ख़बर के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर हमला कर दिया. इस दौरान, एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. तस्वीर में कुछ लोग बर्फ में घुटनों पर बैठकर प्रार्थना कर रहे हैं. ये तस्वीर यूक्रेन के हालिया तनावपूर्ण माहौल की बताई जा रही है. यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि यूक्रेन के लोग कड़कड़ाती ठंड में बाहर बैठकर प्रार्थना कर रहे हैं.
‘Propel Women’ की फ़ाउन्डर क्रिस्टीन केन ने एक ट्वीट में लिखा कि ये तस्वीर उनकी दोस्त @SheilaWalsh ने ट्वीट की थी. तस्वीर में यूक्रेन में बसे ईसाई लोग ज़मीन पर घुटनों के बल बैठकर प्रार्थना कर रहे हैं. क्रिस्टीन ने लोगों से इस प्रार्थना में शामिल होने के लिए भी पूछा. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
My friend @SheilaWalsh posted this picture of Ukrainian Christians praying for their nation, in the snow, on their knees. I know & love so many people in this nation. I’ve been going for over 20 years. We have an office there. Would you join us in prayer? I’m heartbroken. pic.twitter.com/2FXgjK6bVL
— Christine Caine (@ChristineCaine) February 19, 2022
क्रोएशिया की संसद सदस्य मारियाना पेटीर ने भी ये तस्वीर हाल की बताकर ट्वीट की. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
Ukrainian Christians pray outdoors, in the snow, for their country in this phase of war danger. Let’s pray for people in #Ukraine in these particularly critical times; may God grant wisdom, discernment, strength, courage, protection to the authorities and to the whole population! pic.twitter.com/SPPrEatTZK
— Marijana Petir (@marijana_petir) February 21, 2022
ये तस्वीर हिन्दी कैप्शन के साथ भी शेयर की गई है.
ट्विटर से लेकर फ़ेसबुक पर ये तस्वीर वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
आसान से रिवर्स इमेज सर्च से ऑल्ट न्यूज़ को ये तस्वीर ‘इंटरनेशनल मिशन बोर्ड’ के 25 सितंबर 2019 के आर्टिकल में मिली. ये वेबसाइट ईसाई धर्म से जुड़ी स्टोरीज़ पब्लिश करती है. रिपोर्ट में ये तस्वीर यूक्रेन के खारकीव शहर की बताई गई है.
आर्टिकल के मुताबिक, मार्च 2014 में यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में रूस के अलगाववादियों ने हमला किया था. ऐसी स्थिति के चलते पादरियों ने प्रार्थना के लिए लोगों को बुलाया था. इसके एक हफ़्ते के अंदर ही वहां 100 से ज़्यादा लोग प्रार्थना के लिए पहुंचने लगे. 2014 के बाद से शुरू हुए इस प्रेयर ग्रुप को सैनिकों और पुलिसकर्मियों ने धमकियां भी दी. रिपोर्ट में आगे लिखा है कि अलगाववादियों ने नज़दीक के लुगांस्क और डोनेट्स्क शहर पर भी हमला किया था. ये आर्टिकल लिखने वाली लेखक निकोल लेह ने खार्कोव शहर के फ़्रीडम स्क्वेर में होनेवाली इन प्रेयर्स में हिस्सा लिया था. और अपना अनुभव बताते हुए उन्होंने ये आर्टिकल पब्लिश किया था.
साल 2014 में रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्ज़ा कर लिया था. इसके बाद से यूक्रेन की सेना और अलगाववादियों के बीच संघर्ष जारी रहा.
कुल मिलाकर, यूक्रेन में प्रार्थना कर रहे लोगों की पुरानी तस्वीर हाल के तनावपूर्ण स्थिति की बताकर शेयर की गई.
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