इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें एक साथ बहुत सारी तोड़ी गई घरों और इमारतों के मलबों के बीच कुछ लोग दिख रहे हैं. वायरल मेसेज में दावा है कि बहराइच में राम गोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने वाले आरोपियों के घरों को बुलडोज़र चलाकर जमीदोज़ कर दिया गया. इसे योगी आदित्यनाथ का न्याय बताकर महिमामंडन किया जा रहा है.

X- हैंडल कुं.जगदीश सिंह खंगार ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “गोपाल की हत्या करने वालों आखें फाड़ के देख लो, ये बाबा का न्याय है बहराइच का वजीरगंज बना, गाज़ा जिस गली से पत्थर निकलेगा उस गली में बुलडोज़र घूमेगा गोपाल को जिन्होंने मारा था उनके घरों को जमीदोज़ कर दिया गया है”. (आर्काइव लिंक

वृहद भारतीय प्रगति फाउंडेशन के निदेशक प्रभा उपाध्याय ने भी X (पूर्व में ट्विटर) में इसी तरह के दावे के साथ वीडियो शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

इंस्टाग्राम यूज़र @thehinduclan ने #jayshreeram #bharat #bhartiyasena #hindu का इस्तेमाल करते हुए उपरोक्त जैसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

 

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भगवा क्रांति सेना की राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) सदस्य साध्वी प्राची ने भी ऐसे ही दावे करते हुए ये वीडियो शेयर किया था. बाद में उन्होंने अपना पोस्ट डिलीट कर दिया. (आर्काइव लिंक)

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के एक की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 26 सितम्बर 2024 को अल्ताफ स्टूडियो नाम के इंस्टाग्राम यूज़र का एक पोस्ट मिला जहां असली वीडियो अपलोड किया गया था. पोस्ट में वज़ीरगंज, अपना वज़ीरगंज, बहराईच लिखा हुआ था. यहां पाठक गौर करें कि बहराइच के महाराजगंज में 13 अक्टूबर 2024 को विसर्जन जुलूस में शामिल 25 साल के रामगोपाल की हत्या कर दी गई थी जिससे हिंसा भड़क गई. और ये वीडियो इस घटना के लगभग 2 हफ़्ते पहले से ऑनलाइन मौजूद है. (आर्काइव लिंक)

वीडियो से संबंधित और जानकारी के लिए हमने की-वर्डस सर्च किया. हमें 25 सितम्बर 2024 की जागरण की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के अनुसार ,ग्राम पंचायत सराय जगना वज़ीरगंज में न्यायालय के आदेश पर 23 मकान व दुकानों पर बुलडोज़र चलाया गया. ये कार्रवाई कथित तौर पर अवैध कब्ज़े के खिलाफ़ अतिक्रमण हटाने के लिए किया गया. इस दौरान छह थानों की पुलिस व पीएसी के जवान मुस्तैद थे. (आर्काइव लिंक)

बहराइच पुलिस ने वायरल पोस्ट को लेकर एक ट्वीट किया है जिसमें लिखा है, “प्रदर्शित विज़ुअल एक कोर्ट द्वारा आदेशित एंटी एंक्रोचमेंट ड्राइव के हैं जो कि जनपद बहराइच के फखरपुर क्षेत्र में दिनांक 25.09.24 को चली थी न कि विगत दिनों घटित महराजगंज की घटना का है ,भ्रामक पोस्ट से सौहार्द और कानून व्यवस्था बिगाड़ने के विरुद्ध विधिक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी”. (आर्काइव लिंक)

यानी, वायरल वीडियो वज़ीरगंज में न्यायालय द्वारा अतिक्रमणों को हटाने के बाद का है.

वीडियो के साथ वायरल दावे की पड़ताल

ETV भारत उत्तर प्रदेश की एक रिपोर्ट के मुताबिक, महसी थाना क्षेत्र के महराजगंज कस्बे में हुई हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद सहित 23 के घर पर बुलडोज़र चलाने की तैयारी है. पीडब्ल्यूडी ने शुक्रवार (18 अक्टूबर) को 23 घरों पर नोटिस चस्पा किया. विभाग ने अतिक्रमण हटाने के लिए इनको तीन दिन का समय दिया था जिसे हाईकोर्ट ने बढ़ाकर 15 दिन कर दिया.

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में 23 अक्टूबर को इस मामले की सुनवाई हुई, कोर्ट ने दोनों पक्षों को सुना. सरकार ने अपना जवाब दाखिल नहीं किया था. कोर्ट ने प्रदेश सरकार से डिटेल में काउंटर एफिडेविट फ़ाइल करने के लिए कहा. कोर्ट ने सुनवाई के बाद दोनों पक्षों, प्रदेश सरकार और पीड़ितों को मामले में अपने-अपने साक्ष्य के साथ दस्तावेज पेश करने के आदेश दिए. अब इस मामले में अगली सुनवाई 4 नवबंर को होनी है तब तक बहराइच हिंसा मामले मे बुलडोज़र कार्रवाई पर रोक जारी है.

कुल मिलाकर, 25 सितम्बर 2024 को बहराइच के वज़ीरगंज में न्यायालय के आदेश पर 23 मकानों और दुकानों पर बुलडोज़र के माध्यम से अतिक्रमण हटाने की घटना का वीडियो बहराइच की हालिया घटना से जोड़कर शेयर किया जा रहा है.

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