सोशल मीडिया पर पीएम नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें कथित रूप से मोदी एक रैली में गाली का प्रयोग कर रहे हैं. @AchryConfucious नाम के एक यूज़र ने 24 मई 2024 को ये वीडियो शेयर करते हुए पीएम मोदी पर तंज कसा. वीडियो पर लिखा है- ‘मोदी ने रैली में बीसी कहा’.
परमात्मा का भेजा हुआ यह ‘कन्विन्स्ड’ प्रतिनिधि ‘पर्पसफुली’ इतनी शालीन भाषा मंच से बोलता है, या ससुरा महज संयोग है?
🤦♂️🤣🤣🤣 pic.twitter.com/3Vz1q73mlv— आचार्य कन्फ़्यूशियस (@AchryConfucious) May 24, 2024
2019 में भी हुआ था वायरल
गौरव पांधी ने एक वीडियो 21 अप्रैल 2019 को ट्वीट किया था. उन्होंने इसे ट्वीट करते हुए लिखा, “श्रीमान प्रधानमंत्री, यह किस प्रकार की भाषा है? क्या यह देश के प्रधानमंत्री को अपवित्र शब्दों का उपयोग और इतने सार्वजनिक रूप से, करने के लिए प्रेरित करता है? विश्वास से परे, चौंकाने वाला!! कुछ नहीं तो कुर्सी का थोड़ा सम्मान करें.”
गौरव पांधी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं. उनके इस ट्वीट को डिलीट किये जाने से पहले 3,500 से ज्यादा रिट्वीट और 7,100 से ज्यादा बार ‘लाइक’ किया गया.
What kind of language is this Mr. PM? Does it beholds the Prime Minister of the country to use profanity and that too publicly? Shocking beyond belief !! Have some respect for the chair, if nothing else. 😡 pic.twitter.com/tVrHVbSlek
— Gaurav Pandhi गौरव पांधी (@GauravPandhi) April 21, 2019
ये = वीडियो न केवल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर, बल्कि व्हाट्सऐप पर भी, इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा था कि प्रधानमंत्री ने अपशब्द भाषा का इस्तेमाल किया. मोदी, गुजरात के पाटन में एक रैली को संबोधित कर रहे थे.
ग़लत दावा
ये दावा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली में ‘बेन***’ शब्द का उच्चारण किया, सरासर गलत है. पीएम मोदी ने गुजराती में ये कहा था,
“लोगों का कहना है कि भविष्य के युद्ध पानी को लेकर लड़े जाएंगे. जब हम जानते हैं कि भविष्य में पानी को लेकर झगड़ा होगा तो हम एहतियात क्यों नहीं बरतते.” (लोको एम कहे छे भविष मा लडाओ पानी नी थवान(ई)छे. अल्या भाई बधा को छो पानी नी लड़ाई थवान(ई)छे तो पछि अमे अत्यारे थी पानी पहेला पार केम ना बांधिये.)
‘थवान(ई) छे’ शब्द, जिसे वीडियो क्लिप में पीएम मोदी को दूसरी बार बोलते हुए सुना जा सकता है, को गलत तरीके से ‘बेन***’ के रूप में बता दिया गया है. ‘थवान(ई) छे’ का मोटे तौर पर अनुवाद होता है- ‘होगा/होने वाला है’. शास्त्रीय उपयोग ‘थवानी छे’ है, लेकिन पीएम मोदी ने ‘थवान छे’ कहा, जो बोलचाल में उपयोग होता है. वीडियो क्लिप में ‘थवान छे’ को बार-बार चलाना, यह भ्रम पैदा करता है कि पीएम मोदी ने ‘बेन***’ कहा. इस भाषण का पूरा वीडियो भाजपा के आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया गया है और नीचे देखा जा सकता है. वीडियो का संबंधित हिस्सा 49:08वें मिनट से शुरू होता है.
कुल मिलाकर गुजरात की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान अपशब्द नहीं कहा था. 2019 लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से ये वीडियो ग़लत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
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