24 अप्रैल को आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में एक विशाल हनुमान शोभायात्रा निकाली गई.

बीजेपी आंध्र प्रदेश के राष्ट्रीय सचिव सुनील देवधर ने कहा कि जुलूस के दौरान मुसलमानों ने एक अवैध मस्जिद से पत्थर और बीयर की बोतलें फेंकी. फिर उन्होंने देश के कई हिस्सों में मुस्लिम संपत्ति के नुकसान का ज़िक्र करते हुए बुलडोज़र “न्याय” की मांग की.

ऐसा दावा करने वालों में Y सत्या कुमार, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव और @Pronamotweets शामिल हैं.

इंडिया टुडे, न्यूज़18, टाइम्स नाउ और ऑप इंडिया ने सुनील देवधर के ट्वीट के आधार पर खबरें पब्लिश कीं.

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नेल्लोर SP और ABVP सदस्य सहित घटना के साक्षी ने इस दावे को ग़लत बताया

नेल्लोर के स्थानीय पत्रकार उमर अहमद के अनुसार, शोभायात्रा का का स्केल बेमिसाल था. ऑल्ट न्यूज़ ने उनसे ट्विटर पर संपर्क किया. उन्होंने बताया कि जुलूस MGM मॉल से RSR स्कूल तक था. इस मस्जिद का नाम अल कुद्दुस है और ये शोभायात्रा के रास्ते में आता है.

दोनों समुदायों के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी,. उस वक्त उमर अहमद आधे घंटे से ज़्यादा देर तक मस्जिद में ही थे. उन्होंने कहा, “कोई पत्थर और बीयर की बोतलें नहीं फेंकी गईं थी” उन्होंने एक वीडियो स्टेटमेंट भी दिया जिसे नीचे देखा जा सकता है.

ऑल्ट न्यूज़ ने हिंदू राष्ट्रवादी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबद्ध अखिल भारतीय छात्र संगठन, ABVP के एक सदस्य से संपर्क किया, जो पैदल रैली में शामिल हुए थे. ABVP सदस्य ने नाम न छापने की शर्त पर सुनील देवधर के दावे को ग़लत बताते हुए कहा, “मस्जिद से केवल नारेबाजी हो रही थी. कोई हिंसा नहीं हुई.”

एक वीडियो में बयान देते हुए, नेल्लोर के SP सीएच विजया राव ने कहा, “एक पॉइंट पर शोभायात्रा मस्जिद क्रॉस कर रही थी. डीजे की आवाज़ कुछ तेज़ थी और बाइक की आवाज़ भी युवाओं ने तेज़ कर दी…और वे ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रहे थे. वहीं, मस्जिद के अंदर मौजूद लड़कों ने ‘अल्लाह ओ अकबर’ चिल्लाना शुरू कर दिया और कुछ साइन दिखाने लगे. सिवाय इसके कोई पत्थर कोई बोतल फेंकने की घटना नहीं हुई और न ही कोई झड़प हुई.”

YSRCP विधायक अब्ब्य्या चौधरी ने SP के बयान की तुलना में एक अलग बयान दिया. गौरतलब है कि वो शोभायात्रा के दौरान मौजूद नहीं थे और न ही वे नेल्लोर के विधायक हैं. वो पश्चिम गोदावरी ज़िले के डेंडुलुरु के रहने वाले हैं.

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने पथराव किया और यात्रा रोकने करने की कोशिश की. उन्होंने आगे कहा कि नेल्लोर पुलिस ने हस्तक्षेप किया और कोई सांप्रदायिक घटना नहीं हुई. ऑल्ट न्यूज़ ने अब्ब्य्या चौधरी से बात की. उन्होंने बताया, “मुझे घटना की पूरी जानकारी नहीं है. हालांकि, जुलूस की शुरुआत के दौरान कुछ शराबियों ने पथराव करने की कोशिश की. मुझे पुलिस ने सूचना दी थी. ये घटना मस्जिद के पास नहीं हुई.” पाठकों को ध्यान देना चाहिए कि न तो पुलिस के बयान और न ही न्यूज़ रिपोर्ट उनकी बात का समर्थन करते हैं.

बीजेपी के सुनील देवधर ने दावा किया कि नेल्लोर में एक शोभायात्रा पर एक मस्जिद से पत्थर और बीयर की बोतलें फेंकी गईं. मीडिया संगठनों ने उनके ट्वीट के आधार पर ख़बरें भी छापीं. जबकि, नेल्लोर SP और ABVP सदस्य सहित घटना के साक्षी दो व्यक्तियों ने इस दावे को ग़लत बताया.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.