मोजो स्टोरी (Mojo Story) ने 24 अगस्त को एक वीडियो ट्वीट किया जिसमें कुछ पुलिसवाले एक नाबालिग लड़के को बेरहमी से पीट रहे हैं. पत्रकार बरखा दत्त के इस न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म ने रिपोर्ट किया कि ये लड़का दिल्ली के आरकेपुरम इलाके में खाने की तलाश में भटक रहा था.
#Delhi: A policeman seen assaulting a young boy, in a video that surfaced from RK Puram. The boy was allegedly wandering on the streets late at night in search of food. He is seen pleading #innocence. pic.twitter.com/RqCEPE8tpP
— Mojo Story (@themojo_in) August 24, 2020
इसके बाद एक के बाद एक कई ट्वीट्स आये जिनमें कहा गया कि इस आउटलेट ने पुराना वीडियो शेयर किया है. इन दावों के मुताबिक पुलिस एक चेन छीनने वाले बदमाश को मार रही थी जो रास्ते में औरतों पर ब्लेड से हमला करता था. भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ये वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “फे़क न्यूज़ बाय बरखा गैंग” और यह भी ट्वीट किया कि “उस लड़के ने पुलिस पर ब्लेड से हमला किया था.”
Fake News by Barkha Gang
This is 8 months old video
The guy is a chain snatcher caught when he was attacking women on road with blades
he attacked the cops as well with blades https://t.co/nDRASFTSvO
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) August 24, 2020
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पत्रकार राज शेखर झा ने भी यही दावा ट्वीट किया और कहा, “दिल्ली पुलिस ने साफ़ किया है कि वीडियो बनाने से पहले उस लड़के ने पुलिस पर हमला किया था.”
पुलिस इस घटना को 22-23 अगस्त की रात की बता रही है
एक ट्विटर यूज़र ने इस वीडियो को शेयर किया, जिसपर डीसीपी दिल्ली (साउथ वेस्ट) ने जवाब दिया. जवाब में कहा गया कि एकता विहार जेजे कैंप के पास पुलिस गश्त पर थी जब 4-5 लड़के पब्लिक टॉयलेट के नज़दीक बैठे बदमाशी कर रहे थे. उन्होंने लिखा, “क्यूंकि उन पुलिसवालों को बताया गया था कि जेजे कैंप के आस-पास देर रात इन टॉयलेट्स का इस्तेमाल करने वाली औरतों पर अक्सर हमले होते हैं, उन लड़कों को वहां से तुरंत जाने के लिए कहा गया.” आगे उन्होंने बताया कि 3 बजे सुबह जब पुलिस ने दोबारा उन्हें वहीं देखा तो उन्हें वहां से जाने को कहा गया.
ट्वीट के आखिर में उन्होंने लिखा, “वीडियो में दिख रहे कांस्टेबल की हरकत पर जांच के आदेश दिए गए हैं.”
On the night of 22-23rd August, the beat staff on area patrolling near Ekta Vihar JJ camp saw 4-5 boys loitering/ sitting around public toilet. Since they were briefed about repeated concerns raised by women of nearby JJ camps, https://t.co/QHhLCHDXRv
— DCP South West Delhi (@dcp_southwest) August 25, 2020
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, “शुरुआती जांच में पता चला है कि आरकेपुरम पुलिस स्टेशन के निचले पद के अधिकारियों ने अपने सीनियर्स को मामले से जुड़े सभी सही तथ्य नहीं बताये और कहा कि ये वीडियो पुराना है.”
पीटीआई ने भी पुलिस अधिकारियों का बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि उस पुलिसवाले को सस्पेंड कर दिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार पुलिस अधिकारी देवेंदर आर्य ने कहा, “जैसे ही ये मामला हमारे संज्ञान में आया हमने उस कांस्टेबल को फ़ौरन सस्पेंड कर दिया और मामले की जांच के आदेश दिए हैं.”
रिपोर्ट के अनुसार जिस लड़के को पीटा गया वो नाबालिग था. इसी घटना का वीडियो मोजो स्टोरी ने ट्वीट किया था लेकिन भाजपा नेता कपिल मिश्रा और टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पत्रकार राज शेखर झा समेत कई सोशल मीडिया यूज़र्स पुलिस का बचाव करने की होड़ में लग गए. उन्होंने उस लड़के को बेहरमी से पीटे जाने को ये कहकर उचित ठहराया कि वो एक ब्लेड से हमला करने वाला चेन स्नैचर है.
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के पत्रकार राज शेखर झा ने 2017 में एक ग़लत रिपोर्ट लिखी थी और दावा किया था कि जेएनयू के लापता स्टूडेंट नजीब जंग ने आतंकवादी संगठन ISIS ज्वाइन कर लिया है.
बरखा दत्त को उस रिपोर्ट के लिए निशाना बनाया गया जिसमें उन्होंने सच दिखाया था
मोजो स्टोरी के वीडियो शेयर करने से पहले ही 24 अगस्त को फे़सबुक पर ये खूब वायरल हो रहा था. दिल्ली के पत्रकार वरुण शर्मा (उनके बायो के अनुसार) ने ये क्लिप अपनी प्रोफ़ाइल पर पोस्ट की थी जिसे 63,000 से ज़्यादा लोगों ने शेयर किया. ये वीडियो 23 अगस्त की रात 11 बजे अपलोड हुआ था.
ANI के पत्रकार मनीष गुप्ता ने भी 23 अगस्त की सुबह 2 बजकर 2 मिनट पर ये वीडियो ट्वीट किया था. मनीष ने बाद में वीडियो डिलीट कर दिया और अपना यूज़रनेम @manishg98561598 से बदलकर @ANI_ManishG कर लिया.
लेकिन मोजो स्टोरी ने जब ये वीडियो शेयर किया तबसे ये चर्चा का केंद्र बन गया. और यहां से बरखा दत्त पर ‘फ़ेक न्यूज़’ फैलाने के आरोप लगना शुरू हुआ. आरोप लगाने वालों में Rajesh Singh, Keh Ke Pehno और @Being_Humor भी शामिल थे.
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