[चेतावनी: कुछ पाठकों के लिए विज़ुअल्स परेशान करने वाले हो सकते हैं. आप अपने विवेक के इस्तेमाल से इसे देखने या न देखने का निर्णय लें.]
सोशल मीडिया पर परेशान करने वाला एक वीडियो वायरल है, जिसमें बुलडोजर से बैल को कुचलकर मारते हुए दिखाया गया है. वीडियो के कैप्शन में दावा किया गया है कि ये घटना उत्तर प्रदेश में ‘बुलडोजर बाबा’ सरकार के कार्यकाल में हो रही है. हाल ही में हुए राज्य चुनाव के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ को ये उपनाम (बुलडोजर बाबा) कहकर बुलाया जाने लगा है.
ये भयानक वीडियो ट्विटर पर काफी वायरल हो रहा है.
फ़ेसबुक पर भी वीडियो इसी दावे के साथ वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
हमने यूट्यूब पर एक कीवर्ड सर्च किया जिससे कई न्यूज़ रिपोर्ट्स सामने आए. इनमें यही वीडियो था. ये रिपोर्ट्स करीब दो साल पुरानी हैं और मराठी भाषा में हैं. इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो हाल का नहीं है और शायद महाराष्ट्र का है.
हमने Zee24 Taas की रिपोर्ट देखी. वीडियो की शुरुआत में न्यूज़ ऐंकर कहता है कि घटना कौन सी जगह की है कि ये पता नहीं है, लेकिन इसे रिकॉर्ड करने वाले लोगों को मराठी में बात करते हुए सुना जा सकता है. ABP माझा की एक वीडियो रिपोर्ट में जगह का नाम इंदापुर, महाराष्ट्र बताया गया है.
इन सबको ध्यान में रखते हुए हमने गूगल पर एक कीवर्ड सर्च किया. हमें आरोपी की ग़िरफ्तारी के बारे में कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं. वायरल वीडियो महाराष्ट्र का है और कथित घटना अक्टूबर, 2019 की है.
मिड डे के हवाले से भिगवां पुलिस स्टेशन के सहायक पुलिस निरीक्षक जीवन माने ने कहा, “बैल बीमार था; रेबीज से ग्रसित पागल कुत्ते के काटे जाने के बाद ये गांव में तबाही मचा रहा था.” फ्री प्रेस जर्नल के मुताबिक, इस नृशंस हत्या के बाद आरोपी रोहित शिवाजी अटोले और भाऊसाहेब अन्ना खरतोडे गांव से फरार हो गए.
UP पुलिस की फ़ैक्ट-चेक टीम ने भी वायरल वीडियो को महाराष्ट्र का बताया.
#FactCheck – वायरल वीडियो उoप्रo से न होकर थाना भिगवान,जनपद पुणे, महाराष्ट्र से संबंधित है।आपके द्वारा अफवाह फैलाने के संदर्भ में @maharajganjpol को आपके विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया है।#UPPFactCheck#UPPolice https://t.co/7bJuL7yq4q pic.twitter.com/yMeRcaxST9
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) March 27, 2022
इस तरह, 2019 में महाराष्ट्र में एक बैल की भीषण हत्या का वीडियो इस ग़लत दावे के साथ शेयर किया गया कि ये यूपी की घटना है.
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