पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की तीसरी बार जीत के बाद ही राज्य में भयंकर हिंसा की स्थिति पैदा हो गयी. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हिंसा में अबतक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. एक ओर पूरे राज्य में हिंसा का माहौल पसरा हुआ है, दूसरी तरफ़ सोशल मीडिया पर इन हिंसक घटनाओं से जुड़ें दर्जनों भ्रामक और साम्प्रदायिक पोस्ट्स शेयर किये जा रहे हैं.

एक युवती के साथ कथित तौर पर बलात्कार और फिर हत्या की बात बताते हुए तस्वीर शेयर की जा रही है और कहा जा रहा है कि वो पश्चिमी मेदिनीपुर के पिंगला की भाजपा कार्यकर्ता थी. भाजपा समर्थक प्रशांत पटेल उमराव ने युवती की तस्वीर शेयर की थी. पाठकों को मालूम हो कि भारत का कानून यौन शोषण पीड़िता की पहचान उजागर करने की अनुमति नहीं देता है.

 

भाजपा सांसद सौमित्र खान ने बांग्ला कैप्शन में लिखा, “हाथरस पर राजनीति करने में रूचि थी. मेदिनीपुर नहीं? कोलकता के एलीट लोग कहां है और मोमबत्ती क्यों नहीं जलाई जा रही?” उन्होंने पीड़िता के साथ बलात्कार और हत्या करने के विरोध में किये गये प्रदर्शन की तस्वीर भी शेयर की.

ABVP के पूर्व प्रदेश संयोजक सचिव विजय अठवाल ने लिखा, “कल रात बंगाल मे सामूहिक बलात्कार हुआ और फिर हत्या कर दी गई. इसका दोष इतना था के ये भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ता थी. महामहिम राष्ट्रपति जी से निवेदन राष्ट्रपति शासन लगाया जाए इस बहन को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि.”

भाजपा के कम्युनिकेशन सेल के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारी सदस्य रवि तिवारी ने दावा किया कि युवती का 6 लोगों ने गैंगरेप किया था .

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भाजपा समर्थक ऋतू राठौर, अर्पिता जाना, @janardanspeaks, मंजीत यादव, @KashmiriPandit7, @unknowncorner और डॉ संतोष व्यास ने भी ये दावा और सैकड़ों लोगों तक पहुंचाया. ऋतू राठौर ने ये भी कहा कि ये मामला इसलिए नहीं उठाया गया क्योंकि पीड़िता अल्पसंख्यक समुदाय से नहीं थी.

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ये तस्वीर इसी दावे के साथ तमिल कैप्शन में भी शेयर की गयी.

फ़ैक्ट-चेक

इस घटना के बारे में स्थानीय मीडिया ने रिपोर्ट किया है और इनमें से किसी में भी इस घटना का सम्बन्ध पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा से नहीं बताया है. TV9 बांग्ला के मुताबिक, पीड़िता अपने घर के पीछे एक निर्माणाधीन घर में अर्धनग्न हालत में मिली थी. उसका अंडरगारमेंट उसके गले में लिपटा हुआ मिला था. पुलिस ने निर्माण स्थल पर काम कर रहे 3 मिस्त्रियों को गिरफ्तार किया था जिसमें एक महिला शामिल थी. ये घटना पिंगला के जमना गांव की है.

बांग्ला न्यूज़ लाइव ने रिपोर्ट किया कि पीड़िता के पिता और चचेरे भाई को उसका शव मिला था. रिपोर्ट में बताया गया है कि पीड़िता की चाची ने तीनों मिस्त्रियों पर आरोप लगाया था. पुलिस ने बेल्दा (मेदिनीपुर) के बिकास मुर्मू (27), झारखण्ड के छोटू मुंडा (35) और तापसी को गिरफ्तार किया था. दोनों व्यक्तियों ने तथाकथित तौर पर पीड़िता के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या की और तापसी दरवाज़े पर खड़ी निगरानी कर रही थी.

पश्चिम मेदिनीपुर के सब इंस्पेक्टर शंख चटर्जी ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि सोशल मीडिया पर इस घटना को चुनाव के बाद हुई हिंसा से सम्बंधित बताने वाला दावा ग़लत है. उन्होंने कहा, “मृतका के कच्चे मकान के पीछे एक मकान का निर्माण चल रहा था और वहीं काम करने वाले तीन मज़दूरों को गिरफ़्तार किया गया है. इसमें एक महिला भी शामिल है. इन्हें पीड़िता के परिवार ने ही काम पर लगवाया था. तीनों आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है.”

मृतका के चाचा ने बूमलाइव से बताया कि वो भाजपा कार्यकर्ता नहीं थी.

हिंदुस्तान टाइम्स बांग्ला ने रिपोर्ट किया था कि 21 वर्षीय पीड़िता डेबरा कॉलेज में पढ़ती थी. उसके शव को शिनाख्त के लिए भेजा गया था. इस घटना के बारे में संग्बाद प्रतिदिन और द खड़गपुर पोस्ट ने भी रिपोर्ट किया है.

पश्चिम मेदिनीपुर में एक महिला के साथ बलात्कार और हत्या का मामला बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा से जोड़कर शेयर किया जा रहा है. स्थानीय मीडिया द्वारा रिपोर्ट, घरवालों और पुलिस का इससे जुड़ी सच्चाई बताने के बावजूद लोग इस मामले को साम्प्रदायिक और राजनीतिक रंग देने में लगे हैं.


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Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.