“9 वर्ष की बेटी को #भगवाधारी_गुंडों ने बचा लिया एक ओर #साजिद नामक वैसी दरिंदे से @FarOutAkhtar इसको भी जेल में डाले ?? उम्मीद है कि आप का ये #मुस्लिम_हैवान के प्रति उत्तर मिलेगा @priyankac19 , @RahulGandhi @BDUTT , @ravishndtv आप सब भी ये #भगवाधारी_गुंडों को कुछ कह सकते हो” इस सन्देश के साथ एक वीडियो वायरल किया गया है जिसमें एक बच्ची को रोते हुए देखा जा सकता है और एक युवक को कुछ लोग पीट रहे हैं। यह वीडियो जो लोग शेयर कर रहे हैं, वो ये दावा कर रहे है कि इस बच्ची का यौन-शोषण यह साजिद नाम का युवक करने ही वाला था तभी मौके पर कुछ लोगों ने बचा लिया।
यह विडियो कुंवर अजय प्रताप (@sengarajay235) नाम के यूजर ने ट्वीट किया है, जिन्हें पीएम मोदी फॉलो करते हैं। इस ट्वीट को 1200 से ज्यादा बार शेयर किया गया था लेकिन अजय सिंह ने इस वीडियो का क्रेडिट सुरेश पटेल को दिया है। सोशल मीडिया पर सबसे पहले यह विडियो इस दावे के साथ पोस्ट करने वालों में से शायद एक सुरेश पटेल हैं जिनके द्वारा पोस्ट किए गए विडियो को 77000 से अधिक बार देखा गया है। एक और ट्वीट @goyalsanjeev नाम के यूजर ने किया है जिसे पियूष गोयल के अधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा फॉलो किया जाता है। इस विडियो को यूजर स्वामी निश्चलानंद ने भी ट्वीट किया है।
इस विडियो को फेसबुक पर भी कई यूजर्स ने इसी दावे के साथ पोस्ट किया है।
सच्चाई क्या है?
विडियो में इस घटना की तारीख और स्थान का कोई जिक्र नहीं है। हालांकि, हम वीडियो में दिख रहे एक बाइक की लाइसेंस प्लेट को स्पॉट करने में सक्षम रहे।
विडियो में दिख रही नंबर प्लेट के अनुसार UP-19 शामली जिले में पंजीकृत वाहन का नंबर प्लेट है। ऑल्ट न्यूज़ ने शामली जिला पुलिस से संपर्क किया और इस विडियो का पता लगाया, तो इसे झिंजाना पुलिस स्टेशन में पंजीकृत एक घटना के रूप में पहचाना गया।
ऑल्ट न्यूज़ के साथ बातचीत में झिंजाना स्टेशन के पुलिस निरीक्षक एमएस गिल ने कहा, “हां, यह विडियो हमारे पुलिस स्टेशन में पंजीकृत एक घटना से संबंधित है। आरोपी गोकुल रामदास गढ़ी पुख्ता के ताना गाँव का निवासी है, गोकुल को गिरफ्तार कर लिया गया है।” यहाँ यह ध्यान देने वाली बात है कि आरोपी का नाम गोकुल रामदास है, न कि साजिद।
हालाँकि, 20 जून, 2018 को ईनाडु इंडिया द्वारा रिपोर्ट किया गया एक लेख बताता है, “दरअसल घटना थाना झिंझाना के गांव अलीनगर की है, जहां एक महिला घास लेने जंगल में गई थी। उसके साथ में उसकी 8 साल की बच्ची भी गई थी। जानकारी के अनुसार, मां तो घास काटने में लग गई जबकि बच्ची वहीं पास की सड़क पर खेल रही थी। उसी समय खेत के पास से गुजर रहा गढ़ी पुख्ता के गांव ताना का निवासी एक युवक नशे की हालत में वहां आया और उसने बुरी नियत के साथ उस बच्ची को दबोच लिया।”
भारत की मुस्लिम समुदाय को अक्सर फर्जी खबर बनाने वालों के द्वारा निशाना बनाया जाता है। हाल ही में, सोशल मीडिया पर एक दावा व्यापक रूप से फैलाया गया था, जिसके अनुसार 2016 में बलात्कार के 95% अपराधी मुस्लिम थे। यह भी पूरी तरह से झूठा प्रचार था। इस तरह की गलत जानकारी अब आम हो गई है क्योंकि नकली समाचार फ़ैलाने वाले अपने सांप्रदायिक विभाजन के एजेंडे को बढ़ाने का प्रयास लगातार करते रहते हैं।
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