आकाश सिंह चौहान(INC) नाम के यूज़र ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें एक व्यक्ति पुलिसवाले को पीट रहा है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी विधायक अनिल उपाध्याय एक पुलिसकर्मी को पीट रहे हैं. 9 जनवरी, 2021 को ट्वीट किए गए इस वीडियो को 1 लाख से अधिक व्यूज़ और 7 हज़ार से अधिक लाइक्स मिले हैं.

फ़ेसबुक पर भी ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया गया है.

 

BJP विधायक #अनिल_उपाध्याय की हिम्मत तो देखिये जब पुलिस का ये हाल है तो आम जनता का क्या होगा मुबारक हो @narendramodi के रामराज्य में आप जी रहे,मेरे सत्य के प्रतीक देशवासियों आपसे विनम्र अपील है इस video को इतना वायरल करो की ये पूरा हिन्दुस्तान देख सके👇👇

Posted by Salim Chauhan on Saturday, 9 January 2021

 

इसे व्हाट्सऐप पर भी शेयर किया जा रहा है.

2019 से वायरल

दिल्ली के आप विधायक सोमनाथ भारती ने सितम्बर, 2019 में ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा था, “बेशक इस MLA को सलाखों के पीछे रखा जाए, लेकिन इससे ज़्यादा पुलिसकर्मी को इस तरह से समर्पण करने के लिए तत्काल प्रभाव से नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए.”

कुछ और यूज़र ने इस वीडियो को समान दावे के साथ ट्विटर पर शेयर किया.

ये वीडियो अप्रैल, 2019 से कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए शेयर हो रहा है. इसमें पुलिसकर्मी को पीट रहे व्यक्ति का नाम कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय बताया गया था.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने इस वीडियो की पड़ताल अप्रैल 2019 में भी की थी. हमने ये पाया था कि भाजपा या कांग्रेस में ऐसे कोई अनिल उपाध्याय नाम के विधायक मौजूद नहीं है.

MyNeta डेटाबेस पर सर्च करने से ऑल्ट न्यूज़ ने एक ही नाम से दो व्यक्तियों को ढूंढा – 2018 में राजस्थान चुनाव लड़ने वाले जोधपुर के बसपा नेता डॉ.अनिल उपाध्याय और 2007 और 2012 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने वाले लखनऊ के एक निर्दलीय उम्मीदवार अनिल कुमार उपाध्याय.

उत्तर प्रदेश के भाजपा पार्षद का वीडियो

इसके अलावा, वीडियो में दिख रहे व्यक्ति उत्तर प्रदेश के मेरठ से भाजपा पार्षद हैं. वह उत्तर-प्रदेश पुलिस के सब-इंस्पेक्टर की पिटाई कर रहे थे. 20 अक्टूबर 2018 को हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित वीडियो रिपोर्ट को नीचे देखा जा सकता है.

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, “भाजपा नेता मनीष पवार द्वारा संचालित एक रेस्तरां के कर्मचारी और पुलिस अधिकारी के बीच कथित तौर पर ऑर्डर में देरी को लेकर बहस छिड़ गई थी. भाजपा नेता को गिरफ़्तार कर लिया गया है और पुलिस अधिकारी को फ़िलहाल ड्यूटी से हटा दिया गया है.” बाद में खबरें सामने आईं कि मेरठ पुलिस ने सब इंस्पेक्टर सुखपाल पंवार और एक महिला वकील के खिलाफ भी रेस्तरां हमले के मामले में FIR दर्ज की थी.

यह ध्यान देने योग्य है कि अनिल उपाध्याय नाम के कोई भी विधायक भाजपा या कांग्रेस में नहीं हैं. भाजपा पार्षद द्वारा पुलिसकर्मी को मारने का वीडियो हाल में भाजपा विधायक अनिल उपाध्याय के नाम किया जा रहा है.

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.