हर साल बारिश के मौसम में असम और कुछ उत्तर पूर्वी राज्य भारी बारिश की मार झेलते हैं. इस साल भी भारी बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र नदी असम और इसके आस-पास के इलाकों में बाढ़ का कहर बरसा रही है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने असम, बिहार और यूपी में आयी हालिया बाढ़ का असर दिखाने के दावे से कुछ तस्वीरें ट्वीट की हैं. 20 जुलाई 2020 को उन्होंने ये तस्वीरें ट्वीट करते हुए लिखा, “असम, बिहार और यूपी के कई क्षेत्रों में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त है। लाखों लोगों पर संकट के बादल छाए हुए हैं। बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हम तत्पर हैं। मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं से अपील करती हूं कि प्रभावित लोगों की मदद करने का हर संभव प्रयास करें।” इस आर्टिकल के लिखे जाने तक ट्वीट को 9,500 से ज़्यादा बार लाइक और 3 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
प्रियंका गांधी के ट्वीट की पहली तस्वीर वेबसाइट Down To Earth ने 18 जुलाई, 2020 के एक आर्टिकल में पब्लिश किया है. इसके अलावा, Sentinel Assam, ‘the North East Today, newsable.asianetnews.com, The New Leam और Go News India वेबसाइट्स की जून-जुलाई, 2020 के आर्टिकल में ये तस्वीर पब्लिश हुई है.
फ़ैक्ट-चेक
जांच करते हुए हमने पाया कि ये तस्वीरें इस साल यानी कि 2020 में आयी बाढ़ की नहीं हैं.
पहली तस्वीर
रिवर्स इमेज सर्च करते हुए मालूम हुआ कि ये जुलाई, 2019 में आयी बाढ़ की हैं. ‘DNA’ ने 19 जुलाई, 2019 के आर्टिकल में इस तस्वीर को असम के मोरीगांव ज़िले के एक गांव की बताकर रिपोर्ट किया था. आर्टिकल के मुताबिक, असम में जुलाई 2019 में आयी बाढ़ में 37 लोगों की जान चली गई थी. साथ ही 28 ज़िलों के 4,128 गांव प्रभावित हुए थे. आर्टिकल में इस तस्वीर का श्रेय न्यूज़ एजेंसी PTI को दिया है. न्यूज़18 ने 25 जुलाई 2019 को और वन इंडिया ने 24 जुलाई 2019 को ये तस्वीर असम की बताते हुए रिपोर्ट पब्लिश की थी.
दूसरी तस्वीर
टाइम फ़िल्टर के साथ गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करते हुए हमें उपरोक्त तस्वीर 16 अगस्त 2017 के हिंदुस्तान टाइम्स के एक आर्टिकल में मिली. आर्टिकल में बताया गया है कि ये तस्वीर 2017 में बिहार में आयी बाढ़ की है. रिपोर्ट के अनुसार, ये तस्वीर उत्तरी बिहार के अररिया ज़िले की है. आर्टिकल में बताया गया है कि उत्तरी बिहार के 14 ज़िले बाढ़ से प्रभावित हुए थे जिसके कारण 72 लोगों की जान चली गई थी. 2017 की इस बाढ़ से 73 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए थे. द वायर, लाइव मिंट, इंडियन एक्स्प्रेस, स्क्रॉल जैसे मीडिया संगठनों ने ये तस्वीर 2017 के अपने आर्टिकल्स में बिहार की बताकर शेयर की है.
इस तरह हमने देखा कि बाढ़ की पुरानी तस्वीरों को जुलाई 2020 में असम, बिहार और यूपी में आयी हालिया बाढ़ की बताते हुए शेयर किया जा रहा है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ये तस्वीरें हालिया बताते हुए शेयर की.
फ़ेसबुक और ट्विटर पर हालिया बाढ़ की बताकर कई तस्वीरें शेयर की जा रही हैं. ऐसी ही एक और तस्वीर हाल की बताते हुए शेयर हो रही है.
असम, बिहार और यूपी के कई क्षेत्रों में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त है। लाखों लोगों पर संकट के बादल छाए हुए हैं।
बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद करे सरकार@srinivasiyc @rohini_sgh @IYC @AjayLalluINC pic.twitter.com/1itN1hDvxh— Arsad raza (@Arsadraza80090) July 20, 2020
फ़ैक्ट-चेक
दरअसल ये तस्वीर असम में 2019 में आयी बाढ़ की है. Getty Images ने इस तस्वीर को असम के एक गांव का बताया है. तस्वीर ली जाने की तारीख 12 जुलाई, 2019 है.
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