खुली जगह पर मवेशियों की हत्या का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो बकरीद के मौके पर पश्चिम बंगाल में रिकार्ड किया गया था. बैकग्राउंड में एक महिला, बंगाली में बोल रही है कि 1 हज़ार से ज़्यादा फ्लैट वाले आवासीय परिसर में 200 से ज़्यादा गायों का वध किया गया है. कई राईटविंग इन्फ्लुएंसर ने ये वीडियो शेयर करते हुए दावा किया है कि ये पश्चिम बंगाल का है.

X यूज़र ‘@ManojSr6058309’ ने इसी दावे के साथ वीडियो ट्वीट किया. (आर्काइव)

वेरिफ़ाईड यूज़र @changu311 ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए पूछा, “क्या किसी ने ममता बनर्जी को बीफ़ डिश उपहार में दी है?” (आर्काइव)

राईटविंग इन्फ्लुएंसर ‘@SaffronSunanda’ ने अपने वेरिफ़ाईड हैंडल से इसी दावे के साथ वीडियो ट्वीट किया. “क्या ये जश्न है या जानबूझकर इस्लाम की ताकत का दिखावा है?” इसलिए ये जाहिल हैं.” बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया. इस ट्वीट का आर्काइव आप यहां देख सकते हैं.

कई यूज़र्स ने ऐसे ही दावे के साथ वायरल वीडियो को शेयर किया है. (आर्काइव्स- लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4, लिंक 5, लिंक 6)

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो पर @AshwiniSahaya यूज़रनेम के साथ एक वॉटरमार्क देखा जो ‘पत्रकार’ अश्विनी श्रीवास्तव के हैन्डल नेम से मेल खाता है. उनके ट्विटर अकाउंट को चेक करने पर, हमें पता चला कि उन्होंने वायरल वीडियो 1 जुलाई, 2023 को अपलोड किया था. कैप्शन में उन्होंने बताया कि ये विज़ुअल्स बांग्लादेश के ढाका की एक हाउसिंग सोसाइटी के थे और बकरी ईद के जश्न के दौरान लिए गए थे.

वायरल वीडियो में दिख रही इमारतों में से एक फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने से हमें दो सोर्स मिले: एक फ़ेसबुक पेज जिसका टाइटल था “স্বপ্ননগর-১ ফ্ল্যাট মালিক (Shopnonagar-1 फ्लैट ओनर्स) গ্রুপ” और दूसरा यूट्यूब वीडियो जिसका नाम है “शॉपनोनगर रेजिडेंशियल फ़्लैट प्रोजेक्ट, मीरपुर, ढाका.”

फ़ेसबुक ग्रुप के पेज पर कवर फ़ोटो और यूट्यूब वीडियो में दिखाई गई इमारतें वायरल वीडियो में दिख रही इमारतों से मेल खाती हैं. तीन साल पहले पोस्ट किया गया यूट्यूब वीडियो में उस वक्त की इमारतें देखी जा सकती हैं जब उन्हें बनाया जा रहा था. हालांकि, वीडियो में विंडो पैटर्न वायरल फ़ुटेज से मेल खाता है. आगे, ऑल्ट न्यूज़ ने इन इमारतों की तुलना वायरल वीडियो में दिख रही बिल्डिंग से की है.

वायरल वीडियो में एक इमारत पर बंगाली शब्द ‘কমিউনিটি ভবন’ (सामुदायिक हॉल) दिख रहा है. इस इमारत के बगल में लाल टेक्स्ट के साथ एक और संकेत है, हालांकि वीडियो की खराब क्वालिटी के कारण शब्द पढ़ नहीं पा रहे हैं. जब हमने गूगल मैप्स पर शॉपनोनगर आवासीय परिसर की तस्वीरें देखीं, तो हमें सामुदायिक हॉल एरिया की एक तस्वीर मिली और पता चला कि इसके बगल की इमारत मस्जिद (लाल रंग में बांग्ला में लिखी गई) है. यहां गूगल मैप्स इमेज का लिंक है.

हमने गूगल मैप्स पर शॉपनोनगर आवासीय परिसर की मस्जिद का पता लगाया और सड़क के विज़ुअल्स की तुलना वायरल वीडियो के विज़ुअल्स से की. इससे हमें ढाका में उस आवासीय परिसर की पहचान करने में मदद मिली जहां ये घटना हुई थी और जिस इमारत से वायरल वीडियो लिया गया था. यहां स्ट्रीट व्यू का लिंक दिया गया है.

इन फ़्रेम्स की तुलना में पीले सर्किल में मस्जिद को देखा जा सकता है और सफ़ेद रेक्टेंगल में उस सड़क को देखा जा सकता है जहां ये घटना हुई थी.

कुल मिलाकर, ये निर्णायक रूप से साबित किया जा सकता है कि वायरल वीडियो पुराना है और असल में इसे बांग्लादेश के ढाका में एक आवासीय परिसर का है न कि पश्चिम बंगाल का.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.