सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें दो व्यक्ति आसमान में ड्रोन छोड़ रहे हैं. इसके बाद कई घरों पर बम गिराए जाने का हवाई फ़ुटेज चलाया गया है. दावा किया जा रहा है कि ये दोनों शख्स कुकी समुदाय के आतंकवादी हैं और हिंसाग्रस्त मणिपुर के मैतेई गांवों पर बमबारी करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं.

मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदायों के बीच जातीय संघर्ष सबसे पहले मई के पहले सप्ताह में शुरू हुआ था. इस हिंसा में अब तक सैकड़ों लोगों की जान गई है. साथ ही हज़ारों लोग अपने घरों और गांवों से विस्थापित हो गए हैं. इन दोनों समुदायों के बीच तनाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है. महीनों तक जारी हिंसा के बाद अभी भी संघर्ष के नए मामले सामने आते रहते हैं.

एक ट्विटर यूज़र ने 27 जुलाई को वायरल क्लिप ट्वीट की और दावा किया गया कि कुकी आतंकवादी ड्रोन की मदद से पेट्रोल बम गिराकर मैतेई गांवों में काफी विनाश कर रहे हैं. (आर्काइव लिंक)

कुछ यूज़र्स ने भी इसी तरह के दावों के साथ ट्वीट करते हुए सरकार से कुकी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. (आर्काइव – लिंक 1, लिंक 2)

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एक और ट्वीट में भी दावा किया गया है कि वीडियो में ‘म्यांमार के आतंकवादी/प्रवासी’ भारतीय पर ड्रोन हमला कर रहे हैं. (आर्काइव)

फ़ैक्ट-चेक

वायरल वीडियो के एक फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को एक टेलीग्राम ग्रुप में ये वीडियो मिला. पोस्ट में मांडले फ्री प्रेस (MFP) को क्रेडिट दिया गया है. और इस पोस्ट के साथ अटैच टेक्स्ट को ट्रांसलेट करने पर हमें पता चला कि ये म्यांमार के सागांग ज़िले में एक सैन्य संघर्ष का वीडियो है.

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31 मई के वीडियो में म्यांमार के एक अर्धसैनिक बल अयाडॉ बोन निंग (PDF) को ज़िले के कई गांवों पर आक्रमण करने वाले एक सैन्य ग्रुप पर हमले की योजना बनाने के लिए ड्रोन को कंट्रोल करते हुए दिखाया गया है. इस साल अभी तक विशेष रूप से सागांग ज़िले में अशांति बहुत बढ़ी है, पीपुल्स डिफ़ेंस फ़ोर्सेज (PDF) जैसी मुक्तिवादी ताकतों ने मिलिट्री जुंटा द्वारा की गई छापेमारी को खत्म करने की कोशिश की जो 2021 से म्यांमार में पॉवर में है.

हमने यूट्यूब पर मांडले फ़्री प्रेस सर्च किया और हमें एक चैनल मिला. इस चैनल को ‘एक आजाद और स्वतंत्र प्रेस, विशेष रूप से मांडले और सागांग क्षेत्र की न्यूज़’ के रूप में डिस्क्राइब किया गया है.

2 जून को चैनल ने वायरल वीडियो अपलोड किया था जो अब इस दावे के साथ वायरल है कि ये प्रशिक्षित कुकी आतंकवादी हैं जो मैतेई गांवों पर बम गिरा रहे हैं. वीडियो के डिस्क्रिप्शन सेक्शन में लिखा है कि ये ड्रोन हमला लिबरेशनिस्ट ग्रुप ने सेना के खिलाफ रात 8 बजे से शुरू होकर करीब आधे घंटे तक किया था.

चैनल के फ़ेसबुक पेज पर भी ये वीडियो पोस्ट किया गया था.

कुल मिलाकर, वायरल वीडियो कुकी आतंकवादियों द्वारा मैतेई गांवों पर ड्रोन हमले का नहीं बल्कि म्यांमार का है.

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