एक बाइक रैली का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें कई तरह के झंडे लिए दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ये बाइक रैली महाराष्ट्र चुनाव को लेकर अकोला में निकाली गई थी. वीडियो के साथ ही यह भी दावा किया जा रहा है कि इसमें फिलिसतीन, ईरान, इराक के अलावे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS), हेजबोल्लाह, इत्यादि का भी झंडा लिए घूम रहे हैं.

अक्सर गलत जानकारी फैलाते हुए पाए जाने वाले अकाउंट मेघ अपडेट्स ने वीडियो ट्वीट करते हुए इसे महाराष्ट्र के अकोला से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार साजिद खान मस्तान खान की चुनावी रैली का बताया. और दावा किया कि इसमें फिलिस्तीन, ईरान, इराक, आईएसआईएस, हिजबुल्लाह के झंडे मौजूद था, लेकिन भारतीय झण्डा मौजूद नहीं था. (आर्काइव लिंक)

अक्सर गलत जानकारी सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर करते हुए पाए जाने वाले भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह ने भी वीडियो शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

राइट विंग प्रॉपगेंडा वेबसाइट हिन्दू पोस्ट ने वीडियो शेयर करते हुए इसे महाराष्ट्र के अकोला में कांग्रेस की रैली बताया, और कहा कि आगे की गाड़ी पर इसमें भारतीय तिरंगा लहरा रहा है, लेकिन इसमें इस्लामिक झंडों से साथ-साथ कुछ ISIS जैसा दिखने वाला झंडा भी शामिल हैं. (आर्काइव लिंक)

इसी प्रकार कई राइट-विंग इनफ़्लूएंसर्स ने भी वीडियो को कांग्रेस की रैली बताया और इसे सांप्रदायिक एंगल के साथ शेयर किया. इनमें फेक न्यूज़ वेबसाइट क्रियेटली, राइट-विंग इनफ़्लूएन्सर @BattaKashmiri, रौशन सिन्हा, @Nationalist2575, इत्यादि शामिल हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

हमने वायरल वीडियो के फ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स-इमेज सर्च किया तो हमें ये वीडियो 23 सितंबर को सैयद आमिर रिजवी नाम के यूजर द्वारा इंस्टाग्राम पर अपलोड किया हुआ मिला. इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा है कि ये वीडियो लातूर का है जो मुंबई के लिए रवाना हुआ है.

हमने यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च किया तो हमें इससे जुड़ा एक वीडियो 19 सितंबर को ‘Latur News Official‘ नाम के चैनल पे अपलोड किया हुआ मिला. इस वीडियो के टाइटल में मराठी में लिखा है, ‘लातूर मध्ये ईद मिलादुन्नबी ची बाईक रॅली’ (लातूर में ईद मिलादुन्नबी की बाइक रैली).

हमने Latur News Official द्वारा अपलोड की गई वीडियो और वायरल वीडियो के एलिमेंट्स को मिलान किया तो पाया कि ये दोनों वीडियो एक ही दिन का है और एक ही रैली का है. चूंकि दोनों वीडियो में एक टोयोटा कंपनी की गाड़ी है जिसके सनरूफ़ से एक व्यक्ति सफेद पगड़ी पहने हुए भारत का झंडा लहरा रहा है. नीचे दिए ग्राफिक में इसे बेहतर समझा जा सकता है.

हमने वायरल वीडियो और यूट्यूब पर मौजूद वीडियो को गौर से देखा तो पाया कि वीडियो में एक युवक द्वारा फिलिसतीन का झंडा लहराया जा रहा था, लेकिन इसके अलावा इस रैली में कहीं भी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS), हेजबोल्लाह, इत्यादि का झंडा नहीं है. रीडर्स की सुविधा के लिए यहां एक अमेरिकी मैगजीन मदर जॉन्स की एक रिपोर्ट है जिसमें इस्लामिक झंडे और अन्य कट्टरवादी ग्रुप व आतंकी संगठन के झंडे के अंतर और समानता के बारे में संक्षिप्त में व्याख्या की गई है.

कुल मिलाकर, राइट-विंग अकाउंट्स ने लातूर में ईद मिलादुन्नबी की बाइक रैली को कांग्रेस प्रत्याशी की बाइक रैली बताई और झूठा दावा किया कि इस रैली में आतंकी संगठनों के झंडे लहराए गए.

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Abhishek is a senior fact-checking journalist and researcher at Alt News. He has a keen interest in information verification and technology. He is always eager to learn new skills, explore new OSINT tools and techniques. Prior to joining Alt News, he worked in the field of content development and analysis with a major focus on Search Engine Optimization (SEO).