“यही वो चार सिपाही है जिन्हों ने आज शौर्य गाथा लिखी भारत माता की जय” – यह कैप्शन, एक सोशल मीडिया यूजर जैस्मिन मकवाना ने शेयर की है, जिसके साथ वर्दी पहने चार लोगों की तस्वीर है। 26 फरवरी को किए गए हवाई हमले के संदर्भ में, यह पोस्ट दर्शाता है कि यही वो सिपाही हैं जिन्होंने बालाकोट, पाकिस्तान में हवाई हमले को अंजाम दिया था।
यह तस्वीर फेसबुक पर इसी कैप्शन के साथ वायरल हो गई है।
तस्वीरों का एक सेट, जिनमें वायुसेना के पायलटों के एक समूह को बगल में अपने हैलमेट लिए देखा जा सकता है, इस संदेश के साथ शेयर किया जा रहा है कि इन्होंने पाकिस्तान पर हवाई हमले को अंजाम दिया था। एक यूजर, सुनील पंडित ने दो तस्वीरों को एक फेसबुक ग्रुप ‘एक कदम हिन्दु राष्ट्र की ओर’ में इस दावे के साथ पोस्ट किया – “ये 12 भारत की मां के नायक हैं”।
कई दूसरे फेसबुक और ट्विटर यूजर्स ने इस तस्वीर को इसी संदेश के साथ शेयर किया है।
तथ्य-जांच
पहली तस्वीर
उपरोक्त तस्वीर की गूगल में रिवर्स सर्च करने पर पता चलता है कि कई वेबसाइटों द्वारा अपने लेखों और ब्लॉग्स में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है। यह तस्वीर 2011 के एक ब्लॉग में मिली जिसका शीर्षक है- “पायलट लाइसेंस कोर्स इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी” -अनुवादित)। यह इंटरनेट पर इस तस्वीर के होने का सबसे शुरुआती उदाहरण था, जिसे हम खोज पाए।
दूसरी तस्वीर
ऊपर पोस्ट की गई तस्वीर, 7 अगस्त 2015 के एक ब्लॉगपोस्ट में मिली। इस ब्लॉग का शीर्षक है- “भारत का रक्षा विमान Su-30MKI रॉयल एयर फोर्स के तायफून्स के साथ उड़ान भरते हुए”। यह कहने के लिए पर्याप्त है कि तस्वीर कम से कम तीन साल पुरानी है और बालाकोट, पाकिस्तान में हवाई हमले के पहले से यह इंटरनेट पर उपलब्ध है।
तीसरी तस्वीर
सोशल मीडिया में प्रसारित हो रही तीसरी तस्वीर, अक्टूबर 2015 के एक ब्लॉग पोस्ट में मिली। ऊपर पहले खारिज हो चुकी दूसरी तस्वीर भी इस पोस्ट में शांमिल है। पोस्ट का शीर्षक है- “भारतीय वायुसेना और रॉयल एयर फोर्स का संयुक्त अभ्यास “अभ्यास इंद्रधनुष” 2015″।
अगस्त 2015 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वायुसेना कर्मियों ने यूनाइटेड किंगडम में भारत-यूके द्विपक्षीय हवाई अभ्यास इंद्रधनुष-IV 31 जुलाई को किया था। हालांकि, हम निर्णायक रूप से नहीं स्थापित कर पाए कि ये तस्वीरें उसी अभ्यास से संबंधित हैं। फिर भी, इन सबके अलावा, भारतीय वायुसेना ने बूम को दिए एक बयान में मिशन में शामिल कर्मियों के बारे में ब्यौरा सार्वजनिक किए जाने से साफ इंकार किया था।
निष्कर्ष रूप में, भारतीय वायुसेना कर्मियों की पुरानी तस्वीरें, पाकिस्तान में हवाई हमला करने वाले पायलटों के रूप में शेयर कर दी गईं।
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