प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की सलाहकार समिति, मार्गदर्शक मंडल में शामिल किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने दावा किया कि इससे पता चलता है कि मोदी ज़ल्द ही प्रधानमंत्री के रूप में अपने कार्यकारी कर्तव्यों से रिटायर्ड हो जाएंगे.

केरल कांग्रेस के ऑफ़िशियल X अकाउंट ने 13 जून को ये दावा किया कि मोदी और राजनाथ सिंह ऑफ़िशियल तौर पर मार्गदर्शक मंडल में शामिल हो गए हैं और ये शक्ति परीक्षण की स्थिति में विधायिका का विश्वास हासिल करने में नरेंद्र मोदी की विफलता का संकेत है. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक, इस पोस्ट को 1.5 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और 600 से ज़्यादा री-ट्वीट मिले हैं.

मिंट ने 13 जून को एक आर्टिकल पब्लिश किया जिसकी हेडलाइन का हिंदी अनुवाद है, “नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ भाजपा मार्गदर्शक मंडल में शामिल हुए.” इसमें कहा गया, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हो गए हैं. मोदी और राजनाथ सिंह दोनों के नाम अब उनकी तस्वीरों के साथ भगवा पार्टी की ऑफ़िशियल वेबसाइट पर दिखाई दे रहे हैं. भाजपा के दिग्गज नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी पहले से ही मार्गदर्शक मंडल में हैं.

गौर करें कि इस आर्टिकल को बाद में अपडेट किया गया.

X पर कई और वेरिफ़ाईड यूज़र्स ने भी इस दावे को पोस्ट किया और इस बात पर ज़ोर दिया कि कैसे पीएम मोदी की मार्गदर्शक मंडल में शुरुआत पार्टी के भीतर उनकी घटती शक्ति का सबूत हो सकती है.

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ये दावा फ़ेसबुक पर भी वायरल है, कई यूज़र्स का कहना है कि सलाहकार सदस्यों की सूची में नरेंद्र मोदी का ‘प्रवेश’ भारत के प्रधान मंत्री की भूमिका से उनके रिटायर्डमेंट की ओर इशारा करता है.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने एक सबंधित कीवर्ड सर्च किया जिससे  हमें भाजपा का 28 अगस्त 2014 का एक प्रेस नोट मिला. इसमें कहा गया था कि नरेंद्र मोदी, दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और राजनाथ सहित चार अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ थे. राजनाथ सिंह को पार्टी का मार्गदर्शन करने के लिए मार्गदर्शक मंडल में नियुक्त किया गया था.

2014 में नरेंद्र मोदी के पहली बार प्रधान मंत्री के रूप में सत्ता में आने के महीनों बाद, पार्टी के भीतर एक ‘सलाहकार’ समिति के रूप में मार्गदर्शक मंडल का गठन किया गया था. लालकृष्ण आडवाणी और मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ नेताओं को भाजपा के संसदीय बोर्ड और केंद्रीय चुनाव समिति से हटा दिया गया और मार्गदर्शक मंडल के सदस्यों के रूप में सूचीबद्ध किया गया जिससे कुछ लोगों को दिक्कत हुई थी.

हमने X पर एक और बार सर्च किया और हमें अगस्त 2014 की इंडिया टुडे की ये पोस्ट मिली.

इससे ये स्पष्ट होता है कि नरेंद्र मोदी 2014 से मार्गदर्शक मंडल के सदस्य हैं, और सलाहकार समिति में हाल ही में शामिल नहीं हुए हैं. इसलिए, सलाहकार निकाय में उनके हाल में शामिल होने के सभी सोशल मीडिया दावे ग़लत हैं.

मिंट ने बाद में अपने आर्टिकल को अपडेट किया और ये हेडलाइन दी, “नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह भाजपा के मार्गदर्शक मंडल में शामिल हुए? सच्चाई ये है.”

प्रांतिक अली ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

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