केंद्र सरकार द्वारा लाये गए कृषि बिल के बाद चालू हुए प्रदर्शनों का हाल ये रहा कि 26 जनवरी 2021 को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने अपने रास्ते बदल लिए और वो लाल किला जा पहुंचे. इस पूरे मसले के दौरान हुई हिंसा और तोड़फोड़ के बाद कई ऐसी अफ़वाहें भी फैलाई जाने लगीं कि प्रदर्शनकारियों ने लाल किला से भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को हटाकर वहां खालिस्तान के समर्थन वाले और सिख धर्म से जुड़े झंडे लगा दिए.

इसी क्रम में अब एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें कई सिख पुरुष दिख रहे हैं. इसमें दिख रहा है कि ये लोग खालिस्तान के झंडे के साथ खड़े हैं और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को पैरों से कुचल रहे हैं. वीडियो में दिख रही इस करतूत को गणतंत्र दिवस पर हुई ट्रैक्टर परेड से जोड़ा जा रहा है.

ऐक्टर कंगना रनौत ने भी इस वीडियो को शेयर किया और लाखों लोगों तक पहुंचाया.

@Ankita_Arya ने ट्वीट करते हुए लिखा, “धैर्य दिखाने का एक वक़्त और जगह होती है. गृह मंत्री के धैर्य की कल ज़रूरत नहीं थी.” ट्विटर यूज़र ने इस ओर इशारा किया कि ये वीडियो इंडिया का है.

रिंकेल पोसवाल के फ़ेसबुक अकाउंट से अपलोड किया गये वीडियो को 57 हज़ार से ज़्यादा शेयर मिले.

एक मराठी कैप्शन के साथ ये भी बताने की कोशिश की जा रही है कि ये इंडिया का ही वीडियो है.

वीडियो अमरीका का है

वीडियो पर एक सरसरी निगाह डालते ही पीछे दिख रहे ट्रक्स वगैरह दिमाग में ये शक़ ज़रूर पैदा करते हैं कि ये भारत में चलने वाले ट्रकों की तरह नहीं दिखते. इसके साथ ही पीछे दिख रही जगह भी भारतीय समीकरण के अनुरूप नहीं लगती.

‘amanvir_singh5’ यूज़रनेम ऊपरी लेफ़्ट कोने पर साफ़-तौर पर दिखाई देता है. ये यूनाइटेड स्टेट्स का एक टिक-टॉक यूज़र है. हमने Tor वेब ब्राउज़र से ये टिक-टॉक प्रोफ़ाइल ढूंढी. इसने 25 जनवरी को ये वीडियो अपलोड किया था.

अमनवीर ने एक और वीडियो अपलोड किया था जो इसी मौके का था. इसमें भारतीय राष्ट्रीय ध्वजों को जलाया और फाड़ा जा रहा था. दूसरी क्लिप में 2 कुत्ते झंडे को नोच-फाड़ रहे हैं.

ट्विटर पर जब हमने ये नाम ढूंढा तो हमें ऐसा ट्वीट मिला जो ये बताता है कि ये घटना किस जगह पर हुई थी.

और तो और, अमनवीर सिंह ने टिक-टॉक पर इस घटना से पहले लोगों को इस प्रदर्शन के लिए एकत्रित होने के लिए न्यौता भेजा था.

हमने ‘7609 विल्बर बे, सेक्रामेन्टो, सीए, यूएसए 95828’ गूगल मैप्स पर ढूंढा. जो कुछ भी हमें देखने को मिला, उससे ये साफ़ हो गया कि असल में ये वीडियो यहीं बनाया गया था.

सफ़ेद और नीले रंग के वॉटर टैंक इस सफ़ेद बिल्डिंग के सामने देखे जा सकते हैं.

अमनवीर ने जो वीडियो अपलोड किया था, उसमें और गूगल मैप्स पर दिख रही तस्वीर में बिल्डिंग्स के बीच कई समानताएं देखी जा सकती हैं.

हम एक पेड़, बाड़, और वही सफ़ेद बिल्डिंग, इसी क्रम में गूगल मैप्स पर देख सकते हैं.

कुल मिलाकर, कैलिफ़ोर्निया में भारतीय झंडा फाड़ रहे खालिस्तान सपोर्टर्स के वीडियो को भारत से और यहां हुई ट्रैक्टर रैली से जोड़कर सोशल मीडिया पर शेयर किया गया.

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.