सोशल मीडिया में एक वीडियो प्रसारित है, जिसमें पुलिसकर्मियों को तस्बीह (मुस्लिमों द्वारा प्रार्थना में उपयोग की जाने वाली माला) बाटते हुए और लोगों को जुम्मे की मुबारकबाद देते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ दावा किया गया कि उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद इसे रिकॉर्ड किया गया है। प्रशांत पटेल उमराव उन लोगों में से एक थे, जिन्होंने इस वीडियो को ट्वीट कर चेतावनी दी कि, “हिन्दू तैयार हो जाइए, आपको पता नहीं है कि आगे क्या होने वाला है!” (अनुवाद)

[यह भी पढ़े: नरसंहार की बात करने वाली वकील प्रशांत पटेल की एक ट्वीट को उन्होंने झूठा बताया।]

मधु किश्वर ने इस वीडियो को यह कहते हुए साझा किया कि, “सेक्युलरिज्म शुरू। शपथ लेते ही महाराष्ट्र में सेक्युलरिज्म की बहार आ गई। मुम्बरा में जुम्मे की नमाज़ के बाद कौसा मस्जिद के बाहर बुला बुला कर तस्बीह बाँटते हुए पुलिस वाले ।जय महाराष्ट्र।”

प्रधानमंत्री जनकल्याणकारी योजना (PMJKY) महाराष्ट्र IT सेल प्रभारी रुचिका गुप्ता ने भी समान दावा किया है – “मुंबई पुलिस ने पहली बार कौसा मस्जिद में जुम्मे की रात तब्ज़ी बाटी और ऐसा #UddhavThackeray के शपथ लेने के बाद ही हुआ है।” (अनुवाद)

यह दावा फेसबुक पर भी वायरल है।

झूठा दावा

ऑल्ट न्यूज़ ने मुम्ब्रा पुलिस से संपर्क किया और इंस्पेक्टर जी. एम. मुजावर ने बताया कि वीडियो के साथ साझा किया गया दावा गलत है। उन्होंने कहा, “यह हमारे कम्युनिटी कार्यक्रम का हिस्सा है और नई सरकार से असंबंधित है।” पुलिस ने 29 नवंबर को मस्जिद के बाहर आयोजित राष्ट्रिय एकता सप्ताह (कौमी एकता सप्ताह) के मौके पर तस्बीह बांटी थी।

यह पहल गृह मंत्रालय की है और इसे पुरे देश भर में हर साल मनाया जाता है। नीचे साझा की गई ट्वीट 2018 में आयोजित क़ौमी एकता सप्ताह के बारे में बताती है।

गृह मंत्रालय ने भी 2018 में आयोजित हुए क़ौमी एकता सप्ताह (Qaumi Ekta Week) के समारोह की तस्वीरें साझा की थी।

पिछले साल आयोजित इस समारोह पर गृहमंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज़ जारी कर बताया था कि, “सांप्रदायिक समानता, राष्ट्रिय एकता और गर्व से भरी, समग्र संस्कृति और भाईचारे को प्रोत्साहित करने और बढ़ाने के लिए “क़ौमी एकता सप्ताह” (National Integration Week), का आयोजन कल 25 नवम्बर से पुरे देश भर में किया जायेगा। “ (अनुवाद)

इस तरह, मुंबई पुलिस द्वारा नवंबर के आखिरी सप्ताह में आयोजित राष्ट्रीय एकता सप्ताह के दौरान तस्बीह बांटने का एक वीडियो सोशल मीडिया में झूठे दावे से साझा किया गया। यह उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के बाद आये बदलाव को नहीं दर्शाती है।

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.