33 सेकंड का एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हुआ है कि BJP के कई नेता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से कृषि विधेयक वापस लेने की गुहार लगा रहे हैं. मेसेज में लिखा गया है कि कृषि विधेयक 5 प्रतिशत लोगों की मदद करेंगे जबकि 70 प्रतिशत के ख़िलाफ़ काम करेंगे.

ये वीडियो व्हाट्सऐप पर भी इसी दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.

2020 में अलग दावे के साथ वायरल था

पिछले साल इसे शेयर करते हुए दावा किया गया था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भाजपा के कई सांसद नागरिकता संशोधन कानून वापस लेने का अनुरोध कर रहे हैं. वीडियो के साथ शेयर किए जा रहे मेसेज में लिखा है, “कोई मीडिया इसे दिखाना नहीं चाहता, भाजपा के 88 मंत्री राजनाथ सिंह से मिले और उन्हें NRC और CAB को वापस लेने का अनुरोध किया.”

No media is ready to show this,

88 MP’s from BJP met Rajnath Singh and requested to take back NRC and CAA…

India against #CAA #NRC and #NPR

Posted by Adv Meer Adil Ali on Tuesday, January 7, 2020

ये वीडियो हिंदी मेसेज के साथ भी शेयर किया गया था, “88 सांसदों के दल ने राजनाथ जी से हाथ जोड़कर एनआरसी को लागू न करने का आग्रह किया लेकिन कोई भी न्यूज़ चैनल इस खबर को डिस्प्ले नहीं कर रहा क्योंकि यह संसद मुसलमान नहीं हैँ आप ही शेयर कर दीजिए”

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये वीडियो 11 अगस्त, 2018 को पोस्ट किया गया था. इसमें भाजपा विधायक राजेंदर सिंह तत्कालीन केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को इस्तीफ़ा दे रहे थे. पोस्ट के अनुसार, ये वीडियो एससी/एसटी कानून के ख़िलाफ़ हो रहे प्रदर्शन के वक़्त का है. विधायक राजेंद्र सिंह ने केंद्रीय मंत्री से कहा, “78% लोगों पर 22% लोग राज करेंगे. मैं आपको अच्छे से जानता हूं और आपके साथ एक बिस्तर पर सोया हूं. आज मैं 22% के सामने भीख मांग रहा हूं.”

 

Sc/St act ka gyapan dete grih mantri rajnath singh ko….

Rajnath Singh murdabad……
Narendra modi murdabad……..
BJP sarkar murdabad…………………

Posted by Deepak Das Ambedkar on Friday, August 10, 2018

हमें फेसबुक और यूट्यूब पर 2018 में शेयर की गई कुछ पोस्ट्स भी मिलीं जिससे भी इस बात का पता चलता है कि ये वीडियो भाजपा विधायक राजेंद्र सिंह द्वारा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को SC/ST कानून की वजह से इस्तीफा सौंपे जाने का है.

मार्च 2018 में, सर्वोच्च न्यायालय के फैसले में SC/ST कानून के पुराने प्रावधानों को रद्द कर दिया गया था जिसमें आरोपी को तुरंत गिरफ़्तार करने का प्रावधान दिया गया था. इस फैसले के बाद देशभर में काफ़ी विरोध प्रदर्शन हुआ था.

इस तरह, मालूम पड़ता है कि वायरल हो रहा वीडियो इंटरनेट पर 2018 से उपलब्ध है. इससे ये दावा कि BJP के कई नेता कृषि विधेयक को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, गलत साबित होता है.


देखिये पिछले हफ़्ते के टॉप फ़ैक्ट-चेक्स

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Defence Correspondent turned fact-checker. Two times award winning journalist by Govt. of Goa.