“#न्यायपालिका के साथ #कार्यपालिका पर #चुनाव आयोग पर भी ब्राम्हणोका कब्जा #संघ कार्यालय मे चुनाव अधिकारी/कर्मचारी चुनाव की सेटिंग करके बाहर निकलते हुये और सवाल करणे पर जवाब ना देते हुये निकल भाग पडे !! ये है लोकतंत्र !! EVM / VVPAT की सेटिंग पक्की हो चुकी है !!” -यह कैप्शन इन दिनों सोशल मीडिया में वायरल एक वीडियो से जुड़ा हुआ है।

यह ध्यान देने योग्य है कि हालांकि, कैप्शन में दावा किया गया है कि संघ के एक कार्यालय से चुनाव अधिकारी तेज़ी से बाहर निकले, लेकिन, वीडियो में कथित रूप से आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथ परिसर के अंदर एक बैठक करने के बाद बाहर निकलते दिखाया गया है।

 

Posted by Suchita Khobragade on Monday, 8 April 2019

यह वीडियो फेसबुक पर व्यापक रूप से प्रसारित है।

वीडियो रिकॉर्ड करने वाले व्यक्ति को कथित बूथ से बाहर निकलने वाले व्यक्ति से पूछते हुए सुना जा सकता है — “क्या नाम है सर आपका ?” इस पर वह जवाब देता है, “जयप्रकाश”। बैठक की प्रकृति के बारे में पूछने पर प्रकाश कहते हैं, “यह संघ की बैठक थी।”

2018 की क्लिप

ऑल्ट न्यूज़ ने विभिन्न कीवर्ड्स के साथ इस वीडियो की खोज की तो 2018 का एक वीडियो मिला। नीचे पोस्ट किया गया यह वीडियो, उसी क्लिप का लंबा संस्करण है। इसके शुरुआती कुछ सेकंड में, कुछ अन्य लोगों के साथ बैठा एक आदमी, जब कैमरा उसके सामने होता है, तो अपना चेहरा ढंकने की कोशिश करता है। वीडियो रिकॉर्ड करने वाला व्यक्ति कहता है, “मुंह मत ढको भाईसाहब, वोटर लिस्ट दिख रही है ये ज्यादा रिस्की है।” वह आदमी कागज़ों के एक बंडल से अपना चेहरा ढंकने की कोशिश कर रहा था — जो कथित तौर पर मतदाता सूची थी। इसके बाद, वह अपने पीछे कागज को छिपाता है।

https://www.youtube.com/watch?v=czAR17m4-jU

कैमरा पकड़ा हुआ व्यक्ति दूसरे आदमी से आगे सवाल करता है — “मतदान केंद्र में जो एक पार्टी ने मीटिंग की है उसके बारे में आपका क्या कहना है?” आदमी जवाब देना शुरू करता है कि वह इस बैठक से अनजान था और उसे इसलिए बुलाया गया था क्योंकि वह बूथ अधिकारी है। इसके बाद, उसे किसी अन्य व्यक्ति द्वारा चुप रहने के लिए कहा जाता है।

इस वीडियो में कई सुराग हैं जो इस दावे का समर्थन करते हैं कि बैठक एक मतदान केंद्र पर आयोजित की गई थी और इसमें संघ और भाजपा के सदस्य मौजूद थे। वीडियो के 3:33वें मिनट पर, एक आदमी कहता है, “हां, बिलकुल, ये भाजपा पार्टी के लोग थे।”

ऑल्ट न्यूज़, इस घटना के बारे में किसी मीडिया रिपोर्ट का पता नहीं लगा सका। हालांकि, क्लिप में दिखाई दे रही एक बस की नंबर प्लेट ने संकेत दिया कि घटना राजस्थान में, संभवतः जयपुर में हुई होगी। नंबर प्लेट में ‘RJ14’ लिखा हुआ है, जो जयपुर का आरटीओ कोड है।

राजस्थान उन आठ राज्यों में से एक था जहां पिछले साल विधानसभा चुनाव हुए थे। चूंकि इस वीडियो का उसी चुनाव वाले महीने (दिसंबर 2018) का होने के रूप में पता लगा, इसलिए यह संभव है कि यह क्लिप राजस्थान विधानसभा चुनाव से संबंधित हो। ऑल्ट न्यूज़ इस घटना की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका। लेकिन, यह वीडियो, 2019 के आम चुनावों से पहले से इंटरनेट पर मौजूद है, इसलिए, यह किसी वर्तमान घटना का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकता।

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.