85वां भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का पूर्ण अधिवेशन 24 फ़रवरी से 26 फ़रवरी 2023 तक छत्तीसगढ़ के नया रायपुर में टूटा के पास राज्योत्सव मैदान में आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में कई राज्य स्तरीय नेताओं के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, और प्रियंका गांधी जैसे वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया. बैठक में अलग-अलग क्षेत्रों के लगभग 15 हज़ार प्रतिनिधियों ने भाग लिया.

इस आयोजन के संदर्भ में इंटरनेट पर एक वीडियो वायरल है जिसमें अधिवेशन के मेजबान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पार्टी नेताओं का स्वागत कर रहे हैं. सोशल मीडिया यूज़र्स ने वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि इसमें शामिल होने वालों को बधाई देने के लिए सोने की मालाएं पहनाई जा रही हैं.

ट्विटर यूज़र अनूप कुमार सिंह ने इसी दावे के साथ ये वीडियो शेयर किया. आर्टिकल लिखे जाने तक इस ट्वीट को 2 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया है.

एक और ट्विटर यूज़र @HiNdU05019434 ने भी ये वीडियो ट्वीट किया है. फिलहाल उनके ट्वीट को 2,700 व्यूज़ मिले हैं.

पिछले कुछ दिनों में इस वीडियो को कई ट्विटर हैंडल ने शेयर किया है. इसके बाद इन ट्वीट्स को यूज़र्स ने डिलीट कर दिया है. हालांकि इन ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट आगे स्लाइड शो में देखे जा सकते हैं. और उनके आर्काइव लिंक इस तरह हैं (लिंक 1, लिंक 2, लिंक 3, लिंक 4, लिंक 5). ये वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है.

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फ़ैक्ट-चेक

सबंधित की-वर्ड्स सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को द इंडियन एक्सप्रेस की एक वीडियो रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो है. इस वीडियो में हम देख सकते हैं कि सीएम भूपेश बघेल वहां उपस्थित लोगों को मालाएं पहना कर अभिवादन कर रहे हैं.

ये जानने के लिए कि क्या ये मालाएं सोने की हैं, ऑल्ट न्यूज़ ने कांग्रेस नेता और AICC के राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य मनीष खंडूरी से संपर्क किया. मनीष सम्मेलन में मौजूद थे और उन्होंने बताया कि इन मालाओं को देशी जनजातियों ने विशेष पत्तियों का इस्तेमाल करके बनाया था. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इन मालाओं के सोने की होने का दावा बिल्कुल ‘निराधार’ है.

ऑल्ट न्यूज़ को नवभारत टाइम्स की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिसमें कांग्रेस नेताओं के स्वागत के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मालाओं के बारे में बताया गया था. इस रिपोर्ट के मुताबिक, ये मालाएं अभुजमाढ़ के जंगलों में कांकोर ज़िले के बस्तर में आदिवासी इलाकों के बांस के पेड़ों से बनाए गए थे.

नवभारत टाइम्स के एक पत्रकार सोमेश पटेल ने एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें सीएम भूपेश बघेल मालाओं से सम्बंधित अटकलों के बारे में बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये आदिवासियों द्वारा विशेष प्रकार की पत्तियों और घास का इस्तेमाल करके बनाई गई हैं. उन्होंने कहा कि फूलों से बनी मालाएं बहुत आम थीं और इसलिए वे स्वदेशी जनजातियों द्वारा बनाई गई विशेष मालाओं का इस्तेमाल कर प्रतिनिधियों का स्वागत करना चाहते थे.

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया यूज़र्स ने ये झूठा दावा किया कि भूपेश बघेल ने सोने की चेन का इस्तेमाल कर कांग्रेस नेताओं का स्वागत किया. दरअसल, ये एक विशिष्ट क्षेत्र की स्वदेशी जनजातियों द्वारा बनाई गई मालाएं थीं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, न्यूज़ रिपोर्ट और कांग्रेस नेताओं ने इसकी पुष्टि की है.

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