“श्रीमान प्रधानमंत्री, यह किस प्रकार की भाषा है? क्या यह देश के प्रधानमंत्री को अपवित्र शब्दों का उपयोग और इतने सार्वजनिक रूप से, करने के लिए प्रेरित करता है? विश्वास से परे, चौंकाने वाला!! कुछ नहीं तो कुर्सी का थोड़ा सम्मान करें।” -(अनुवाद)
उपरोक्त संदेश गौरव पांधी ने एक वीडियो के साथ ट्वीट किया है। वीडियो पर लिखा है– ‘मोदी ने रैली में बीसी कहा’। पांधी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हैं। उनके इस ट्वीट को अब तक 3,500 से ज्यादा रिट्वीट और 7,100 से ज्यादा बार ‘लाइक’ किया गया है।
What kind of language is this Mr. PM? Does it beholds the Prime Minister of the country to use profanity and that too publicly? Shocking beyond belief !! Have some respect for the chair, if nothing else. 😡 pic.twitter.com/tVrHVbSlek
— Gaurav Pandhi गौरव पांधी (@GauravPandhi) April 21, 2019
यह वीडियो न केवल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर, बल्कि व्हाट्सएप पर भी, इस संदेश के साथ कि प्रधानमंत्री ने अपशब्द भाषा का इस्तेमाल किया, व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है। मोदी, गुजरात के पाटन में एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
गलत दावा
यह दावा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली में ‘बेन***’ शब्द का उच्चारण किया, गलत है। पीएम मोदी ने रैली में जो कहा था, वह यह है :
“लोको एम कहे छे भविष मा लडाओ पानी नी थवान(ई)छे। अल्या भाई बधा को छो पानी नी लड़ाई थवान(ई) छे तो पछि अमे अत्यारे थी पानी पहेला पार केम ना बांधिये।” (अनुवाद: लोगों का कहना है कि भविष्य के युद्ध पानी पर लड़े जाएंगे। अगर हर कोई कहता है कि पानी के युद्ध होंगे तो हमें अभी से चेक डैम क्यों नहीं बनाने चाहिए?)
‘थवान(ई) छे’ शब्द, जिसे वीडियो क्लिप में पीएम मोदी को दूसरी बार बोलते हुए सुना जा सकता है, को गलत तरीके से ‘बेन***’ के रूप में बता दिया गया है। ‘थवान(ई) छे’ का मोटे तौर पर अनुवाद होता है- ‘होगा/होने वाला है’। शास्त्रीय उपयोग ‘थवानी छे’ है, लेकिन पीएम मोदी ने ‘थवान छे’ कहा, जो बोलचाल में उपयोग होता है। वीडियो क्लिप में ‘थवान छे’ को बार-बार चलाना, यह भ्रम पैदा करता है कि पीएम मोदी ने ‘बेन***’ कहा। इस भाषण का पूरा वीडियो भाजपा के आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया गया है और नीचे देखा जा सकता है। संबंधित भाग 49:08वें मिनट से शुरू होता है।
निष्कर्षतः, यह दावा, कि पाटन, गुजरात की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण के दौरान अपशब्द का उच्चारण किया, गलत है। कई यूज़र्स द्वारा इस ओर ध्यान दिलाए जाने के बावजूद, पांधी ने अपना ट्वीट नहीं हटाया है।
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