समुद्री जहाज़ के 2 वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हैं. दावा है कि ये जहाज़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात के भावनगर से भरूच के बीच शुरू किये गए नए ट्रांसपोर्ट सिस्टम के हैं. ये वीडियोज़ शेयर करते हुए लिखा गया, “भावनगर से भरूच रोड की दूरी है 350 किलोमीटर, और समुद्री रास्ते से इसकी दूरी है 32 किलोमीटर, और इसी समुद्री रास्ते से प्रधानमंत्री ने जहाज द्वारा एक सर्विस चालू की है इस जहाज की क्षमता एक बार मे 50 ट्रक, 60 बसे, 200 कारे, 350 मोटरसाइकिल, 600 लोगो को, और समय सिर्फ आधे घंटे में”. इसी मेसेज के साथ ये वीडियोज़ ट्विटर और फ़ेसबुक पर वायरल हैं.

पहला वीडियो

रेणुका जैन ने ये वीडियो ट्वीट किया है. आर्टिकल लिखे जाने तक ये ट्वीट 3 लाख 21 हज़ार बार देखा और 8 हज़ार बार रीट्वीट किया गया है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

वीडियो फ़्रेम रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें 2019 में पब्लिश हुई कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. 17 अक्टूबर 2019 की न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, ये जहाज़ एमएस ब्रीमर है. ये नॉर्वे स्थित फ़्रेड ऑलसन क्रूज़ लाइन्स का जहाज़ है. वायरल वीडियो में ये जहाज़ ग्रीस आयरलैंड में चक्कर लगाते हुए इटली की ओर आगे बढ़ रहा है. न्यू यॉर्क पोस्ट ने लिखा है, “एक द्वीप के इर्द-गिर्द 430 मील की यात्रा करने के लिए, और साथ ही इस यात्रा के रोमांच का अनुभव लेने के लिए, जहाज़ ने कोरिन्थ कैनाल को पार कने का फ़ैसला किया”. द सन ने भी इस जहाज़ के बारे में एक आर्टिकल पब्लिश किया था.

दूसरा वीडियो

ट्विटर यूज़र @MojawatHemant ने 40 सेकंड का ये दूसरा वीडियो ट्वीट किया जिसमें जहाज़ के अंदर से कुछ ट्रकों को निकलते हुए देखा जा सकता हैं.

वीडियो के फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमने पाया कि ये वीडियो हाल के मेसेज के साथ ही 2018 से सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा है.

आगे, ट्विटर पर की-वर्ड्स सर्च करने से मालूम चला कि गुजरात सरकार ने विधानसभा चुनावों के बाद 22 अक्टूबर 2017 को गुजरात के भावनगर शहर के घोघा से भरूच के कार्गो पॉइंट दहेज तक फ़ेरी सर्विस शुरू की थी.

पीएम मोदी द्वारा शेयर किये गए इस वीडियो के साथ बताया गया कि ये जहाज़ 1 घंटे में 31 किलोमीटर तक का सफ़र तय कर सकता है. ये जहाज़ 70-80 ट्रक, 100 छोटे मोटर व्हीकल और 500 के करीब यात्रीओं की क्षमता रखता है.

गूगल मैप पर घोघा-दहेज फ़ेरी सर्विस की कुछ तस्वीरें अपलोड की हुई मिलीं. इनमें दिखने वाली फ़ेरी (जहाज़) की तस्वीर हाल के वायरल वीडियो में दिख रही फ़ेरी जैसी ही है.

फ़ेरी सर्विस के लॉन्च होने के एक साल बाद 2018 में छपी द टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, फ़ेरी सर्विस से यात्रा करना भावनगर शहर के अलावा बाकी शहरों के यात्रियों के लिए फ़ायदेमंद नहीं है. क्योंकि न ही इससे समय बचता है और न ही इस यात्रा में पैसे का कोई बहुत अंतर आता है. 2019 की द प्रिन्ट की रिपोर्ट में बताया गया है कि जहाज़ से की जाने वाली यात्रा बंद कर दी गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस फ़ेरी सर्विस के ऑपरेटर इंडिगो सी-वेज़ प्राइवेट लिमिटेड ने इस आइलैंड जेड (Island Jade) को बेचने का फ़ैसला लिया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस जहाज़ यात्रा को 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था.

फ़रवरी 2020 की इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, ये समुद्री जहाज़ 12 महीनों में 4 बार ड्रेजिंग के कारण ख़राब हो चुका था. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि गुजरात मेरीटाइम बोर्ड (GMB) ने पहले ही आगाह किया था कि भविष्य में फ़ेरी सर्विस बंद हो सकती है क्यूंकि चैनल में ज़रूरी ड्राफ्ट लेवल मेंटेन नहीं हो पा रहा है.

डीजी सी कनेक्ट, जो कि फ़ेरी सर्विस के टिकट खरीदने की ऑफ़िशियल वेबसाइट है, को खोलने पर एक नोटिस दिखाई देती है जिसके मुताबिक, समुद्री जहाज़ की सर्विस पानी की कम हो चुकी गहराई के कारण बंद कर दी गई है.

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, गुजरात में 2 शहरों के बीच समुद्री जहाज़ की यात्रा दिखाने के झूठे दावे से 2 वीडियोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हुए. हकीकत में, इनमें से पहला वीडियो ग्रीस के जहाज़ का है जबकि दूसरा वीडियो गुजरात के भावनगर-भरूच शहर के बीच चलने वाली फ़ेरी सर्विस का ही है. ये फ़ेरी सर्विस 2017 में प्रधानमंत्री मोदी ने लॉन्च की थी मगर 2019 में इसे बंद कर दिया गया था.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.