उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ मेला की शुरुआत हो चुकी है. 45 दिन तक चलने वाले इस मेले में हर रोज़ हज़ारों शामिल होने देश के हर राज्य से श्रद्धालु आ रहे हैं. बीते दिनों ये ख़बर आई कि महाराष्ट्र के जलगांव के निकट कुंभ मेले के लिए जा रही ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर पथराव हुआ और खिड़की के शीशे टूट गए. इसी घटना से जोड़कर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ट्रेन की खिड़की के बाहर रेल पटरी के पास भीड़ दिखाई देती है. कुछ ही देर में ट्रेन के अंदर अफरातफरी मचती है और यात्रियों को खिड़की बंद कर छिपते हुए देखा जा सकता है. यूज़र्स वीडियो के साथ लिख रहे हैं कि महाकुंभ में जा रहे यात्रियों पर हमला हुआ.

इंस्टाग्राम अकाउंट सम्राट भोज परमार ने वीडियो को “महाकुंभ मेले में जा रहे यात्रियों पर हमला” बताते हुए शेयर किया.

इंस्टाग्राम यूज़र दिनांक ऑफिशियल ने लिखा कि महाकुंभ जाने वाली सूरत प्रयागराज ट्रेन पर जलगांव के पास हमला हुआ. इस यूज़र ने वायरल वीडियो के साथ दो अन्य वीडियो भी शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Dinaank (@dinaank.official)

ठाकुर ब्रांड नाम के इंस्टाग्राम यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए इसे महाकुंभ में जा रही ट्रेन पर हमला बताया. (आर्काइव लिंक)

 

सुनील चाचा हिन्दू नाम के फेसबुक यूज़र ने भी इसी तरह ही दावे के साथ ये वीडियो शेयर किया. (आर्काइव लिंक)

 

*महाकुंभ जा रही ट्रेन पे पथराव कोई बड़ी साजिश तो नहीं*

Posted by Sunil Chacha Hindu on Wednesday 15 January 2025

फैक्ट-चेक 

ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के एक कीफ़्रेम को रिवर्स इमेज़ सर्च किया. हमें 13 जुलाई 2024 को न्यूज़18 इंडिया के साथ जुड़े पत्रकार विवेक गुप्ता के एक पोस्ट में ये वीडियो मिला. पोस्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के जलगांव ज़िले के अमलनेर इलाके में चेन पुलिंग करके कई अज्ञात लोगों ने पैसेंजर ट्रेन पर पथराव किया. (आर्काइव लिंक)

आगे हमें आजतक और ज़ी न्यूज़ की वेबसाइट पर प्रकाशित न्यूज़ रिपोर्ट से पता चला कि 12 जुलाई 2024 को महाराष्ट्र के जलगांव में भुसावल-नंदुरबार पैसेंजर ट्रेन पर भीड़ ने पथराव किया था जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई. आगे रिपोर्ट के अनुसार, वायरल वीडियो में घटना को कैद किया गया है. लगभग 25 लोग ट्रेन पर पत्थर फेंकते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि भयभीत यात्री चीख रहे हैं और भागने का प्रयास कर रहे हैं. घटना के बाद, राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने जांच शुरू की और रेलवे अधिनियम 154 के तहत मामला दर्ज किया. कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई और किसी के घायल होने की सूचना भी नहीं थी.

कुल मिलाकर, 6 महीने पुराने भुसावल-नंदुरबार पैसेंजर ट्रेन पर हुए पथराव के वीडियो को महाकुंभ मेले में जा रहे श्रद्धालु से भरी ताप्ती गंगा एक्सप्रेस पर हुए पथराव की घटना जोड़कर झूठा दावा किया गया कि यात्री घायल हो गए.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged: