न्यूज़ 18 इंडिया ने 25 जनवरी को एक बहस का प्रसारण किया था जिसमें चर्चा का विषय था 2019 के आम चुनावों से पहले प्रियंका गांधी का राजनीति में प्रवेश। 45 मिनट के शो के दौरान, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ये दावा किया कि सोनिया गांधी विश्व की चौथी सबसे अमीर महिला हैं। 26:40वें मिनट पर उन्हें हफ़्फिंगटन पोस्ट का हवाला देते हुए यह दावा करते सुना जा सकता है।
पात्रा अपने दावा का समर्थन करने हुए कहते हैं कि इंडियन नेशनल कांग्रेस चोरों की पार्टी है। उन्होंने कहा – “मैं आपको इसका इक्ज़ाम्पल देना चाहता हूँ – हफ़्फिंगटन पोस्ट 4th रिचेस्ट वुमन ऑफ़ द वर्ल्ड सोनिया गाँधी। क्या काम किया सोनिया गाँधी जी ने जो 4th रिचेस्ट वुमन ऑफ़ द वर्ल्ड बन गयी? आप मुझे बताइए आज कौन सी इंडस्ट्री है उनकी, कौन सी खेती है उनकी…ये उत्तर मुझे आज कांग्रेस के प्रवक्ता से चाहिए।”
पात्रा ने 6 साल पुरानी गलत रिपोर्ट का हवाला दिया
29 नवंबर 2013 को, हफ़्फिंगटन पोस्ट ने दुनिया के सबसे अमीर नेताओं पर एक लेख प्रकाशित किया था और सोनिया गांधी को 12 वें स्थान पर रखा था। ( ना कि चौथे स्थान पर जैसा पात्रा द्वारा दावा किया गया) हालाँकि, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष का नाम बाद में इस लेख से हटा दिया गया था क्योंकि इस लेख में जिस स्रोत के आधार पर रिपोर्ट किया गया था उसी पर सवाल उठने लग गए थे। इसपर हफ़्फिंगटन पोस्ट ने बाद में स्पष्ट भी किया था।
इंडिया टुडे की एक दिसंबर 2013 की रिपोर्ट में पाया गया था कि सोनिया गांधी की सम्पति के बारे में हफिंगटन पोस्ट का दावा सेलिब्रिटी नेट वर्थ (Celebrity Net Worth) नामक एक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट पर आधारित था, जो नामचीन लोगो के वित्तीय जमा पूंजी पर नियमित रूप से लेख लिखता है।
वेबसाइट के अनुसार, “सोनिया गांधी व्यक्तिगत रूप से अपनी संपत्ति दो लाख डॉलर से पांच लाख डॉलर के बीच बताती है, लेकिन OpenSecrets.org और बिजनेस इनसाइडर सहित कई स्रोतों ने अनुमान लगाया है कि सोनिया गाँधी की वास्तविक संपत्ति 2 बिलियन डॉलर से 19 बिलियन डॉलर तक हो सकती है।”
ऑल्ट न्यूज़ ने पिछले दिनों OpenSecrets.org और बिजनेस इनसाइडर की पड़ताल की थी जब केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और उनकी भाभी के बारे में इसी तरह का दावा किया था।
निराधार दावा
2 मार्च, 2012 की बिजनेस इनसाइडर की एक रिपोर्ट के शीर्षक “दुनिया के 23 सबसे अमीर राजनेताओं से मिलिए “ में सोनिया गांधी को सूची में चौथे स्थान पर रखा गया था। इस लेख में दावा किया गया था कि उनकी कुल संपत्ति 2-19 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बीच है।
बिजनेस इनसाइडर ने अपने लेख में वर्ल्ड्स लक्ज़री गाइड (World’s Luxury Guide) नामक एक वेबसाइट को अपने स्रोत के रूप में हाइपरलिंक किया था। लेख में यह भी लिखा था कि सोनिया गांधी के कुल वास्तविक संपत्ति के बारे में कुछ विवाद भी हैं और नेशनल इलेक्शन वॉच (National Election Watch) ने इसे दो लाख डॉलर (उस समय के लगभग 1.35 करोड़ रुपये) बताया था।
वेबसाइट ‘वर्ल्ड्स लक्ज़री गाइड'(World’s Luxury Guide) एक साल से अधिक समय से बंद है। इस वेबसाइट द्वारा बनाई गई ‘सबसे अमीर नेताओं की सूची’ के आर्काइव स्रोत तक पहुंचने से पता चला कि यहाँ भी सोनिया गांधी को भी चौथे स्थान पर रखा गया था। ‘वर्ल्ड्स लक्ज़री गाइड’ ने अपने स्रोतों के रूप में opensecret.org, forbes.com, bloomberg.com, wikipedia.org और guardian.co.uk लिखा हुआ है।
फोर्ब्स ने 2011 में एक लेख प्रकाशित किया था, जिसका शीर्षक था – ‘भारत के 100 सबसे अमीर’ – जिसमें सोनिया गांधी का नाम शामिल नहीं था। 2012 में, The Guardian ने दुनिया के सबसे अमीर नेताओं पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। हालांकि, इसमें भी सोनिया गांधी का नाम नहीं था। ब्लूमबर्ग पर, ऑल्ट न्यूज़ ने 2010 तक के लेख ढूंढे, लेकिन हमें इससे मिलती हुई कोई जानकारी नहीं मिली। बिजनेस इनसाइडर , OpenSecret ने, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पर कभी कोई रिपोर्ट लिखी ही नहीं है।
इस प्रकार, ‘वर्ल्ड्स लक्ज़री गाइड’ द्वारा सूचीबद्ध किसी भी स्रोत के पास सोनिया गांधी के विश्व के 4 सबसे अमीर राजनेता होने के दावे का साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए कोई डेटा नहीं मिला। इसके अलावा, इन वेबसाइट के नाम से ही प्रतीत होता है कि यह कोई ऐसा स्रोत नहीं है जिस पर भरोसा किया जा सके।
ऑल्ट न्यूज़ ने पिछले साल भी इस खबर का पर्दाफाश किया था जब सोशल मीडिया पर इसी तरह का दावा किया जा रहा था।
बिजनेस इनसाइडर द्वारा उल्लेखित एक अन्य स्रोत ‘नेशनल इलेक्शन वॉच‘ (National Election Watch) था, जिसमें दावा किया गया था कि सोनिया गांधी की कुल संपत्ति 2 लाख अमेरिकी डॉलर (2012 में लगभग 1.37 करोड़ रुपये) थी।
लिंक से 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावों से पहले सोनिया गांधी द्वारा घोषित संपत्ति वाली एक रिपोर्ट तक पहुँचा जा सका। नवीनतम आंकड़ों (2014) में उनकी कुल संपत्ति 9.28 करोड़ रुपये से अधिक बताई गयी है। जैसा कि 2012 के बिजनेस इनसाइडर लेख में प्रकाशित किया गया था, इसमें 2009 में गांधी द्वारा बताए गए आंकड़ों का उल्लेख किया गया था – 1.37 करोड़ रुपये। यह बिजनेस इनसाइडर पर कुल संपत्ति के दावों से मेल खाता है।
2012 में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) द्वारा प्रकाशित एक संकलन में भी सोनिया गांधी की संपत्ति 1.37 करोड़ बताई थी। 2014 में, इंडिया टुडे ने रायबरेली लोकसभा चुनावों से पहले सोनिया गांधी के नामांकन पत्रों की प्रतियां प्रकाशित की थी, जिसके अनुसार उन्होंने कुल चल संपत्ति 2.82 करोड़ रुपये बताई।
मौजूदा सबूत बताते हैं कि सोनिया गांधी की कुल संपत्ति का जो दावा 2-19 बिलियन डॉलर के बीच किया गया है वह निराधार है। इस महीने की शुरुआत में, भाजपा प्रवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने हफिंगटन पोस्ट के लेख पर आधारित 6 साल पुरानी टाइम्स ऑफ इंडिया की कहानी के हवाले से गलत दावा किया था।
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