पाकिस्तानी राजनीतिक टिप्पणीकार ज़ैद हामिद ने खाकी वर्दी पहने व्यक्ति द्वारा एक महिला को ज़बरदस्ती खींचने की तस्वीर साझा की और साथ में दावा किया कि भारतीय सेना के रूप में दिख रहे व्यक्ति “RSS के गुंडे” हैं, जो कश्मीरी महिलाओं को अगवा करके उनका यौन शोषण करते हैं।
यह तस्वीर समान दावे से सोशल मीडिया में 2016 से प्रसारित है, जिसे कई पाकिस्तानी ट्विटर उपयोगकर्ता ने साझा किया है।
Indian State terrorism in #Kashmir. Cruelty at its peak. pic.twitter.com/jlomtgi1rN
— Ijaz Ul Haq (@ijazulhaq) September 1, 2016
कश्मीर की तस्वीर नहीं
इस तस्वीर को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें अच्छी गुणवत्ता वाली समान तस्वीर एक ब्लॉगपोस्ट में मिली।
उपरोक्त तस्वीर में, महिला को ज़बरदस्ती खींच रहे एक व्यक्ति की वर्दी पर प्रतीक चिन्ह में ‘पुलिस’ लिखा है। साथ ही उस व्यक्ति ने सेना के नहीं बल्कि पुलिस जैसे कपड़े पहने हुए है। इसके बाद ऑल्ट न्यूज़ ने हर राज्य के पुलिस चिन्ह की खोज की और हमने पाया कि तस्वीर में दिखने वाला चिन्ह आंध्रप्रदेश की पुलिस के चिन्ह से मिल रहा है।
आंध्रप्रदेश पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस के चिन्ह की तुलना करने पर दोनों के बिच की भिन्नता साफ दिखाई दे रही है।
ट्विटर पर सर्च करने पर, हमनें पाया कि CPI(M) के अधिकृत ट्विटर हैंडल द्वारा इस तस्वीर को 26 जुलाई, 2016 को साझा किया गया था। पार्टी ने तस्वीर के साथ दावा किया कि आंध्रप्रदेश पुलिस ने राज्य में सामाजिक कल्याण छात्रावासों को बंद करने के विरोध में SFI के छात्रों पर कार्यवाही की।
Brutal Police assault on SFI protest against closing down of social welfare hostels in Andhra Pradesh. pic.twitter.com/5On6ou5rqC
— CPI (M) (@cpimspeak) July 26, 2016
20 जुलाई, 2016 की द हंस इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, SFI ने एक प्रदर्शन का आयोजन किया था, “जिसमें छात्रों ने भोजनालयों की संख्या में वृद्धि करने और बंद सामाजिक कल्याण छात्रावासों को फिर से खोलने की मांग की”– अनुवादित। सरकार ने 500 से अधिक छात्रावासों को बंद कर दिया था।
अंत में 2016 में आंध्रप्रदेश में हुए प्रदर्शन की तस्वीर को पाकिस्तानी राजनीतिक टिप्पणीकार ज़ैद हामिद ने इस दावे से साझा किया कि कश्मीरी महिला को भारतीय सेना की वर्दी पहने हुए RSS के गुंडों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। हामिद ने इससे पहले श्रीलंका का एक वीडियो भारत में मुस्लिमों पर अत्याचार करने के दावे से साझा किया था।
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