तुर्की सरकार द्वारा जारी एक डाक टिकट की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और भारतीय राष्ट्रध्वज दिखा रहा है. इसे PM मोदी के 71वें जन्मदिवस के अवसर पर शेयर किया जा रहा है. नरेंद्र मोदी के समर्थकों के बीच ये खूब शेयर किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि एक मुस्लिम राष्ट्र तुर्की ने PM मोदी के नाम पर डाक टिकट जारी किया.
ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप नंबर (+91 76000 11160) और मोबाइल ऐप पर इस दावे की सच्चाई जानने के लिए रिक्वेस्ट मिलीं.
2019 में एक यूज़र @Pooja09876089 ने इस डाक टिकट की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा था, “तुर्की ने टिकिट निकाल दिया हमारे यहां गाली देने से ही फुर्सत नहीं है.”
भारतीय जनता पार्टी, असम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने भी इस डाक टिकट की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि भारतीय राजनीति के सबसे महान नेताओं में से एक होने के कारण प्रधानमंत्री को बड़ा सम्मान प्रदान किया गया.
इस डाक टिकट के आधार पर सोशल मीडिया में कई व्यक्तियों ने दावा किया है कि ये तुर्की की प्रतीकात्मक स्वीकृति है कि पीएम मोदी ‘महान नेताओं में से एक हैं’. ये दावा फ़ेसबुक और ट्विटर पर कम से कम नवंबर, 2015 से वायरल हो रहा है.
फ़ैक्ट-चेक
ये डाक टिकट तुर्की ने ही जारी किया था. लेकिन ये सम्मान पाने वाले नरेंद्र मोदी अकेले नेता नहीं थे. 15 नवंबर, 2015 को जी-20 के अंताल्या शिखर सम्मेलन के दौरान द तुर्किश पोस्टेज (PTT) द्वारा स्मारक शृंखला के तहत इस शिखर सम्मेलन में उपस्थित सभी नेताओं के व्यक्तिगत डाक टिकट जारी किए गए थे.
जी-20 तुर्की के आधिकारिक हैंडल ने भी इस विशेष संस्करण स्टाम्प संग्रह की एक तस्वीर पोस्ट की थी.
President Erdoğan presented a special edition stamp collection of all the leaders attending the #G20AntalyaSummit https://t.co/3LHjkJHIGs
— G20 Turkey (@G20Turkey2015) November 18, 2015
बिज़नेस टुडे द्वारा 19 नवंबर, 2015 को प्रकाशित एक लेख के अनुसार, “कुल मिलाकर, दुनिया और यूरोपीय संघ की 19 सबसे बड़ी और शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं सहित 33 टिकट जारी किए गए थे.”
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल और जापानी प्रधानमंत्री शिंजो अबे जैसे अन्य प्रमुख विश्व नेताओं के डाक टिकट भी जारी किए गए थे.
भ्रामक कैप्शन
गौरव प्रधान और आलोक गुप्ता, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ़ॉलो करते हैं, ने ऐसे ही सन्देश के साथ ये तस्वीर ट्वीट की.
हालांकि, यह सच है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्यक्तिगत डाक टिकट जारी किया गया था, मगर, ये बताना कि यह भारतीय राजनीति के “सबसे महान नेताओं में एक” के सम्मान में था, भ्रामक है. ऐसा कोई पहली बार नहीं था, जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री की तस्वीर अंतर्राष्ट्रीय डाक टिकट में छपी हो.
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