रस्सी से जकड़े हुए एक आदमी को भीड़ द्वारा पीटते हुए दिखाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया है। फेसबुक पेज न्यूज़ पर्सनेलिटी ने निम्नलिखित दावे के साथ यह वीडियो साझा किया है, “गुजरात: कल दुपहर 3 बजे एक मुस्लिम को भगवा आतंकी भीड़ ने रस्सी से बाँध कर पीटा बरोडा के आजवा चौकड़ी का मामला।” वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए हम इसे एम्बेड नहीं कर रहे हैं, ताकि आप तय कर सकें कि आप इसे देखना चाहते हैं या नहीं।
ट्विटर और फेसबुक पर कई अन्य व्यक्तियों ने इसी संदेश के साथ वही वीडियो पोस्ट किया है।
उसी वीडियो को एक अलग दावे के साथ भी ट्विटर पर पोस्ट किया गया था। एक ट्विटर उपयोगकर्ता द्वारा पोस्ट किए गए संदेश में लिखा है, “एक मुस्लिम को #आतंकवादी भीड़ ने रस्सी से बाँध कर पीटा पार्लियामेंट स्क्वेयर लन्दन भारत में हो रही लिंचिंग और आतंकी घटनाओं के विरुद्ध प्रदर्शन हुआ अब तो शर्म करो और रोको #MobLynching करना या ओर नाम खराब करोगे भारत माता का ??”
तथ्य-जांच
ऑल्ट न्यूज़ ने डिजिटल सत्यापन टूल Invid की मदद से वीडियो को कई की-फ्रेमों में तोड़ा। फिर हमने इन की फ्रेमों की रिवर्स खोज की तो इस घटना से संबंधित कई समाचार लेख मिले।
अगस्त 2017 में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, मुकीम नाम का व्यक्ति, जो मुस्लिम समुदाय से संबंध रखता है, वीडियो में पिटता हुआ दिखाई दे रहा है। लेख में आगे कहा गया है, “कंगला निवासी पीड़ित मुकीम मानसिक रूप से कमजोर है। घटना के समय मुकीम एक दूसरे गांव में घूम रहा था। वहां के कुछ लोगों ने उसे चोटी काटने वाला समझकर पकड़ लिया। इसके बाद लोगों ने उसे रस्सी से बांधकर बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। हैवान बनी भीड़ ने मुकीम को इतना पीटा की वह अधमरा हो गया। मौके पर मौजूद कुछ तमाशबीन पूरी घटना की वीडियो भी बनाते रहे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित युवक को अपने साथ ले गई। पुलिस को पूछताछ में पता चला की पीड़ित एक मंदबुद्धि है, जिस वजह से वह कुछ बोल नहीं पाया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। पीड़ित के पिता बलजीत की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। वीडियो की मदद से पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी मामले की जांच चल रही है। युवक का उपचार किया जा रहा है। “
ऑल्ट न्यूज़ ने सीकरी पुलिस से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि वह घटना वास्तव में राजस्थान के सीकरी, भरतपुर में हुई थी। इस प्रकार, सोशल मीडिया का दावा कि यह घटना गुजरात के बड़ौदा में हुई थी, गलत है। हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ यह पता लगाने में असमर्थ रहा कि अपराध के पीछे कोई सांप्रदायिक मकसद था या नहीं।
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