“बंगाल अब बंगलादेशी घुसपैठियों (आतंकवादियों) का रोहिंग्या का गढ़ हो गया है जिसने केंद्र वाहिनी को भी नहीं छोड़ा, इस वीडियो को इलेक्शन कमिशन के पास पहुंचाना है ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए। इस कैप्शन के साथ सोशल मीडिया पर एक वीडियो को साझा किया जा रहा है, जिसमें कुछ लोगों को खून से लथपथ हालत में एक वेन में बैठे हुए देखा जा सकता है और पुलिस भीड़ को एक गाड़ी पर हमला करने से रोकती हुई नज़र आ रही है।

यह वीडियो फेसबुक पर भी वायरल है लेकिन वीडियो की संवेदनशीलता को देखते हुए इस वीडियो को फेसबुक ने कवर कर दिया है। इस वीडियो को फेसबुक पर संदेश,“बंगाल में केंद्रीय दाल पर रोहिंग्या का हमला। बंगाल पुलिस को आप देख सकते है। यह चुनाव आयोग तक पहुंचना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा शेयर करे।”(अनुवाद) के साथ साझा किया गया है।

इस वीडियो क्लिप को एक अन्य संदेश,“आतंकवादी की सरदाना ममता बेगम की पुलिस ने केंद्र वाहिनी को भी नहीं छोड़ा, इस वीडियो को इलेक्शन कमिशन के पास पहुंचाना है ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए” के साथ भी साझा किया जा रहा है।

वीडियो को व्हाट्सएप पर भी प्रसारित किया गया है।

सच क्या है?

यह वायरल वीडियो क्लिप पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के फतापुकुर में हुई एक सड़क दुर्घटना की है। एक स्थानीय समाचार चैनल न्यूज़ ब्रिटेंट ने इस दुर्घटना की ख़बर को प्रकाशित किया था और इसका वीडियो भी अपलोड किया था। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर झूठे दावों के साथ पेश किया गया था। अगर वायरल क्लिप को ध्यान से देखा जाए तो उसमें न्यूज़ ब्रिटेंट का लोगो भी देखा जा सकता है।

मीडिया संगठनो के अनुसार, राष्ट्रिय राजमार्ग 31 पर एक सड़क दुर्घटना के बाद पुलिस के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें 4 स्वयंसेवक नागरिक भी शामिल थे। रिपोर्ट के मुताबिक 2 स्थानीय नागरिकों की दुर्घटना के कारण जान भी चली गई थी। राजगंज की स्थानीय पुलिस को टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी की रैली में सुरक्षा प्रदान करने की ज़िम्मेदारी की वज़ह से दुर्घटना स्थल पर पहुंचने में देरी हो गई। जब आखिरकार पुलिस घटना स्थल पर पहुंची तब तक स्थानीय गुस्साए लोगों ने स्वयंसेवक नागरिकों पर हमला करके उन्हें घायल कर दिया था और बाद में उन्होंने पुलिस के वाहनों पर भी हमला कर दिया।

ऑल्ट न्यूज़ ने राजगंज पुलिस के साथ घटना की जानकारी के लिए संपर्क किया। हमें पता चला कि फतापुकुर में राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर एक ट्रक ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी थी जिसके बाद यह घटना हुई थी। इस दुर्घटना में 2 लोगों की मौत हो गयी थी।

इस घटना का लोकसभा चुनाव से कोई लेनादेना नहीं है, यह एक सड़क हादसा का मामला था। हाल के लोकसभा चुनावों के दौरान पश्चिम बंगाल और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार गलत सूचनाओं का प्रमुख केंद्र बनकर उभरी है। तृणमूल कांग्रेस को आतंकवादिओं और प्रवासियों का हमदर्द बताकर उनपर अक्सर गलत वीडियो क्लिप और तस्वीरों के जरिये हमला किया जाता है।

अनुवाद: किंजल परमार

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Pooja Chaudhuri is a senior editor at Alt News.