भारत में कोविड-19 के मामले बेकाबू हो रहे हैं और मरीज़ ऑक्सीजन सिलिंडर समेत अन्य दवाईयों की किल्लत के बीच दम तोड़ रहे हैं. महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश और यूपी में हालात इतने बदतर हैं और इतने ज़्यादा लोगों की मौत हो रही है कि अस्पताल से लेकर श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार की लाइन हैं. पूरे देश में लोग जगह-जगह से तस्वीरें शेयर कर रहे हैं जिनमें लोगों को अपनों की चिताएं जलाने तक की जगह नहीं मिल पा रही है. ग्राउंड रिपोर्टर्स कई ऐसी तस्वीरें और वीडियो दिखा चुके हैं जहां जलती चिताओं की लम्बी कतारें हैं. एक ऐसा मौका भी देखने को मिला जब एक ही चिता पर 8 मृतकों के शव को जलाया गया. विपक्ष और पत्रकार से लेकर आम जनता पीएम मोदी की नीतियों की जमकर आलोचना कर रही है.
इसी बीच AAP की सदस्य अंकिता शाह ने नरेंद्र मोदी के एक ट्वीट का रिप्लाई करते हुए एक तस्वीर शेयर की जिसमें श्मशान घाट पर जलती चिताएं दिख रही हैं. उन्होंने इसके साथ ही लिखा, “इतना सब होने के बाद? आप इसके ज़िम्मेदार हैं.”
ये तस्वीर ट्राइबल आर्मी के ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल से भी शेयर की गयी और लिखा गया, “जब प्रजा का एक हिस्सा मूर्ख हो तो वहां का राजा भी असफलताओं का उत्सव बड़ी शान से मना लेता है.”
ये तस्वीर शेयर करने वालों में यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अमरीश रंजन पांडे और उत्तर प्रदेश के डॉ कफ़ील खान भी शामिल हैं.
पुरानी तस्वीर
इस तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये एक ब्लॉग hindiscriptwriter.blogspot.com पर मिली. ब्लॉग पर दी गयी जानकारी के मुताबिक श्मशान घाट की ये तस्वीर 25 जनवरी, 2012 को कृष्णा कुमार ने अपलोड की थी. इस तस्वीर के साथ ही कुछ तस्वीरें भी हैं और हेडिंग में लिखा है, “बनारस, दुनिया का सबसे प्राचीन शहर अभी भी जिंदा है. (वाराणसी का मणिकर्णिका घाट).”
इस ब्लॉग पोस्ट में बनारस की दर्जनों तस्वीरें शेयर की गयी हैं. ब्लॉग पर कृष्णा शर्मा का मोबाइल नंबर भी दिया हुआ है. ऑल्ट न्यूज़ ने उनसे फ़ोन पर बात की. उन्होंने हमें बताया, “ये तस्वीर मैंने ही अपने फ़ोन से ली थी. ये बनारस के मणिकर्णिका घाट की तस्वीर है. मैंने इसे जनवरी 2012 में अपलोड किया था लेकिन ये अपलोड करने से 1-2 महीने पहले खींची हुई तस्वीर है.”
ये तस्वीर ज़रूर पुरानी है लेकिन कोरोना वायरस से हो रही मौत के बाद लाशों को जलाने की कई तस्वीरें हाल की भी हैं.
यानी, श्मशान घाट की ये तस्वीर हालिया नहीं, कम से कम 9 साल पुरानी है. डॉ कफ़ील को कमेंट में किसी ने बताया कि ये पुरानी तस्वीर है तो उन्होंने अपनी ग़लती के लिए माफ़ी मांगी.
हरियाणा के करनाल में हो रही वेब सीरीज़ की शूटिंग के दृश्य को लोगों ने असली घटना बताकर शेयर किया
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