गोरखपुर से भाजपा सांसद रवि किशन ने एक तस्वीर ट्वीट की. उन्होंने लिखा कि अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक दलित व्यक्ति के घर पर खाना खाया था. तस्वीर में खाने के लिए डिस्पोज़ेबल प्लेट और कप दिख रही है. इसकी वजह से रवि किशन की काफी आलोचना भी की गई.

इस दौरान, एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर काफी वायरल है जिसमें रवि किशन कार में यात्रा करते वक़्त पसीने की बदबू आने की शिकायत कर रहे हैं. इसे शेयर करते हुए लिखा है कि रवि किशन ‘दलितों’ के पसीने की बदबू के बारे में बात कर रहे थे.

ये वीडियो ट्विटर यूज़र @ManishCEO2 और @SatyendrayadavR ने ट्वीट किया है. ट्विटर यूज़र @SatyendrayadavR के बायो में लिखा है कि वो समाजवादी यूथ ब्रिगेड के स्टेट सेक्रेटरी हैं.

ये वीडियो ट्विटर और फ़ेसबुक पर वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

ट्विटर पर की-वर्ड्स सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को पत्रकार पुनीत कुमार सिंह का 16 मई 2020 का एक ट्वीट मिला. इस ट्वीट में ये वीडियो शेयर किया गया था. यानी, ये वीडियो रवि किशन के हाल के दौरे का नहीं हो सकता.

रीडर्स ध्यान दें कि पुनीत कुमार सिंह ने ट्वीट में दावा किया कि रवि किशन ने मजदूरों के पसीने से बदबू आने की बात कही. लेकिन ऑडियो में ऐसा कुछ सुनाई नहीं दे रहा है.

वीडियो में करीब 4 सेकेंड पर रवि किशन भोजपुरी में पूछते हैं, ”इस [कार] में आपने कितने लोगों को भरा है? और बाद में कहते हैं, “तुमलोगों के पसीने से इतनी महक आ रही है ना कि का बोलें.” इस बात पर एक व्यक्ति कहता है क्या बताएं रवि भैया, कन्हैया भैया के लिए हम लोग दिन-भर दौड़ रहे हैं. रवि किशन कहते हैं, “तो क्या हम ही को पूरा पसीना सुंघाओगे. बंद करो ये वीडियो.” क्योंकि गाड़ी में कई लोग बैठे थे इसीलिए वो सभी लोगों से आने वाले पसीने की बात कर रहे थे. वीडियो में कहीं भी दलितों का ज़िक्र नहीं है.

यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें 17 मई 2020 की लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट मिली. इस वीडियो में रवि किशन का एक बयान शामिल है. वो कहते हैं कि ये वीडियो 2017 का है जब वो उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार कर रहे थे.

इस तरह, रवि किशन का एक पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया. और ये दिखाने की कोशिश की गई उन्होंने दलितों से आने वाले पसीने की बदबू की शिकायत की.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Kalim is a journalist with a keen interest in tech, misinformation, culture, etc