71वें गणतंत्र दिवस समारोह से पहले, कई सोशल मीडिया यूजर्स ने मिसाइल के फ़ेल होने का वीडियो पाकिस्तान का बताकर शेयर किया. 25 जनवरी को, ट्विटर यूजर @arpispeaks ने वायरल वीडियो को इस संदेश के साथ पोस्ट किया,

“पाकिस्तान की गजनवी मिसाइल का 13वां टेस्ट जो फेल हो गया. 300Km तक जानेवाली मिसाइल 36Km पर गिरी कागज की तरह जल कर खत्म हुई”.

arpita

इसी तरह, कई लोगों ने ट्विटर और फ़ेसबुक पर वायरल वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि मिसाइल लॉन्चिंग का ये वीडियो पाकिस्तान का है.

वीडियो रूस का है

यूट्यूब पर एक कीवर्ड सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को पता चला कि ये वीडियो 2014 में मार्टिन विट ने अपलोड किया था. वीडियो के टाइटल के अनुसार, 2 जुलाई, 2013 को एक ‘प्रोटोन एम’ रॉकेट में विस्फ़ोट हुआ.

ऑल्ट न्यूज़ ने गूगल पर एक और कीवर्ड सर्च किया. पता चला कि रॉकेट को एक्सपेंडेबल रशियन हेवी-लिफ़्ट लॉन्च व्हीकल, प्रोटोन एम से लॉन्च किया गया था. यूरो न्यूज़ और स्पेस डॉट कॉम समेत कई और मीडिया संस्थानों ने इस घटना की रिपोर्टिंग की थी. स्पेस डॉट कॉम के अनुसार, 1 जुलाई, 2013 को बूस्टर का इंजन अचानक बंद हो जाने की वजह से रॉकेट 17 सेकेंड्स की उड़ान भरने के बाद क्रैश हो गया. 2 जुलाई, 2013 को यूरो न्यूज़ द्वारा अपलोड किए गए वीडियो के अनुसार, रॉकेट मानवरहित था.

इसलिए, ये वीडियो एक रूसी रॉकेट का है न कि पाकिस्तानी मिसाइल ग़ज़नवी की लॉन्चिंग के फ़ेल होने का. हक़ीक़त में, द इकॉनमिक टाइम्स की 23 जनवरी, 2020 को पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक़, पाकिस्तान ने परमाणु क्षमता वाली सतह-से-सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया. इसकी मार करने की क्षमता 290 किलोमीटर तक है. उसी दिन, पाकिस्तान आर्म्ड फोर्सेस की मीडिया विंग, इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस, ने ग़ज़नवी की लॉन्चिंग का वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया था.

ये भी दिलचस्प है कि पाक वायरल नाम के यूट्यूब अकाउंट से यही वायरल वीडियो पिछले साल इस दावे के साथ अपलोड हुआ था कि मिसाइल की असफल लॉन्चिंग का वीडियो भारत का है.

रूसी प्रोटोन एम रॉकेट के 2013 के वीडियो को भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स इस झूठे दावे के साथ शेयर कर रहे हैं कि वायरल वीडियो पाकिस्तानी बैलिस्टिक मिसाइल ग़ज़नवी की असफल लॉन्चिंग का है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

About the Author

🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.