान का पवित्र अनुष्ठान है।” (अनुवाद) मधु किश्वर ने एक तस्वीर ट्वीट की जिसमें उपरोक्त संदेश के साथ बलात्कार के आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल की तस्वीर शामिल थी। इसमें एएनआई (ANI) का लोगो भी देखा जा सकता है।

जलंधर में जून में प्रभु यीशु के मिशनरियों के कैथोलिक समूह की एक नन द्वारा बिशप फ्रैंको मुलक्कल के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई गई थी।

इससे पहले एक अन्य फेसबुक यूजर ने उसी तस्वीर को उसी संदेश के साथ पोस्ट किया था। यह लिखते समय उनके पोस्ट को 4,500 शेयर मिले हैं।

उपर्युक्त कथन के साथ बिशप की यही तस्वीर ट्विटर पर कई अन्य लोगों ने भी प्रसारित की थी।

सच्चाई क्या है?

ऑल्ट न्यूज़ ने “होली रिचुअल ऑफ इनलाइटमेन्ट” (Holi Ritual of enlightenment/ज्ञान के पवित्र अनुष्ठान) कीवर्ड का उपयोग करके ट्विटर खोज की तो इस जानकारी का मूल स्रोत पाया। अनपेड टाइम्स (Unpaid Times) इस दावे के स्क्रीनशॉट को ट्वीट करने और बिशप को जिम्मेदार ठहराने वाला पहला अकाउंट था। अनपेड टाइम्स का ट्विटर परिचय स्पष्ट बताता है कि यह एक “भारतीय व्यंग्यात्मक समाचार वेबसाइट” है। हालांकि, जैसा कि अक्सर होता है, बहुत से लोग इस तरह के व्यंग्य को सच मानकर उसे प्रसारित कर देते हैं। इस मामले में भी सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने अनपेड टाइम्स के व्यंग्यात्मक प्रयास को तथ्यपरक जानकारी के रूप में आगे बढ़ा दिया।

उपर्युक्त तस्वीर में कुछ और संकेत हैं जिनसे पता चलता है कि यह ‘समाचार’ सही नहीं है। यदि कोई गौर से देखे तो इस संशोधित तस्वीर में “breakyourownnews.com” का वॉटरमार्क दिखता है जो ऐसी ही कहानियां बनाने वाली वेबसाइट है। अनपेड टाइम्स द्वारा प्रसारित तस्वीर इसी वेबसाइट का डिफ़ॉल्ट समाचार फॉर्मेट है। इसके अलावा, स्क्रीनशॉट में ‘Holy’ को गलत रूप में ‘Holi’ लिखा गया है। इस दावे की जांच द प्रिंट (The Print) ने भी की थी।

मिलते-जुलते नाम वाले पैरोडी अकाउंट टाइम्स हाऊ (Times How) के एक और ट्वीट को राजीव मल्होत्रा ​​और बीइंग_ह्यूमर (@Being_humor) जो विनय शर्मा नामक व्यक्ति द्वारा चलाया जाने वाला अकाउंट है, द्वारा रीट्वीट किया गया। इसे अब तक करीब 3500 रीट्वीट और 4900 ‘लाइक’ मिले हैं।

सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को किए गए अप्रमाणित दावों को लेकर चौकस होना चाहिए। इस उदाहरण में, तस्वीर के नज़दीकी निरीक्षण ने वेबसाइट के वॉटरमार्क को दिखाया और पता चला कि यह वास्तविक मीडिया रिपोर्ट नहीं थी।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.