“कोलकाता में बीजेपी की रैली में ममता बनर्जी ने अपने गुंडों से हमला कराई हिंदू भाई लोगों पर देश को बचाना है 2019 में बीजेपी को जिताना है” -यह, एक यूजर अनिल सिंह बीजेपी का फेसबुक पोस्ट है जिसके साथ घायल लोगों की तस्वीरें हैं। सिर्फ इस अकाउंट से, इसे अब तक 29,000 से ज्यादा बार शेयर किया गया है।
कई दूसरे सोशल मीडिया यूजर्स ने ये तस्वीरें इसी संदेश के साथ फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट की हैं।
पुरानी और असंबद्ध तस्वीरें
हमने पाया कि सोशल मीडिया में वायरल ये तस्वीरें पुरानी हैं और कोलकाता में भाजपा की किसी रैली से संबंधित नहीं हैं। गूगल पर इन तस्वीरों की रिवर्स सर्च करने पर हम राहुल गांधी के एक ट्वीट तक पहुंचे, जिसमें खून बहते प्रदर्शनकारियों की दो तस्वीरें शामिल थीं। ये तस्वीरें नवंबर, 2018 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के बाहर आयोजित रोजगार मांगने वाले युवा अभ्यर्थियों के एक प्रदर्शन से संबंधित थीं। 2 नवंबर, 2018 को द वीक में प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है, “12,000 से ज्यादा सरकारी शिक्षकों का चयन खारिज करने तथा 68,500 भर्तियां और करने की प्रक्रिया की सीबीआई जांच कराने के आदेश संबंधी दो अदालती फैसलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने डंडों का प्रयोग किया।”- (अनुवादित)
वादा था 2 करोड़ रोजगार का, मगर UP में 68,500 सहायक शिक्षकों की भर्ती सही से कराए जाने की माँग कर रहे युवाओं के साथ योगी सरकार का बर्ताव देखिए।
जो बच्चों का भविष्य बनाते हैं उनके भविष्य पर ऐसी मार?
कांग्रेस उत्तर प्रदेश के शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ है। युवा इसका जल्द जवाब देंगे। pic.twitter.com/NSWpF7Agu5
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 3, 2018
इसके अलावा, नीचे दायीं ओर की एक तस्वीर, एक महिला की है, जो कोलकाता के बिनोदिनी गर्ल्स हाई स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध अभिभावकों और माताओं-पिताओं के प्रदर्शन के दौरान घायल हो गई थीं। एक रिपोर्ट के अनुसार, जिसमें इस महिला की तस्वीर है, स्कूल में एक शिक्षक के विरुद्ध छेड़खानी के आरोप लगने पर वे स्कूल परिसर के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे।
जहां तक 29 जनवरी को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली में हिंसा का संबंध है, भाजपा समर्थकों को लेकर गई बसों से, कथित रूप से तृणमूल समर्थकों द्वारा तोड़फोड़ की गई थी। द हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है, “भाजपा समर्थकों के जवाबी हमले में कई सरकारी बसों, पुलिस की गाड़ियों, मोटरसाइकिलों और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो दफ्तरों पर तोड़फोड़ हुई। कई मोटरसाइकिलों और साइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया।”- (अनुवादित)
निष्कर्ष में, पुरानी और असंबद्ध तस्वीरों से, कोलकाता में आयोजित रैली में भाजपा समर्थकों पर तृणमूल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा हमले को दिखलाने का प्रयास किया गया।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.