राजस्थान के जयपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने करनी विहार इलाके के एक मंदिर में शरद पूर्णिमा के मौके पर उत्सव और खीर वितरण का आयोजन किया था. इसी दौरान कुछ लोगों ने RSS के कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया जिसमें कई लोग घायल हो गए. इस घटना से जुड़ी तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये हमला ‘समुदाय विशेष’ के लोगों द्वारा किया गया.

अक्सर सांप्रदायिक गलत जानकारी फैलाने वाले न्यूज़ चैनल सुदर्शन न्यूज़ ने इस घटना से जुड़ी तस्वीरें दिखाते हुए ‘समुदाय विशेष’ के लोगों पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया. (आर्काइव लिंक)

सुदर्शन न्यूज़ से जुड़े सागर कुमार ने भी इस घटना की तस्वीरें शेयर कीं और इसमें सांप्रदायिक ऐंगल जोड़ा. (आर्काइव लिंक)

सुदर्शन न्यूज़ के राजस्थान विंग ने इस घटना में समुदाय विशेष के लोगों पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया. (आर्काइव लिंक)

अन्य भाजपा समर्थक अकाउंट्स और RSS से जुड़ी शीतल चोपड़ा ने भी इस खबर को सांप्रदायिक ऐंगल के साथ शेयर किया और इसमें मुस्लिम समुदाय के लोगों की संलिप्तता का दावा किया.

फ़ैक्ट-चेक

मामले से जुड़े की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें पत्रिका न्यूज पर 18 अक्टूबर को प्रकाशित एक आर्टिकल मिला. इसमें बताया गया था कि 17 अक्टूबर की रात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं पर चाकू से हमला करने के मामले में पुलिस ने नसीब चौधरी, उसकी पत्नी निर्मला और बेटे भीष्म समेत तीन आरोपियों को गिरफ़्तार किया है.

पत्रिका की इस रिपोर्ट के मुताबिक, “पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि कॉलोनी के लोग मंदिर में भजन कीर्तन कर रहे थे, जिससे वह डिस्टर्ब हो रहा था. उसने मना किया, लेकिन लोगों ने समझने के बजाय विरोध किया, जिसके कारण उसने चाकू से हमला किया. मारपीट करते समय आरोपी का उसकी पत्नी और बेटा भी साथ दे रहे थे.”

इस मामले पर पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप ने भी डीडी न्यूज़ राजस्थान को बयान देते हुए कहा कि यह कोई दो समुदायों का मामला नहीं है, दोनों ही पक्ष एक ही समुदाय के हैं.

पुलिस कमिश्नर आगे कहते हैं, “कुछ लोग शांतिपूर्वक तरीके से अपना कार्यक्रम कर रहे थे और दूसरे पक्ष ने एकतरफा अटैक किया है. कोई कान्फ्लिक्ट हो या हो सकता है उसे इस बात का एतराज़ हो कि आवाज़ें क्यूं आ रही हैं. जो भी बातें हैं वो तो सामने आ जाएंगी लेकिन कोई भी सामुदायिक विवाद नहीं है. दोनों की एक समुदाय से बिलॉंग करते हैं.”

कुल मिलाकर, सुदर्शन न्यूज़ और उससे जुड़े सागर कुमार ने राजस्थान के जयपुर में RSS कार्यकर्ताओं पर हुए हमले को सांप्रदायिक रंग देकर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया. जबकि पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस मामले में कोई भी सांप्रदायिक ऐंगल नहीं है, आरोपी पक्ष और पीड़ित पक्ष दोनों एक ही समुदाय के हैं.

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