26 अक्टूबर को कई मीडिया रिपोर्ट्स आयीं कि पॉल पॉग्बा ने अंतर्राष्ट्रीय फ़ुटबॉल से सन्यास ले लिया है. इंग्लैंड के अख़बार ‘द सन’ के मुताबिक, ये खबर सबसे पहले कुछ मध्य-पूर्वी देशों के आउटलेट्स ने चलायीं. हालांकि न ही 27-वर्षीय पॉल और न ही फ़्रेंच फ़ुटबॉल एसोसिएशन ने कोई औपचारिक बयान जारी किया है. इनमें से एक रिपोर्ट है 195sports.com के हवाले से.
195sports के अनुसार पॉग्बा ने फ़्रेंच राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों के सेमुएल पैटी की क्रूर हत्या पर दिए बयान के बाद रिटायरमेंट की घोषण की. 18 वर्षीय टीनेजर अब्दुलाख अन्ज़ोरोव ने सेमुएल को बेरहमी से मार दिया था.
सेमुएल को पेरिस के उपनगर में एक क्लास को अभिव्यक्ति की आज़ादी पढ़ाने के दौरान पैगम्बर मोहम्मद पर एक विवादित कार्टून दिखाने के लिए मार दिया गया था. फ्रेंच सरकार ने उनके मरणोपरांत उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार फ़्रेंच लीजन डी’ऑनर से सम्मानित किया. एमेनुएल मैक्रों, जो इस्लाम के आलोचक रहे हैं, उन्होंने इस हत्या की कड़ी आलोचना की. उन्होंने सार्वजानिक तौर पर मोहम्मद पर बने कार्टून को जायज़ ठहराया है. पहले भी फ्रांस की सरकारी इमारतों में भी ये कार्टून लगाये गये हैं. वहीं, फ़्रांस पश्चिमी यूरोप में सबसे अधिक मुस्लिम जनसंख्या वाला देश है. पैगंबर का चित्र या विज़ुअल दिखाना इस्लाम में एक विवादास्पद मुद्दा है.
195Sports ने बताया कि मेनचेस्टर यूनाइटेड और फ़्रेंच नेशनल टीम के लिए खेलने वाले पॉग्बा ने इस्लामिक धर्म पर मैक्रों के हमले के बाद रिटायरमेंट ले लिया है.
हालांकि मध्य-पूर्वी देशों में ये खबर पहले रिपोर्ट की गयी लेकिन द सन की रिपोर्ट के बाद इस कथित ख़बर को ख़ूब हवा मिली.
जल्दी ही ये भारतीय न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म्स पर दिखने लगा. रिपब्लिक टीवी ने रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए दावा किया कि पॉल पॉग्बा ने मैक्रों के ‘इस्लामिक आतंकवाद’ वाले बयान के बाद फ्रे़ंच फ़ुटबॉल टीम छोड़ दी है.
न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म WION ने भी यही रिपोर्ट किया.
ये दावा सोशल मीडिया पर भी वायरल है.
फ़ैक्ट चेक
जैसे ही ये अफ़वाह फैलनी शुरू हुई, पॉल पॉग्बा ने इन्स्टाग्राम पर सच्चाई बताई – “तो द सन ने एक बार फिर ऐसा किया… मेरे बारे में शत प्रतिशत गलत अफ़वाह फैलाई जा रही है. जो मैंने कभी कहा या सोचा भी नहीं. मैं दुख, गुस्से और आश्चर्य में हूं कि कुछ ‘मीडिया’ स्रोतों ने फ़्रांस में चल रही संवेदनशील घटनाओं पर फ़र्ज़ी हेडलाइंस बनाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया और साथ में फ्रेंच नेशनल टीम को भी इसमें लपेट लिया. मैं किसी भी तरह के आतंक और हिंसा के खिलाफ़ हूं. दुर्भाग्यवश, कुछ मीडिया के लोग ख़बर लिखते समय ज़िम्मेदाराना रवैया नहीं अपनाते और प्रेस की आज़ादी का ग़लत इस्तेमाल करते हैं. चेक नहीं करते कि जो लिखा है वो सच भी है कि नहीं और गॉसिप बना देते हैं. बिना परवाह किये कि ये लोगों के और मेरे जीवन को प्रभावित करता है.”
उन्होंने इस ग़लत सूचना के बारे में ट्वीट कर भी जानकारी दी.
— Paul Pogba (@paulpogba) October 26, 2020
द सन ने इसके बाद अपनी रिपोर्ट अपडेट कर ली और सफ़ाई जोड़ दी. इसके साथ ही एक प्रवक्ता का नोट भी जोड़ा गया जिसे द सन ने ट्वीट किया. मिरर ने भी अपनी रिपोर्ट में अपनी ग़लती बताई.
— The Sun Football ⚽ (@TheSunFootball) October 26, 2020
हालांकि, रिपब्लिक और WION ने अपनी रिपोर्ट्स को लेकर अभी तक कोई सफ़ाई नहीं दी है. रिपब्लिक ने एक फ़ॉलो-अप आर्टिकल में पॉग्बा के अफ़वाह ख़ारिज किये जाने की बात तो बताई लेकिन ये नहीं बताया और न ही अपडेट किया कि चैनल ने खुद भी ये ग़लत सूचना दी थी.
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