22 अक्टूबर को News18 उत्तर प्रदेश ने सोशल मीडिया में प्रसारित एक वीडियो को ट्वीट किया था। चैनल ने बताया कि, वीडियो में मृतक को एक के बाद एक कई गोलियां मारी गई और मेरठ के एसएसपी अजय साहनी ने कहा है कि वीडियो की जांच की जाएगी – “मेरठ- लाइव मर्डर का वीडियो वायरल ताबड़तोड़ गोलियों की गूंज से मेरठ में मची है सनसनी .. .. !मृतक को एक के बाद एक गोलियों से छलनी किया गया .. .. !सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ है वीडियो .. .. !एसएसपी अजय साहनी ने वीडियो की जांच कराने की बात कही है .”
कई उपयोगकर्ता फेसबुक और ट्विटर पर न्यूज़18 जैसे समान संदेश के साथ ज़मीन पर पड़े व्यक्ति को कई गोलिया मारने का एक वीडियो साझा कर रहे हैं।
@thoskadamnews मेरठ- लाइव मर्डर का वीडियो वायरल,
ताबड़तोड़ गोलियों की गूंज से सनसनी ,
मृतक को एक के बाद एक गोलियों से छलनी किया,
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ है वीडियो,
एसएसपी अजय साहनी ने वीडियो की जांच कराने की बात कही.@myogiadityanath@dgp pic.twitter.com/5oD0xFtGC8— Khalid Khan (@KhalidK17633120) October 24, 2019
24 अक्टूबर को, टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया कि मेरठ पुलिस ने उन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिन्होंने केन्या की 18 महीने पुरानी वीडियो क्लिप को कथित तौर पर रिकॉर्ड किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के अफवाह और प्रासंगिक वर्गों के प्रकाशन या प्रसार के लिए आईपीसी की धारा 505 [2] के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है, “चैनल के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है” (अनुवाद)।
मेरठ पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि यह वीडियो वहाँ से संबन्धित नहीं है।
उपरोक्त प्रकरण जनपद मेरठ से सम्बन्धित नही है, कृपया किस जनपद से सम्बन्धित है अवगत करायें।
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) October 22, 2019
तथ्य जांच
इनविड की मदद से, ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो को कई की-फ्रेम में तोड़ा और रिर्वस सर्च किया, हमने पाया कि यह वीडियो कम से कम नवंबर 2015 से इंटरनेट पर मौजूद है।
सोशल मीडिया में प्रसारित वीडियो 26 सेकंड का है, जबकि ऊपर पोस्ट की गई क्लिप 57 सेकंड की है। फ्रांसीसी टेलीविज़न स्टेशन फ्रांस 24 ने मार्च 2017 में इस वीडियो की पड़ताल की थी, जब यह इस दावे से प्रसारित था कि दक्षिण अफ्रीका में ज़ेनोफोबिक हमले का वीडियो है। फ्रांस 24 की रिपोर्ट के अनुसार, “नवंबर 2015 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था (बाद में इसे डिलीट कर दिया गया था) वीडियो में पुर्तगाल के कुछ शब्द सुने जा सकते हैं और यह ब्राज़ील में स्थित कई उपयोगकर्ता द्वारा साझा किया गया है। इससे यह पता चलता है कि इस बार रियो में एक फ़वेला में यह एक और स्कोर-सेटलिंग का वीडियो है।” (अनुवाद)
मेक्सिकन न्यूज़ वेबसाइट Periódico e-consulta ने 26 नवम्बर, 2015 को एक लेख प्रकशित किया था, जिसमें यह बताया गया था कि यह वीडियो ब्राज़ील का है। हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ इस वीडियो की स्वतंत्र रूप से जांच नहीं कर पाया है लेकिन यह निश्चित है कि वीडियो भारत का नहीं है।
अंत में, विदेशी समाचार संगठन के मुताबिक ब्राज़ील का एक वीडियो इस झूठे दावे से साझा किया गया कि यह वीडियो मेरठ में हुई हत्या को दर्शाता है।
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