यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी शेयर की जा रही हैं. दावा किया जा रहा है कि वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की अपने देश की रक्षा के लिए लड़ाई में खुद आगे आ गए हैं.
तस्वीरों के साथ शेयर किये गए एक कैप्शन में लिखा है, “यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दिल जीत लिया अपने देश पर मुसीबत आई तो सैनिको की वर्दी पहनकर खुद जंग के मैदान में उतरे.” कुछ समय पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला पंजाब में एक फ्लाईओवर पर फंस गया था. उस वक्त उनके बयान (‘ज़िंदा लौट कर वापस आ पाया’) का हवाला देते हुए कैप्शन में पीएम मोदी का भी मज़ाक उड़ाया गया है.
इस दावे को ट्विटर पर काफी शेयर किया जा रहा है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दिल जीत लिया अपने देश,पर मुसीबत आई तो सैनिको की वर्दी पहनकर खुद जंग के मैदान में उतरे
और एक युगांडा के PM है,जिन्हें 4-5 किसानों ने काले झंडे दिखाए तो बुलेट प्रूफ कार से न निकले और वापस जाकर बोले
“बड़ी मुश्किल से जान बचाकर भागा हूँ”#RussiaUkraineWar pic.twitter.com/aEBj4w5cH8
— Harun khan هارون خان (@iamharunkhan) February 25, 2022
कुछ और लोगों ने भी वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की की तारीफ़ करते हुए ये तस्वीर शेयर की.
You may mock Zelinsky and call him a standup. You know what? Yes, he is. He is standing up to a military superpower. He has rebuffed America’s offer to evacuate him even though he can hear the rumble of the approaching Russian tanks.
He who does not fear death dies only once. pic.twitter.com/zBqqVr9N9P
— Anand Ranganathan (@ARanganathan72) February 26, 2022
Respect to the Ukrainian President Volodymyr Zelenskyy
Stand for #Ukraine pic.twitter.com/Nf9WHDGGdq— Asaad Hanna (@AsaadHannaa) February 24, 2022
“When you attack us, You will see our faces, not our backs”
~ Ukraine president ✊❤️ pic.twitter.com/p01x4s9Jpy— Shyam Meera Singh (@ShyamMeeraSingh) February 25, 2022
इन तस्वीरों को फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ पोस्ट किया गया है.
फ़ैक्ट-चेक
तस्वीरों को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये 2021 की तस्वीरें हैं. पहली तस्वीर कीव पोस्ट की एक न्यूज़ रिपोर्ट में शेयर की गई मिली. रिपोर्ट में तस्वीर के लिए AFP को क्रेडिट दिया गया है.
गेटी इमेजेज़ पर ये तस्वीर 11 फ़रवरी, 2021 को अपलोड की गई थी. तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, “11 फ़रवरी, 2021 को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने G7 राजदूतों के साथ अपनी यात्रा के दौरान यूक्रेन के डोनबास का निरीक्षण किया.”
दूसरी तस्वीर 21 अप्रैल 2021 की रॉयटर्स की एक न्यूज़ रिपोर्ट में पब्लिश की गई थी. कैप्शन के मुताबिक, ये 9 अप्रैल 2021 को खिंची गई थी. इसमें लिखा है, “यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने रूस के साथ फ्रंटलाइन के पास डोनबास क्षेत्र में सशस्त्र बलों की स्थिति का दौरा किया.”
पत्रकार @AsaadHannaa ने जो फ़ोटोज़ शेयर किये, वो भी 2021 के हैं.
की-वर्ड्स सर्च करने पर पहली तस्वीर हमें गेटी इमेजेज पर मिली. इसे दिसम्बर, 2021 में खिंचा गया था.
पहली तस्वीर को ध्यान में रखते हुए हमने एक बार फिर की-वर्ड्स सर्च किया. हमें दूसरी तस्वीर यूक्रेन के अधिकारिक रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर मिल गई. ये तस्वीर भी दिसम्बर 2021 में ली गई थी.
तीसरी तस्वीर की सच्चाई पता करने के लिए हमने रिवर्स इमेज सर्च किया. मालूम चला कि ये भी 2021 की है. ये तस्वीर अप्रैल में ली गई थी जब वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने फ्रंटलाइन का दौरा किया था.
इस तरह, एक साल पुरानी दो तस्वीरें इस झूठे दावे के साथ शेयर की गई कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की देश पर मौजूदा मुसीबत के समय सैनिको की वर्दी पहनकर खुद जंग के मैदान में उतरे.
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