कई सोशल मीडिया यूज़र्स ये दावा कर रहे हैं कि कोलकाता के RG कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के खिलाफ़ हुए विरोध प्रदर्शन से घर वापस आ रही एक छात्रा अंकिता बाउरी के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि अंकिता बर्धमान विश्वविद्यालय की छात्रा थी जो 14 और 15 अगस्त के दरम्यानी रात को प्रदर्शन से वापस अपने घर जा रही थी.

एक्स यूज़र (@rikhima_z) ने 16 अगस्त को एक ट्वीट में यही दावा किया और ये भी लिखा कि पीड़िता के चेहरे को पत्थर से कुचल दिया गया ताकि उसे पहचाना न जा सके. (आर्काइव लिंक)

एक अन्य यूज़र, अयान (@syedaan24) ने बताया कि ये कितना दुर्भाग्यपूर्ण था कि कथित पीड़िता अंकिता बाउरी को कोलकाता में क्रूर बलात्कार और हत्या के लिए न्याय की मांग करने के बाद घर लौटते समय अपनी जान गंवानी पड़ी. (आर्काइव)

एक्स पर कई अन्य यूज़र्स ने भी वायरल दावे को शेयर किया.

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ये दावा फ़ेसबुक पर भी वायरल है.

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फ़ैक्ट-चेक

हमने एक सबंधित की-वर्डस सर्च किया. हमें द स्टेट्समैन का एक आर्टिकल मिला जिसमें बर्धमान के नंदूर गांव में बर्धमान विश्वविद्यालय में दर्शनशास्त्र की पोस्टग्रेजुएट, 25 साल की आदिवासी छात्रा प्रियंका हंसदा की हत्या की सूचना दी गई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि 14 और 15 अगस्त के बीच की रात को उसके घर से लगभग 50 मीटर दूर एक खेत में उसकी लाश मिली जिसकी हत्या गल रेतकर की गई थी.

इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि जब स्वतंत्रता दिवस की सुबह ये ख़बर सामने आई तो शुरुआत में ये शक था कि छात्रा के साथ रेप कर उसकी हत्या की गई है. हालांकि, स्टेट्समैन की रिपोर्ट में पूर्वी बर्धमान के SP अमनदीप सिंह के हवाले से ये स्पष्ट किया गया कि शव परीक्षण में सेक्सुअल असाल्ट का कोई सबूत नहीं मिला.

हमें द टेलीग्राफ़ की एक और रिपोर्ट मिली जिसमें कहा गया है कि “पूर्वी बर्धमान पुलिस ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित करके ये स्पष्ट किया कि 22 साल की आदिवासी महिला (जिसका शव गुरुवार को मिला था) के साथ रेप नहीं हुआ था.”

हालांकि, हमें अंकिता बाउरी नामक छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या की कोई रिपोर्ट नहीं मिली.

इसके अलावा, पूर्वी बर्धमान पुलिस के ऑफ़िशियल एक्स हैंडल ने वायरल दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे ‘अफवाह’ बताया. उन्होंने स्पष्ट किया कि बर्धमान में अंकिता बाउरी नाम की लड़की के साथ रेप और हत्या की ऐसी कोई घटना नहीं हुई है. उन्होंने सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा फ़ैलाए जाने वाले अफवाह से आगाह किया.

हमें पूर्वी बर्धमानन ज़िला पुलिस की ऑफ़िशियल फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर भी एक पोस्ट मिली जिसमें अंकिता बाउरी के कथित रेप और हत्या से जुड़ी अफवाहों के बारे में बताया गया है. बंगाली में लिखे पोस्ट में कहा गया है, “कुछ लोग अफवाह फ़ैला रहे हैं कि 14 अगस्त को अंकिता बाउरी नामक लड़की के साथ रेप किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. उस वक्त वो RG कर घटना से जुड़े एक मार्च में हिस्सा लेने के बाद घर लौट रही थी. सच तो ये है कि बर्धमान में अंकिता बाउरी नाम की लड़की के साथ रेप और हत्या की कोई घटना नहीं हुई है. ऐसी अफवाहें फ़ैलाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. बर्धमान पुलिस महिलाओं की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.”

কিছু অসাধু ব্যক্তি সামাজিক মাধ্যমে গুজব ছড়াচ্ছে যে অঙ্কিতা বাউরি নামে একটি মেয়ে 14ই আগস্ট যখন আরজি কর ঘটনার সাথে…

Posted by Purba Bardhaman District Police on Friday 16 August 2024

कुल मिलाकर, वायरल सोशल मीडिया दावा पूरी तरह से मनगढ़ंत है जिसमें आरोप लगाया गया है कि 15 अगस्त की रात को RG कर घटना के विरोध प्रदर्शन से लौट रही छात्रा अंकिता बाउरी के साथ रेप और हत्या कर दी गई. हालांकि, प्रियंका हंसदा नामक एक आदिवासी लड़की का शव 15 अगस्त की सुबह बर्धमान के नंदूर में एक खेत में मिला था. पुलिस ने पुष्टि की कि उसके साथ रेप नहीं हुआ था. साथ ही पुलिस ने पुष्टि की है कि अंकिता बाउरी नामक लड़की से जुड़ी कोई घटना सामने नहीं आई है.

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