फ़ेसबुक और ट्विटर पर कई भारतीय यूज़र्स ने सड़क पर बैठे हिरणों की तस्वीर शेयर की है. कहा जा रहा है – “ऊटी-कोयम्बटूर के रास्ते पर उनके असली मालिकों ने कब्ज़ा कर लिया” दावा है कि लॉकडाउन का आदेश जारी होने के बाद इंसानों का आना-जाना बंद हो गया और सड़क पर हिरण जा बैठे.

पद्म श्री विजेता और पत्रकार मृणाल पांडे ने इस वायरल तस्वीर को ट्वीट किया है. पांडे के ट्वीट को 1900 बार रीट्वीट और 11,000 से ज़्यादा बार लाइक किया जा चुका है. IPS एचजीएस धालीवाल ने भी वायरल तस्वीर को शेयर किया हैं.

फ़ैक्ट-चेक

वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि इसे 2014 में ‘जापान टुडे‘ और ‘SoraNews24‘ ने प्रकाशित किया था. रिपोर्ट के मुताबिक ये तस्वीर जापान के नारा पार्क की है. ये पार्क पॉप्युलर टूरिस्ट स्पॉट है और हिरणों की आबादी के कारण जाना जाता है. इसके अलावा तस्वीर में एक बोर्ड दिखाई देता है, जिसमें जापानी भाषा में कुछ लिखा हुआ है. इससे साफ़ हो जाता है कि ये तस्वीर भारत की नहीं है.

इतने सारे हिरण क्यों नारा पार्क में आ गए थे, ये बात खुद नारा सिटी टूरिज़्म असोसिएशन ने बतायी (NCTA) – “नारा पार्क बड़े इलाके में फ़ैला हुआ है. इसका एक हिस्सा कासुगा तैशा श्राइन से बना हुआ है. ऐसा माना जाता है कि देवता ताकेमी काजिची नो मिकोटो ने कहा था कि वो कासूगा तैशा प्रांत के नारा पार्क में हिरण पर सवार होंगे.(हिरण के रूप में भी मौजूद हो सकते हैं, ऐसा लिखा गया है) इन्हीं मान्यताओं के कारण हिरणों को पवित्र जानवर माना जाता है. और इसीलिए इन्हें वर्षों से यहां सुरक्षित रखा गया है. आज भी नारा के हिरणों को प्राकृतिक निशानी के रूप में सहेजकर रखा गया है.”

नारा पार्क के कई वीडियोज़ यूट्यूब पर मौजूद है.

इस तरह सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत और भ्रामक है. 20 मार्च को नेशनल ज्योग्राफ़िक ने ऐसे ही कुछ दावों को ख़ारिज किया था कि चीनी के यूनान में हाथियों को मक्के से बनी शराब से ओवरडोज़ होते देखा गया और वेनिस में डॉल्फ़िन देखी गयी.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.