यूक्रेन पर रूसी सैन्य हमलों के बीच सोशल मीडिया और मेनस्ट्रीम मीडिया में बहुत सारी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए जा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीरें और वीडियो यूक्रेन-रूस युद्ध के हैं. कई फ़ैक्ट-चेकिंग आउटलेट्स ने बताया है कि इनमें से कई तस्वीरें पुरानी हैं और और इनका हालिया घटना से कोई संबंध नहीं है.

इस दौरान, एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये यूक्रेन पर हुए रूस के हमले का ‘असली फ़ुटेज’ है. ये वीडियो 2 मिनट 16 सेकेंड का है जिसमें कैमरामैन ज़मीन पर पड़े कई घायल और मृत सैनिकों को रिकॉर्ड कर रहा है.

कई ट्विटर यूज़र्स ने ये वीडियो इसी तरह के दावे के साथ ट्वीट किया. ट्विटर यूज़र @Fluro_NZ द्वारा शेयर किये गए इस वीडियो को 2.7 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है.

ट्विटर पर कई दूसरे यूज़र्स ने भी ये वीडियो शेयर किया है.

यूट्यूब पर ये वीडियो कई चैनल्स ने शेयर किया है.

वीडियो शेयर करते हुए ‘#UkraineInvasion’, ‘#UkraineUnderAttack’ का इस्तेमाल किया जा रहा है.

फ़ैक्ट-चेक

वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर मालूम हुआ कि ये वीडियो 6 सितंबर 2014 को उक्रो-राष्ट्रवादी स्वयंसेवी बटालियन ऐडार पर किए गए हमले के बाद के विज़ुअल्स हैं. घटना के बाद लगभग 40 सैनिकों के शव बरामद किए गए थे.

इस घटना के कई वीडियोज़ यूट्यूब पर Cassad TV के वॉटरमार्क के साथ मौजूद हैं. आगे, सर्च करते हुए हमने देखा कि Cassad TV असल में बोरिस रोज़िन द्वारा चलाया जाता है जो Colonel Cassad नामक एक लोकप्रिय ब्लॉग भी चलाते हैं.

यूट्यूब पर ऐसा ही एक वीडियो 5 नवंबर 2014 को उसी विज़ुअल्स के साथ अपलोड किया गया था. जैसा कि अभी ट्विटर पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है.

नीचे, दोनों वीडियोज़ के स्क्रीनशॉट्स की तुलना करने पर ये साफ़ हो जाता है कि ये एक ही घटना के दृश्य हैं.

इस तरह, 2014 का वीडियो यूक्रेन में चल रहे रूसी हमले का एक और वीडियो बताकर शेयर किया गया.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.