7 अप्रैल को, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और RLD प्रमुख अजीत चौधरी ने उत्तर प्रदेश के देवबंद में ‘महागठबंधन’ की एक संयुक्त रैली की। उसी दिन, यूपी भाजपा के प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने एक तस्वीर ट्वीट की जिसमें मंच पर अजीत चौधरी दो बड़ी कुर्सियों के पीछे बैठे थे। इस तस्वीर को ट्वीट करते हुए, उन्होंने दावा किया कि आरएलडी प्रमुख और उनके बेटे जयंत चौधरी को ’महागठबंधन’ के मंच पर प्रमुख कुर्सियों से वंचित कर दिया गया क्योंकि मंच पर केवल दो प्रमुख सीटें थीं, यादव और मायावती के लिए।

ट्विटर पर कई लोगों ने इस तस्वीर को इसी संदेश के साथ पोस्ट किया।

तथ्य-जांच

ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि शलभ त्रिपाठी का दावा असत्य है। इस रैली का पूरा वीडियो समाजवादी पार्टी द्वारा यूट्यूब पर पोस्ट किया गया था। नीचे पोस्ट किए गए उस वीडियो में 39:30वें मिनट पर, कोई भी सपा प्रमुख और बसपा प्रमुख को मंच पर पहुंचते देख सकता है, जिसके बाद वे अजीत चौधरी से अग्रिम पंक्ति में आने का अनुरोध करते दिखाई दे रहे हैं।

इस वीडियो को पूरा देखने से पता चलता है कि मंच पर आगे तीन बड़ी कुर्सियाँ रखी गई थीं। इसके अलावा, अजीत सिंह, आगे की कुर्सी पर यादव और मायावती के बगल में बैठे हुए दिखे। शलभ मणि त्रिपाठी द्वारा पोस्ट की गई तस्वीर में वह हिस्सा नहीं दिख रहा जिसमें मंच पर आगे रखी हुई तीसरी बड़ी सीट है, और इसीलिए यह तस्वीर भ्रामक है। यह ध्यान देने योग्य है कि बसपा और सपा प्रमुखों के मंच पर आने से पहले अजीत सिंह और जयंत चौधरी पीछे की पंक्ति में बैठे थे।

त्रिपाठी के दावे के खिलाफ उठे सवालों के जवाब में, बाद में उनके द्वारा किए गए शृंखलाबद्ध ट्वीट्स में, उन्होंने कहा कि चौधरी को केवल फोटो खिंचवाने के लिए आगे बुलाया गया था, जबकि बाकी समारोह में RLD प्रमुख पीछे की पंक्ति में बैठे थे। यह दावा भी असत्य पाया गया। जब यादव और मायावती मंच पर पहुंचे, ठीक उसी समय से अजीत सिंह आगे की बड़ी कुर्सियों में से एक पर बैठे और पूरे समारोह में इसी पर बैठे रहे।

भाजपा प्रवक्ता ने देवबंद की ‘महागठबंधन’ रैली में RLD प्रमुख अजित चौधरी की प्रमुखता की अनदेखी का दावा करने के लिए भ्रामक तस्वीर ट्वीट की। बाद में अपने शुरुआती दावे का समर्थन करने के लिए उन्होंने नए दावे किए। ये भी असत्य पाए गए।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.