सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे वीडियो में कई लोगों को एक पेट्रोल पम्प में तोड़-फोड़ मचाते हुए देखा जा सकता है. वीडियो के साथ #पेट्रोल_घोटाला इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके साथ जो कैप्शन लिखा गया है, वो ये है – रावण राज में पेट्रोल की बढ़ती कीमतों से नाराज़ जनता का सब्र जवाब देने लगा है हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं”
ऊपर दिए गए फ़ेसबुक पोस्ट को 9 हज़ार शेयर मिले और लगभग डेढ़ लाख लोगों ने इसे शेयर किया. ये फ़ेसबुक के साथ-साथ ट्विटर पर भी वायरल है.
रावण राज में पेट्रोल की बढ़ती क़ीमतों से नाराज़ जनता का सब्र अब जवाब देने लगा है
हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं पेट्रोल घोटाला @afrozsahil @HinaAltaf78 @JoyousHussain @khushi9595 @ShayarImran_Fan @Maroofkhanpuri @ShaanIrfan05 @Anushka_INC @Ramholkar_ @Rayaan41 @JawedAlam_ pic.twitter.com/uS8Uz3uiTs
— MD Mukhtar 💯 Follow Back (@Mukhtar4042) June 29, 2021
ये वीडियो देश भर में बढ़े हुए पेट्रोल-डीज़ल के दामों के सन्दर्भ में शेयर किया जा रहा है. मई से देश भर में 35 बार पेट्रोल के दाम बढाए गए हैं. मुंबई में पेट्रोल 105 रुपये लीटर और दिल्ली में 95 रुपये लीटर मिल रहा है.
पुराना, असंबंधित वीडियो
गूगल पर एक की-वॉर्ड सर्च की बदौलत हम यूट्यूब पर 2018 में अपलोड किये गए वीडियो तक पहुंचे. इसका टाइटल था – “Attack on Petrol Pump | Puri, Odisha | Bhubaneswar | Fuel price hike”.
इसे ध्यान में रखते हुए हमने इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स ढूंढनी शुरू कीं. हमें 2018 की ‘ओडिशा बाइट्स‘ की एक रिपोर्ट मिली. इसमें लिखा था कि ये घटना ओडिशा के पूरी में हॉस्पिटल चौराहे के पार खूंटिया पेट्रोल पम्प की थी. यहां एक ग्राहक ने आरोप लगाया था कि पेट्रोल पम्प ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी कर रहा था और लोग जितनी कीमत दे रहे थे, उतने का तेल नहीं दे रहा था. इस वजह से पेट्रोल पम्प के कर्मचारियों और उस ग्राहक के बीच कहा-सुनी शुरू हो गयी. इसमें कुछ स्थानीय लोग भी शामिल हो गए और पेट्रोल पम्प को क्षतिग्रस्त कर दिया.
इसी तरह, ‘ओडिशा टीवी‘ ने भी रिपोर्ट किया कि एक ग्राहक ने एक बर्तन में एक लीटर पेट्रोल की मांग की थी. लेकिन मालूम पड़ा कि उसे सिर्फ़ 650 मिलीलीटर पेट्रोल ही मिला जिसके बाद वहां बहस शुरू हो गयी. कुछ स्थानीय लोग भी इसमें कूद पड़े और पेट्रोल भरने वाली मशीनों को और पेट्रोल पम्प के बाकी सामान को क्षतिग्रस्त करना शुरू कर दिया.
Omcom News ने ये भी बताया कि कि पम्प के पास ही खड़े तेल के टैंकर पर एक बम भी फेंका गया था. लेकिन फिर बम नहीं फटा और लोगों ने टैंकर में आग लगाने की कोशिश की. लोगों के इस प्रयास को पुलिस ने नाकाम कर दिया जो मौके पर पहुंच चुकी थी. रिपोर्ट में लिखा था, “भीड़ और पुलिस के बीच हुए टकराव में 15 से ज़्यादा [पत्रकार और मीडिया से जुड़े लोग घायल हुए जिन्होंने बाद में सड़क जाम कर प्रदर्शन किया.”
2020 में ‘द क्विंट‘ ने भी इसी घटना से जुड़ा एक फ़ैक्ट-चेक किया. इस क्रम में उन्होंने इन्स्पेक्टर कुलमणि सेठी से बात की थी जो पूरी के कुम्भरपाड़ा पुलिस स्टेशन में थे. उन्होंने बताया था कि वीडियो सितम्बर 2018 का था और इसमें 4 लोगों के खिलाफ़ केस दर्ज किया गया था.
यानी, एक दूसरी घटना का वीडियो, जिसमें पुरी के एक पेट्रोल पम्प को क्षतिग्रस्त किया जा रहा था, इस दावे के साथ शेयर किया गया कि लोगों ने पेट्रोल के बढ़ते दामों के चलते पेट्रोल पम्प पर तोड़-फोड़ की.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.