एक पांच साल पुरानी तस्वीर जिसका पाकिस्तान से कोई नाता नहीं है, को एक भड़काऊ अपील के साथ फैलाया जा रहा है। ताकि हिन्दू-मुस्लिम के बीच सांप्रदायिक नफरत बढ़े। ऐसा कारनामा कर अफवाह फैलाने वाले यह अच्छी तरह जानते हैं कि कुछ लोग ऐसी तस्वीरें देख तुरंत उसे सच मान लेते हैं और इसे अपने पहचान के लोगों तक शेयर करने में जरा भी देर नहीं करते। खास कर सोशल मीडिया एक ऐसी जगह है जहाँ ऐसी फर्जी खबरों को हजारों लोगों तक पहुंचते देर नहीं लगती।
पाकिस्तान में एक हिन्दू ने जय श्री राम का नारा लगाया तो उसकी ये हालत कर दी इस पोस्ट इतना शेयर करो की हर हिन्दू तक पहुँच सके हिन्दू भाईयों शेयर करें।।और पेज को ऊपर अंगूठे के निशान पे लाइक करें!👍👍
Posted by यूपी है योगी के साथ on Wednesday, 20 December 2017
आप देख सकते हैं कि ‘यूपी है योगी के साथ’ नामक फेसबुक पेज के इस पोस्ट को 20 हजार से अधिक बार शेयर किया गया है।
“पाकिस्तान में एक हिन्दू ने जय श्री राम का नारा लगाया तो उसकी ये हालत कर दी इस पोस्ट इतना शेयर करो की हर हिन्दू तक पहुँच सके हिन्दू भाईयों शेयर करें। और पेज को ऊपर अंगूठे के निशान पे लाइक करें!👍👍”. इस कथन के साथ ‘यूपी है योगी के साथ‘, ‘मेरा भारत महान‘, ‘फौजी भाई रामभक्त‘ और कई सारे फेसबुक पेजों और फेसबुक अकाउंट द्वारा एक तस्वीर को भड़काऊ अपील के साथ फैलाया जा रहा है, जबकि यह तस्वीर पाकिस्तान की है भी नहीं। इस पोस्ट को कुछ अफवाहबाजों द्वारा अपनी बात जोड़ कर जैसे ‘जागो हिन्दू जागो‘, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद‘, ‘देखिये पाकिस्तान की हकीकत‘ कहकर अधिक से अधिक हिन्दू भाइयों तक पहुँचाने की अपील की जा रही है। जिससे कहीं-न-कहीं हिन्दू-मुस्लिम सांप्रदायिक हिंसा को फैलाने की कोशिश की जा रही है।
पाकिस्तान में एक हिन्दू ने जय श्री राम का नारा लगाया तो उसकी ये हालत कर दी इस पोस्ट इतना शेयर करो की हर हिन्दू तक पहुँच सके हिन्दू भाईयों शेयर करें।।और पेज को ऊपर अंगूठे के निशान पे लाइक करें!👍👍
Posted by मेरा भारत महान on Saturday, 23 December 2017
आइये देखते हैं कि असल में यह तस्वीर कहाँ की है: यह तस्वीर नवंबर, 2012 की फिलिस्तीन की गाजा शहर की है, जिसमें कुछ मोटरसाइकिल सवार फिलिस्तीनियों द्वारा एक मृत व्यक्ति के शरीर को बांध कर घुमाया जाता है जो उन 6 संदिग्ध इजरायल सहयोगियों में से एक था जिनको कुछ मुखौटे पहने लोगों द्वारा शहर के चौराहे पर एक साथ गोली मार दी गई थी। फिर वहां के सत्तारूढ़ हमास संगठन के सैन्य शाखा द्वारा मौतों की जिम्मेदारी ली गई थी। उस सप्ताह में इजराइल द्वारा गाजा पर भारी बमबारी को देखा गया था, जिसे ऑपरेशन पिलर ऑफ डिफेंस के नाम से जाना जाता है।
जैसा कि स्पष्ट है यह तस्वीर पाकिस्तान की नहीं है और ना ही किसी मुस्लिम संगठन द्वारा किसी हिन्दू को ‘जय श्री राम’ कहने पर ये हालत की गयी। 5 साल पुरानी यह तस्वीर काफी दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और लोग इसे बिना सोचे-समझे शेयर करने में लगे हैं, कम-से-कम जो लोग शेयर करते हैं वो एक बार रिवर्स चेक जरूर कर लें, क्यूंकि सबसे पहले ऐसी फर्जी खबर बनाकर बेचने वाले को तो सच पता ही है, ऐसे लोग एक नीच मानसिकता के साथ नफरत फैलाने में लगे हैं और वो सोशल मीडिया के जरिये अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। आप देख सकते हैं कि किस तरह इन्होंने अपने पेज का लाइक बढ़ाने के लिए “पेज को ऊपर अंगूठे के निशान पे लाइक करें!👍👍” एक झूठी कहानी बनाकर भड़काऊ तस्वीर वायरल कर दिया। कृपया ऐसी कोई तस्वीर जिसे एक जरिया बनाकर कोई गलत सन्देश फैलाया जा रहा हो, उसे शेयर करने से बचें।
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