हाल ही में शिया वक्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी ने कुरान की 26 आयतें हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दी थी. रिज़वी के मुताबिक ये 26 आयतें ‘हिंसा सिखाती’ हैं और इन्हें विवादित बताया. इसी के बाद से शिया और सुन्नी, दोनों मुस्लिम समुदाय वसीम रिजवी का विरोध कर रहे हैं. 19 मार्च, 2020 को दिल्ली के जामा मस्जिद के आगे सैकड़ों लोगों ने रिज़वी के खिलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की और उन्हें मुस्लिम विरोधी बताया.

इस घटना के एक हफ़्ते बाद कई सोशल मीडिया यूज़र्स एक वीडियो शेयर करने लगे जिसमें पुलिस एक व्यक्ति को भीड़ से बचाकर निकाल रही है. इस व्यक्ति के कपड़े भी फाड़ दिए गए हैं और पुलिस उसे नग्न हालत में बचा कर वहां से ले जा रही है.
लोगों ने इसे शेयर करते हुए लिखा, “वसीम रिज़वी का बुरा हाल किया लोगों ने.”

Waseem Rizvi ka bura haal kiya logo ne nanga kar ke mara….

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Waseem Rizvi ka bura haal kiya logo ne….

Posted by ISLAMIC INFORMATION WEB on Sunday, March 28, 2021

वसीम रिज़वी की पिटाई का वीडियो बताकर ये फे़सबुक पर ख़ूब वायरल हो रहा है.

फे़सबुक ही नहीं कुछ ट्विटर यूज़र्स भी ये वीडियो शेयर करते हुए यही दावा कर रहे हैं कि वीडियो में दिख रहा शख्स वसीम रिज़वी हैं. (आर्काइव लिंक)

ऑल्ट न्यूज़ को इसके फै़क्ट-चेक के लिए व्हाट्सऐप (+917600011160) और ऑफ़िशियल ऐप पर रिक्वेस्ट भी भेजी गयी.

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वीडियो में वसीम रिज़वी नहीं, भाजपा विधायक अरुण नारंग

इस वीडियो में कई पुलिस वालों ने पगड़ी पहनी हुई है. इससे हिंट लेते हुए कीवर्ड ‘mob thrashing and tearing clothes punjab’ सर्च करने पर सबसे पहले इंडिया टुडे की 28 मार्च, 2020 की वीडियो रिपोर्ट सामने आती है. रिपोर्ट के मुताबिक, 27 मार्च को पंजाब के अबोहर से भाजपा विधायक अरुण नारंग भाजपा कार्यालय एक प्रेस कॉन्फ़्रेस करने पहुंचे थे. लेकिन किसान वहां पहले से ही मौजूद थे और उन्हें घेर लिया गया. किसानों ने अरुण नारंग पर हमला कर उनके कपड़े फाड़ दिए. पुलिस ने जैसे-तैसे उन्हें भीड़ से निकाला और सुरक्षित जगह पर ले गई.

नीचे आजतक की वीडियो रिपोर्ट में ये घटना देखी जा सकती है.

किसान आन्दोलन को 4 महीने बीतने के बाद भी किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं और सरकार भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. पंजाब और हरियाणा के किसान भाजपा सरकार द्वारा पारित किये गये नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पिछले नवम्बर से ही कर रहे हैं.

अरुण नारंग के साथ हुई ये घटना सर्च करने पर दर्जनों न्यूज़ और वीडियो रिपोर्ट्स मिलती हैं. पाठक नीचे हरियाणा में अरुण नारंग के साथ हुई घटना और वायरल दावे से ली गयी स्क्रीनशॉट देख सकते हैं. दोनों में एक ही व्यक्ति है.

वसीम रिज़वी और अरुण नारंग की तस्वीर में देखा जा सकता है कि दोनों व्यक्तियों के चेहरे बिल्कुल ही अलग हैं. वायरल वीडियो शिया वक्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की पिटाई का बताया जा रहा है, ये असल में भाजपा विधायक अरुण नारंग की किसानों द्वारा पिटाई का है.

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