उत्तर प्रदेश में चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद व्हाट्सऐप पर एक स्क्रीनशॉट वायरल है. एक यूट्यूब चैनल से लिए गए इस स्क्रीनशॉट में लिखा है – चुनाव आयोग ने स्वीकार किया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई है और 142 सीटों पर फिर से चुनाव कराने का आदेश दिया है.

ऑल्ट न्यूज़ के ऑफ़िशियल व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर इस दावे की सच्चाई जानने के लिए कई रिक्वेस्ट मिलीं.

This slideshow requires JavaScript.

ये स्क्रीनशॉट फे़सबुक पर भी वायरल है.

फै़क्ट-चेक

वीडियो को करीब से देखने पर ऑल्ट न्यूज़ को चैनल का नाम दिखा. इसे ध्यान में रखते हुए हमने यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च किया. हमें ‘नेशन TV’ द्वारा पोस्ट किया गया असली वीडियो मिला.

वीडियो में दो व्यक्तियों के बीच फ़ोन पर हुई बातचीत का रिकॉर्डिंग चलाया गया है जिसमें ये आरोप लगाया गया है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की गई थी. ये भी आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद अधिकारी ने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की. लेकिन SHO ने उसे ऐसा करने से मना कर दिया.

ऑल्ट न्यूज़ ने पूरा वीडियो ध्यान से देखा. वायरल वीडियो के थंबनेल में दिखाए गए न्यूज ऐंकर वीडियो में कहीं भी दिखाई नहीं देते हैं. दरअसल, पूरे वीडियो में एक महिला का वॉयस ओवर है. इसके अलावा, वीडियो के डिटेल में काफ़ी हैशटैग हैं जिनका वीडियो के कंटेंट से कोई सबंध नहीं है.

हमने यूट्यूब चैनल के वीडियो सेक्शन को भी चेक किया. इसके ज़्यादातर वीडियो के लिए एक जैसे ही थंबनेल है और पिछले दो दिनों में अलग-अलग नंबरों से फिर से चुनाव होने की एक ही ख़बर पब्लिश दी गई है. कुछ वीडियो थंबनेल में पत्रकार रवीश कुमार की तस्वीरें भी हैं. लेकिन वीडियो के कंटेंट का उनसे कोई लेना-देना नहीं है.

नेशन TV के पास अपने यूट्यूब चैनल से लिंक्ड एक और चैनल है जिसमें एक ही थंबनेल डिज़ाइन वाले कई वीडियोज़ हैं. इनमें रवीश कुमार दिखते हैं.

This slideshow requires JavaScript.

हमने यांडेक्स के ज़रिए न्यूज़ ऐंकर की तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे ऐंकर की पहचान न्यूज़ 24 के संदीप चौधरी के रूप में हुई.

हमने 142 सीटों पर फिर से चुनाव के बारे में ख़बरों की जांच की. PIB ने एक फ़ैक्ट-चेक में इस दावे को खारिज़ किया है.

इन सभी सबूतों के आधार पर ये कहा जा सकता है कि वीडियो के थंबनेल में दिख रहे कोई भी ऐंकर असल में नेशन TV से जुड़े नहीं है. इनकी तस्वीरों का इस्तेमाल ज़्यादा से ज़्यादा क्लिक पाने और चैनल को एक विश्वसनीय स्रोत के रूप में पेश करने के लिए किया जा रहा है.

इससे भी ज़रुरी बात ये है कि किसी भी विश्वसनीय मीडिया आउटलेट ने इस ‘ख़बर’ पर रिपोर्ट पब्लिश नहीं की है.

इस तरह, एक यूट्यूब चैनल ने यूपी में फिर से चुनाव कराने की ग़लत जानकारी फैलाने के लिए जाने-माने न्यूज़ एंकरों की तस्वीरों का ग़लत इस्तेमाल किया.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged:
About the Author

Kalim is a journalist with a keen interest in tech, misinformation, culture, etc