कई फ़ेसबुक और ट्विटर यूज़र्स ने तीन तस्वीरों का एक कोलाज पोस्ट किया है. साथ ही ये दावा किया है कि इंडियन आर्मी ने राजस्थान के बाड़मेर में 1000 बिस्तरों वाला एक अस्पताल कुछ ही दिनों में बना दिया. कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने लिखा है – “ऐसे अस्पताल बनने में कुछ घंटे ही लगते हैं. हम चीन के कमाल के काम के बारे में बात करते रहते हैं लेकिन अपनी सेना के काम को नज़रंदाज़ कर दिया.” ये तस्वीरें कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनज़र शेयर की जा रही हैं.
ऑल्ट न्यूज़ को ऑफ़िशियल एंड्रॉइड ऐप और व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) पर इन तस्वीरों की सच्चाई जानने के लिए कई रीक्वेस्ट्स मिलीं.
पहली तस्वीर
ऑल्ट न्यूज़ ने Yandex पर रिवर्स सर्च इमेज किया और पाया कि ये वायरल इमेज रूस की वेबसाइट annews.az और aze.az पर मौजूद आर्टिकल्स में इस्तेमाल की गयी हैं.
annews.az पर सितम्बर 2019 में छपी रिपोर्ट्स में लिखा है – “रूस 5.5 मिलियन KGS की कीमत के मोबाइल हॉस्पिटल किर्गिज़ इमरजेंसी मिनिस्ट्री को डोनेट करेगा.” aze.az पर ये ख़बर 26 फ़रवरी 2020 की है.
यहां ये समझा जाना ज़रूरी है कि इसमें से किसी भी वेबसाइट ने तस्वीर का क्रेडिट नहीं दिया है. चूंकि एक ही तस्वीर को दो अलग-अलग जगहों पर इस्तेमाल किया गया है, इस तस्वीर के सांकेतिक तस्वीर होने के चान्सेज़ काफ़ी बढ़ जाते हैं. ऑल्ट न्यूज़ इस तस्वीर को खींचने वाले की जानकारी पाने में तो असफ़ल रहा लेकिन इतना तो साफ़ हो गया कि इसे 2020 से पहले ही लिया गया था.
दूसरी तस्वीर
गूगल पर रिवर्स सर्च करने के बाद हमें मालूम चला कि ये वायरल हो रही तस्वीर यूनाइटेड स्टेट्स एयर फ़ोर्स की वेबसाइट पर भी मौजूद है. 2008 में छपे एक आर्टिकल में ये तस्वीर एक मोबाइल फ़ील्ड हॉस्पिटल दिखाता है. इसमें लिखा हुआ था, “इस अस्पताल को मौसम कंट्रोल करने वाले सिस्टम से लैस किया गया है. इसमें सभी मेडिकल से जुड़े उपकरण, सप्लाईज़ और फ़ार्मास्यूटिकल्स हैं जो कि इमरजेंसी में किसी भी स्थिति से निपटने में सहायक हैं. ये 3 मोबाइल फ़ील्ड हॉस्पिटल मिलकर 600 बिस्तरों की सुविधा दे सकता हैं.” इस तस्वीर को खींचने वाले हैं स्टाफ़ सार्जेंट डियान ड्यूकैट.
वेबसाइट ने इस तस्वीर के हाई रेज़ोल्यूशन वर्ज़न का लिंक भी दिया हुआ है. ऑल्ट न्यूज़ ने इस हाई-रेज़ तस्वीर का EXIF डेटा स्टडी किया. यहीं से हमें मालूम पड़ा कि इस तस्वीर को 21 मार्च 2006 को खींचा गया था.
तीसरी तस्वीर
गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च के बाद ऑल्ट न्यूज़ ने भारतीय सरकार के मिनिस्ट्री को डिफ़ेंस के मुख्य प्रवक्ता का एक ट्वीट देखा. ये वायरल तस्वीर इस ट्वीट में शामिल थी. ये ट्वीट 2015 का है. इस तस्वीर में आर्मी द्वारा नेपाल में बनाए गए सेट-अप को दिखाया गया था. नेपाल में आये भूकंप के बाद भारतीय सरकार द्वारा की गयी मदद का ये एक हिस्सा था.
#NepalEarthquake Casualty Triage Centre set up by Army Medical Corps at Kathmandu Air Base to aid the rescued people pic.twitter.com/a8FW48gaUI
— ADG (M&C) DPR (@SpokespersonMoD) April 28, 2015
23 मार्च को रक्षा मंत्रालय के ADGPI ने बाड़मेर में भारतीय सेना द्वारा 1000 बिस्तरों के अस्पताल बनाने की जानकारी को ग़लत बताया था.
A Fake input is circulating on Social Media that #IndianArmy has established 1000 bed quarantine facility in Barmer.
This is untrue. pic.twitter.com/ne78m7KCXW
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) March 23, 2020
इसलिये ऐसा कहा जा सकता है कि सोशल मीडिया पर किये जा रहे ये सभी दावे ग़लत हैं.
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