भाजपा प्रवक्ता तेजिंदर सिंह बग्गा ने एक 30 सेकंड का क्लिप ट्वीट करते हुए लिखा, “फ़ॉक्सवेगन का आतंकवादियों वाला विज्ञापन. दिलचस्प?” (ट्वीट का आर्काइव लिंक) ट्वीट में शामिल वीडियो 53 हज़ार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. उन्होंने इसे फे़सबुक पर भी शेयर किया है. ऑल्ट न्यूज़ ने तजिंदर बग्गा द्वारा फैलाई गयी कई ग़लत सूचनाओं की सच्चाई पहले भी बताई है.

इस वीडियो को कई फे़सबुक और ट्विटर यूज़र्स ने ऐसे ही कैप्शन के साथ शेयर किया. कई लोगों ने ये वीडियो शेयर किया जिसमें बैकग्राउंड में अरबी संगीत बज रहा है. कैप्शन के मुताबिक ये विज्ञापन मुस्लिम समुदाय का ‘मज़ाक उड़ाने’ के लिए बनाया गया है. लोगों ने लिखा, “जर्मनी की ऑटोमोबाइल कंपनी फॉक्सवैगन ने इन शांति दूतों का जमकर मजाक उड़ाया है शांतिदूत आतंकी फॉक्सवैगन की कार में बम लेकर ब्लास्ट करना चाहता है लेकिन कार इतना मजबूत है कि ब्लास्ट नहीं होता अगर ऐसा ऐड किसी भारतीय कंपनी ने बनाया होता तो अब तक इस्लाम खतरे में आ गया होता.”

इसे ट्विटर यूज़र @SonuSri795 (आर्काइव लिंक) ने शेयर किया जिसे 700 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. आकाश RSS ने भी इसे शेयर किया जो अक्सर भ्रामक सूचनाएं शेयर करता रहता है. (आर्काइव लिंक)

15 साल पुराने पैरोडी वीडियो को सांप्रदायिक ऐंगल देकर शेयर किया गया

ऑल्ट न्यूज़ ने यूट्यूब पर की-वर्ड सर्च किया और पाया कि ये वीडियो 2006 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया था. डिस्क्रिप्शन में बताया गया है कि ये एक पैरोडी वीडियो है.

अमेरिकी न्यूज़ संगठन ABC 10 News ने इस दावे को ग़लत बताया था कि फ़ॉक्सवेगन ने इस विज्ञापन में एक सुसाइड बॉम्बर को दिखाया है. इस वीडियो को वायरल ब्राण्ड कम्युनिकेशन एक्सपर्ट ‘ली एंड डैन’ ने बनाया था न कि खुद फ़ॉक्सवेगन ने.

इस पैरोडी वीडियो के बारे में 2005 में द गार्डियन और द न्यू यॉर्क टाइम्स ने भी रिपोर्ट किया था. डैन ने ब्रांड रिपब्लिक से कहा था, “ये वीडियो वही दिखा रहा है जो लोग रोज़ न्यूज़ में देखते हैं. ये कार उस हीरो की तरह है जो बेगुनाह लोगों को बुरे इरादे रखने वालों से बचाता है. अगर इससे किसी की भावनाएं आहत हुईं हैं तो हम उसके लिए माफ़ी मांगते हैं.”

एक 15 साल पुराने और ‘मज़ाकिया’ वीडियो को शेयर करते हुए कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने ग़लत दावा किया कि फ़ॉक्सवेगन ने विज्ञापन में सुसाइड बॉम्बर दिखा कर मुस्लिमों का ‘मज़ाक’ बनाया

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.